गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के पूर्व उप कुलपति प्रोफेसर महावीर अग्रवाल का हुआ निधन

हरिद्वार 17 मार्च गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के पूर्व आचार्य एवं उपकुलपति व पूर्व कुलसचिव जाने-माने संस्कृत के वैदिक विद्वान प्रो0 महावीर अग्रवाल का आज लम्बी बीमारी के चलते निधन हो गया है। यह जानकारी उनके बड़े पुत्र डा0 रजत अग्रवाल ने दी। प्रो0 महावीर अग्रवाल के निधन की सूचना मिलते ही समूचे शिक्षा जगत में शोक की लहर व्याप्त हो गयी। विदित हो कि पिछले कुछ समय से अस्वस्थता के चलते प्रो0 महावीर अग्रवाल का इलाज बैंगलोर स्थित चिकित्सालय में चल रहा था। डा0 रजत अग्रवाल ने बताया कि कल बैंगलोर से उनका पार्थिव शरीर हरिद्वार उनके निवास स्थान पर लाया जाएगा। 
 इस सूचना के मिलते ही शिक्षा जगत व आर्य जगत के विभिन्न विद्वानों ने प्रो0 महावीर अग्रवाल के निधन को शिक्षा जगत व आर्य जगत के लिए अपूर्णीय क्षति बताया है। समविश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 हेमलता के0 व कुलसचिव प्रो0 सुनील कुमार ने प्रो0 महावीर अग्रवाल के निधन को विश्वविद्यालय के लिए अपूर्णीय क्षति बताते हुए उनके द्वारा शिक्षा जगत व आर्य जगत में किए गए कार्यों को अविस्मरणीय व बहुमूल्य बताते हुए ईश्वर से उनके परिजनों के इस कष्ट को सहन करने की प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि प्रो0 महावीर अग्रवाल शिक्षा के क्षेत्र में किए गए कार्यों के लिए हमेशा याद किए जायेंगे। विदित हो कि शिक्षा के क्षेत्र में किए गए बहुमूल्य योगदान के लिए प्रो0 महावीर अग्रवाल को राष्ट्रपति द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में सम्मानित किया गया वहीं वह विभिन्न विश्वविद्यालयों की समितियों के सदस्य भी रहे इसके साथ ही वह उत्तराखण्ड संस्कृत अकादमी के सचिव, उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति तथा पतंजलि विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। परिवार में उनकी धर्मपत्नी तथा दो पुत्र तथा पुत्री हैं।

गुरुकुल आयुर्वैदिक कॉलेज में मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस

उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय गुरुकुल परिसर हरिद्वार में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस हर्षोल्लास से मनाया गया

हरिद्वार, 8 मार्च उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय, गुरुकुल कैंपस में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन का निर्देशन परिसर निदेशक प्रोफेसर विपिन कुमार पाण्डेय तथा अध्यक्षता महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष डॉ. मीना आहूजा ने की, जबकि कार्यक्रम समन्वयक की भूमिका डॉ. पुनिता पांडे एवं डॉ. जी.एम. काव्या ने निभाई।  

कार्यक्रम का संचालन छात्रा हेमा रावत एवं नेहा गहतोड़ी द्वारा किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के यूजी एवं पीजी छात्राओं तथा नर्सिंग स्टाफ प्रियंका,स्मिता,अर्चना आदि ने विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से महिला दिवस का सार्थक संदेश दिया।  

कार्यक्रम में डॉ. किरण चौबे, डॉ. दीपशिखा, डॉ. शीतल वर्मा, डॉ. अदिति, डॉ. पल्लवी, डॉ. संगीता एवं डॉ शिखा पाण्डेय उपस्थित रहीं।  

इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के अधिकारों, समानता और सशक्तिकरण को बढ़ावा देना था। संपूर्ण कार्यक्रम हर्षोल्लास और उत्साह के साथ संपन्न हुआ।

