हरिद्वार /फेरूपुर 10 अक्टूबर (दिनेश कश्यप संवाददाता गोविंद कृपा हरिद्वार ग्रामीण) विश्व हिंदू परिषद के सर्वाधिक महत्वपूर्ण आयाम मातृशक्ति एवं दुर्गावाहिनी का देशव्यापी अभियान दुर्गाष्टमी आराधना एंव शस्त्र पूजन कार्यक्रम का उत्तराखंड प्रांत में शुभारंभ हरिद्वार के प्रखंड फेरुपुर में शक्ति साधना केंद्र पंजनहेड़ी में भव्य कार्यक्रम आयोजित कर किया गया.
शस्त्र पूजन कार्यक्रम में विश्व हिन्दू परिषद की प्रांत उपाध्यक्षा श्रीमती संध्या कौशिक ने संगठन के विषय में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि दुर्गावाहिनी और मातृशक्ति विश्व हिन्दू परिषद की महिला शाखा हैं. इसकी स्थापना 1991 में साध्वी ऋतम्भरा ने की थी. मातृशक्ति-दुर्गा वाहिनी का उद्देश्य धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यो के लिए महिलाओ को प्रेरित करना और महिलाओ को शारीरिक, मानसिक रूप से प्रबल बनाना हैं. श्रीमती कौशिक ने उपस्थित मातृशक्ति को समाज एवं संगठन के प्रति उनके दायित्वों के बारे में बताया. उन्होंने कहा दायित्वधारी बहनों को एक सत्संग केंद्र, सेवा केंद्र का अवश्य संचालित करना चाहिए और साथ ही दुर्गावाहिनी की बहनों को प्रतिदिन शक्ति साधना केंद्र में मां दुर्गा के समक्ष नारी शक्ति के जागरण के लिए प्रार्थना करते हुए समाज निर्माण में अपनी भूमिका का निर्वाह करना चाहिए.
दुर्गावाहिनी की प्रांत संयोजिका श्रीमती नीलम त्रिपाठी ने कहा मातृशक्ति-दुर्गावाहिनी के माध्यम से हिंदू समाज को जागृत करते हुए राष्ट्र की सेवा में अपना बहुमूल्य योगदान हम सभी को देना चाहिए. उन्होंने माताओं एवं बहनों को धर्म के प्रति प्रेरित किया और सभी से हिन्दू धर्म के अनुसार आचरण करते हुए परिवार में धार्मिक माहौल उत्पन्न करने का आह्वान किया. श्रीमती नीलम कहा हम सभी माताओं-बहनों को यह प्रबल इच्छा रखनी होगी कि हमारी संतान अवश्य ही राष्ट्रभक्त और धर्मरक्षक हो.
विश्व हिंदू परिषद, मातृशक्ति विभाग की प्रांत संयोजिका श्रीमती नीता कपूर ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद संपूर्ण विश्व में हिंदुओं को जागृत कर उन्हें एकत्रित करने का महत्वपूर्ण कार्य कर रहा हैँ और इस कार्य में मातृशक्ति की अहम भूमिका हैं. उन्होंने बताया पवित्र नवरात्र का स्पष्ट संदेश हैं कि मातृशक्ति संगठित होकर देश में हिंदुत्व की रक्षा करने में सक्षम हैं, हमारे देश में नारी को सदैव से ही सम्मान के साथ पूजा जाता है. मातृशक्ति दुर्गावाहिनी से ज्यादा से ज्यादा बहनों को जोड़कर संगठन को मजबूत किया जाना चाहिए.
शिवांगी चौहान जिला सहसंयोजिका दुर्गावाहिनी, हरिद्वार ने प्रखंड संयोजिकाओं को अपने प्रखंड में महिलाओं को संगठन से जोड़ने पर बल देते हुए कहा कि समाज निर्माण का कार्य महिलाओं को ही करना है. महिलाओं की उदासीनता एवं जागरूकता के अभाव के कारण समाज में होनेवाले सामूहिक कार्यक्रम एवं समारोह में पुरुषों की संख्या ही सर्वाधिक होती है. बैठक में प्रत्येक प्रखंड में शक्ति साधना केंद्र प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया. कार्यक्रम में प्रमुख रुप से कावेरी चौहान, बीना देवी, रुकमणि चौहान, चमनी देवी, गीता देवी, रोशनी देवी, उमा देवी, नीतू चौहान, संजना, वंशिका, शिल्पा, प्रिया, जया, पलक, श्रेया, रिया, वाशु, परी आदि के साथ दर्जनों की संख्या में युवतियाँ एवम महिलाएं सम्मिलित रही.
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