विश्व हिंदू परिषद ने धामी की मुहिम को दिया अपना समर्थन



हरिद्वार 8 मार्च – विश्व हिन्दू परिषद ने आज संपूर्ण उत्तराखण्ड के समस्त जिला केंद्रों पर एकत्र होकर निजी, सार्वजनिक एवं सरकारी संपत्तियों पर अतिक्रमण कर बनाई गई अवैध मजहबी संरचनाओं को हटाने के उत्तराखण्ड सरकार के अभियान का समर्थन करते हुए उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री को जिलाधिकारियों के माध्यम से ज्ञापन प्रेषित किया। 
             
विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल, हरिद्वार के कार्यकर्ताओं ने नगर मजिस्ट्रेट कार्यालय पर विशाल धरना प्रदर्शन कर नारेबाजी करते हुए नगर मजिस्ट्रेट, हरिद्वार किरण चौहान को उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन को सौंपा। प्रेषित ज्ञापन में विश्व हिन्दू परिषद ने कहा कि देवभूमि के नाम से देश दुनिया में विख्यात उत्तराखंड एक सीमावर्ती राज्य है। उत्तराखण्ड राज्य में पिछले कुछ सालों से सार्वजनिक, सरकारी एवं संवेदनशील स्थानों पर अवैध मजारें बनाने और फिर उन्हें वक्फ बोर्ड में पंजीकृत कराने का सुनियोजित षडयंत्र हो रहा है। ऐतिहासिक, धार्मिक मठ और मंदिरों की भूमि देवभूमि उत्तराखंड में सिर्फ मठ-मंदिर ही नहीं हैं वरन यहां पांच हजार से अधिक की संख्या में मजार, मस्जिद, मदरसे, कब्रिस्तान भी संचालित हो रहे हैं। विगत कुछ वर्षों में देवभूमि उत्तराखण्ड में तेजी के साथ मस्जिद, मदरसे, मजारों का जाल फैला है और इनके माध्यम से बाहरी मुसलमानों की घुसपैठ भी राज्य में बढ़ी है। सन 2011 के जनसंख्या आंकड़ों के अनुसार तब उत्तराखंड राज्य में मुस्लिम आबादी 14 प्रतिशत के आसपास थी, जो वर्तमान समय में देहरादून, उद्यमसिंहनगर, हरिद्वार, नैनीताल आदि जिलों में बढ़कर 30 प्रतिशत से भी ऊपर जा चुकी है। जिसे देवभूमि उत्तराखण्ड की डेमोग्राफी के लिए एक बड़े चैलेंज के रूप में देखा जाना चाहिए। 

उत्तराखण्ड के तराई और भाबर क्षेत्र के जंगलों में पिछले 15-20 वर्षों में अवैध मजारों की संख्या तेजी से बढ़ी हैं। उत्तराखण्ड राज्य के वन क्षेत्रों में लगभग 400 मजहबी संरचनाओं का विषय संज्ञान में आया है। जिम कार्बेट पार्क एवं राजाजी टाइगर रिजर्व में लगभग 40 मजारें अस्तित्व में होने की रिपोर्ट सामने आई हैं। रानीखेत आर्मी स्कूल के पीछे भी अवैध मजार है। इन संवेदनशील स्थानों पर अक्सर सेना के युद्धाभ्यास और जवानों का प्रशिक्षण भी होता है। अनेक मजारे कैंट एरिया के जंगल में भी दिखाई पड़ रही हैं, जहां बाहरी लोगों के आने-जाने में कोई भी रोकटोक नहीं है। कोटद्वार आर्मी एरिया के साथ देहरादून के कैंट एरिया परिसर में भी मजार है। कालसी क्षेत्र के आर्मी एरिया के पास कब्रिस्तान बना दिए जाने के समाचार सामने आए हैं। रक्षा संपदा विभाग की भूमि पर भी अवैध मजारें चिन्हित हुई हैं। वन विभाग, छावनी परिषद और पुलिस प्रशासन के द्वारा की गयी सर्च रिपोर्टों में इन सबका खुलासा हुआ है। ऐसा प्रतीत होता हैं कि इस्लामिक जेहाद के पैटर्न में उत्तराखंड राज्य में मदरसे, मजार, मस्जिदों का बेरोकटोक निर्माण हो रहा है।

वीरभूमि, देवभूमि उत्तराखण्ड में लैंड जिहाद का ज्वलंत उदाहरण मस्जिद, कब्रिस्तान, मदरसे, मजारों का अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विश्व हिन्दू परिषद उत्तराखण्ड प्रदेश की ऐतिहासिक विरासत, धार्मिक एवं सांस्कृतिक के स्वरूप बिगड़ने नहीं देगी। उत्तराखण्ड वीरों, पराक्रमियों, साधु-संतों, मठ-मंदिरों, ऋषि-मुनियों की भूमि है, हम इसे मजारों का प्रदेश नहीं बनने देंगे। देवभूमि उत्तराखण्ड की डेमोग्राफी को बदलने का यह एक सुनियोजित षडयंत्र है। विश्व हिन्दू परिषद उत्तराखण्ड राज्य में मस्जिद, कब्रिस्तान, मदरसे और मजारों के माध्यम से स्कूलों, वनों, सरकारी संपत्तियों को कब्जाने और रास्तों को बाधित करने का विरोध करती हैं। निजी, सार्वजनिक एवं सरकारी संपत्तियों पर अतिक्रमण कर बनाई गई इन अवैध मजहबी संरचनाओं को हटाने के सरकार के अभियान का पुरजोर समर्थन करती हैं। उत्तराखण्ड सरकार को बिना किसी दबाव के इस दिशा में कार्य करते रहना चाहिए चाहिए। 

इस अवसर पर विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष बलराम कपूर, जिला संयोजक बजरंग दल अमित मुल्तानिया, प्रांत बलोंपासना प्रमुख सौरभ चौहान, नवीन तेश्वर, जिला सहमंत्री दीपक तालियान, अंकित यादव, हिमांशु सैनी, गोपाल भारद्वाज, साजन बजरंगी, केशव गायकवाड आदि कार्यकर्ता प्रमुख रुप से उपस्थित रहे।

अंक कर्म पत्री पुस्तक का हुआ विमोचन

अंक कर्म पत्री पुस्तक का विमोचन समारोह संपन्न
अंकों के रहस्यों को समझने और उनके प्रभाव को जानने में सहायक होगी पुस्तक-डा.विशाल गर्ग
हरिद्वार, 2 मार्च। सुप्रसिद्ध अंक ज्योतिषाचार्य शशि भूषण गुप्ता द्वारा लिखित पुस्तक अंक कर्म पत्री का विमोचन जुर्स कंट्री ज्वालापुर की वीटी लॉबी में आयोजित समारोह में मुख्य अतिथी समाजसेवी डा.विशाल गर्ग ने किया।
विमोचन समारोह को संबोधित करते हुए डा.विशाल गर्ग ने कहा कि अंकों का हमारे जीवन में महत्वपूर्ण स्थान है। यह पुस्तक अंकों के रहस्यों को समझने और उनके प्रभाव को जानने में सहायक होगी। शशि भूषण गुप्ता ने बहुत ही सरल और सारगर्भित भाषा में इस विषय को प्रस्तुत किया है। जिसे आम पाठक भी आसानी से समझ सकते हैं।
पुस्तक के लेखक शशि भूषण गुप्ता ने सभी अतिथीयों का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि यह पुस्तक न केवल ज्योतिष और संख्याओं में रुचि रखने वाले लोगों के लिए उपयोगी है। बल्कि यह उन व्यक्तियों के लिए भी फायदेमंद है। जो अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना चाहते हैं। उन्होंने आगे कहा कि अंकों का हमारे व्यक्तित्व, करियर, रिश्ते और जीवन की घटनाओं पर गहरा प्रभाव पडता है। सही ज्ञान और समझ के साथ हम अपने भविष्य को बेहतर बना सकते हैं। शशि भूषण गुप्ता ने बताया कि अभी तक पुस्तक की 521 प्रतियां ऑनलाइन प्लेटफॉर्म द्वारा वितरित हो चुकी हैं।
गौरतलब है कि अंक कर्म पत्री एक अनूठी पुस्तक है, जो अंकों के गूढ़ रहस्यों और कर्म सिद्धांतों पर आधारित है। यह पुस्तक अंकों की महत्ता, उनके प्रभाव और उनके जीवन पर पड़ने वाले प्रभावों पर विस्तृत चर्चा करती है। शोधकर्ता शशि भूषण गुप्ता ने अपने कई वर्षों के गहन शोध और अनुभवों के आधार पर इस पुस्तक को लिखा है, जिसमें अंकों की शक्ति, उनका वैज्ञानिक एवं आध्यात्मिक पक्ष, तथा दैनिक जीवन में उनके उपयोग की विस्तृत व्याख्या की गई है।
इस अवसर पर सेवानिवृत्त पुलिस उपाधीक्षक जे.पी. जुयाल, अमित चौहान, शिवम बन्धु, राजेश यादव, अरविंद सिंघल, डा.आरके पालीवाल, डा.पंकज मदान, डा.मोहित चौहान, राजन खन्ना, नवीन चुग, अरुल गुप्ता, गुलशन भाटिया, राज ओबेराय, अभिषेक अरोड़ा, कल्पना सिंह, माला गुप्ता, बर्खा, ज्योति, रिंकी सहित अनेक विद्वान, लेखक, साहित्य प्रेमी, तथा गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।

योगी आदित्यनाथ ने जय मां बगलामुखीे पुस्तक का किया विमोचन

प्रयागराज 1 मार्च *नेत्रकुम्भ प्रयागराज 2025 के समापन अवसर पर संत सूरदास सभागार में उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्य नाथ जी ने उत्तराखंड एवम् उत्तर प्रदेश के तीर्थाटन व पर्यटन पर लिखी पुस्तक " जय माँ बगलामुखी" का विमोचन किया। पुस्तक नैनीताल पर्यटन एवम् परिवहन विकास संघ लिमिटेड के तत्वावधान में लिखी गई।संघ के अध्यक्ष ललित पन्त ने बताया,कि इस अवसर पर सक्षम के राष्ट्रीय संगठन मंत्री आदरणीय  चन्द्रशेखर भाईसाहब जी, राष्ट्रीय महासचिव उमेश अधारे जी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री कमलाकांत पाण्डेय जी, नेत्र कुम्भ महाप्रबंधक सत्य विजय सिंह जी ,प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक जी,प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य जी,जलशक्ति मंत्री स्वंतन्त्र देव सिंह जी, आयोजन समिति के सदस्य सुनील सिंह जी व अन्य सदस्यगण ,सक्षम के केन्द्र व प्रान्त के दायित्वधारियों, विभिन्न संगठनों के पदाधिकारीगण एवम् नेत्र कुम्भ के विभिन्न विभागों के प्रमुखों की गौरवमयी उपस्थिति रही। पुस्तक के लेखक श्री रमाकांत पन्त एवम् प्रकाशक नैनीताल पर्यटन एवम् परिवहन विकास सहकारी संघ लिमिटेड के अध्यक्ष ललित पन्त हैं।ललित पन्त उत्तराखंड सक्षम के अध्यक्ष भी हैं।उन्हें   नेत्र कुम्भ में भोजन वितरण प्रमुख की जिम्मेदारी सौंपी गई थी ,ने माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ जी सहित सभी उपस्थित लोंगों का हार्दिक आभार व्यक्त किया।🙏

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