भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने जनपद हरिद्वार की जनता का जताया आभार


 


हरिद्वार की जीत पर जनता ने लगाई धामी के कार्यो पर मुहर: भट्ट


देहरादून 30 सितम्बर, भाजपा ने हरिद्वार पंचायत चुनाव मे मिली जीत को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि जनता ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के द्वारा किये जा रहे विकास कार्यो पर मुहर लगाई है। 

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हरिद्वार की जनता ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि वह विकास करने वालों के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश मे जिस तरह से डबल इंजन की सरकार कार्य कर रही है उससे लोगों मे भाजपा के प्रति विश्वास बढ़ा है। हरिद्वार जनपद मे सडको का जाल बिछा है तो शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओ  का विकास हुआ है। 

उन्होंने कहा कि अध्यात्मिक नगरी के सौंदर्य को और निखारने के लिए सरकार पूरी तरह से जुटी है। विरोधियों  के द्वारा फैलाएँ गए भ्रम और दुष्प्रचार भी असफल रहा और यही मुख्यमंत्री धामी और सरकार की लोकप्रियता है। उन्होंने कहा की सरकार राज्य के सर्वांगीण विकास के लिए तत्परता से कार्य कर रही है और पीएम मोदी के मार्गदर्शन तथा सीएम धामी के नेतृत्व मे राज्य निश्चित रूप से 2025 मे देश का अग्रणी राज्य बनेगा।



ऋषि कुल आयुर्वेदिक कॉलेज में आयोजित की गई निबंध प्रतियोगिता


हरिद्वार 30 सितंबर ( संजय वर्मा ) आयुष मंत्रालय भारत सरकार, आयुष विभाग उत्तराखंड सरकार एवं उत्तराखंड आयुर्वेद विश्ववद्यालय, हर्रावाला देहरादून के दिशा निर्देश के अनुसार ७वे आयुर्वेद दिवस एवं गाँधी जयंती कार्यक्रम के आयोजन के उपलक्ष्य में संरक्षक माननीय कुलपति प्रो०(डॉ०) सुनील कुमार जोशी, कार्यक्रम मुख्य संयोजक प्रो०(डॉ०) दिनेश चंद्र सिंह निदेशक ऋषिकुल परिसर, हरिद्वार के मार्गदर्शन में एक निबंध प्रतियोगिता का आयोजन "स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत" विषय पर किया गया। कार्यक्रम संयोजक डॉ० मनीषा दीक्षित एसो० प्रो० अगद तंत्र व  डॉ० भावना मित्तल असि० प्रो० अगद तंत्र द्वारा विद्यार्थियो को निबंध के नियमो व विषय की उपयोगिता से अवगत कराया गया। प्रतियोगिता में स्नातक २०१९ व २०२० के २७ छात्र-छात्राओं ने उत्साह पूर्वक प्रतिभाग किया।प्रतियोगिता में विद्यार्थियों की लेखन शैली, प्रस्तुतीकरण व विचारो की अभिव्यक्ति के आधार पर अंक प्रदान  किये गए।

२०१९ बैच की छात्रा साक्षी सैनी को प्रथम, २०२० बैच की अवंतिका रावत व २०१९ बैच की शिवानी यादव को द्वितीय तथा २०१९ बैच की मुक्ता जोशी को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। विद्यालय के परिसर निदेशक डॉ० दिनेश चंद्र सिंह द्वारा विद्यार्थियों को प्रोत्साहन हेतु प्रमाण - पत्र व पुरस्कार भी प्रदान  किये जायेंगे ।  प्रतियोगिता में कुलसचिव महोदय डॉ० राजेश कुमार, उपकुलसचिव डॉ० बालकृष्ण पवार, डॉ० संजय गुप्ता व डॉ० शैलेन्द्र प्रधान तथा अन्य शिक्षकों डॉ० रमेश चंद्र तिवारी व डॉ० वेदभूषण शर्मा ने विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया।

उत्तराखंड को मिला मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट अवॉर्ड

 *68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में उत्तराखण्ड को मिला Most Film Friendly State (Special Mention)  पुरस्कार*  



 *उत्तराखण्ड में फिल्म निर्माता-निर्देशकों को राज्य सरकार से मिला प्रोत्साहन - बंशीधर तिवारी*


*नई दिल्ली : 30 सितम्बर, 2022*                                                  

नई दिल्ली, विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में भारत के राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू द्वारा उत्तराखण्ड को 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के अन्तर्गत Most Film Friendly State (Special Mention)  पुरस्कार प्रदान किया गया। राज्य सरकार की ओर से यह पुरस्कार महानिदेशक, सूचना एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद बंशीधर तिवारी द्वारा प्राप्त किया गया है। 


महानिदेशक, सूचना एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद बंशीधर तिवारी ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य को यह पुरस्कार मिलने से प्रदेश में फिल्मों की शूटिंग को और अधिक प्रोत्साहन मिलेगा। महानिदेशक, सूचना ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा फिल्म उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये है। राज्य सरकार में फिल्म निर्माता-निर्देशकों के लिए अनुकूल माहौल बनाया गया है, जिसका परिणाम है कि आज उत्तराखण्ड को राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। मुख्यमंत्री श्री धामी द्वारा प्रदेश की फिल्म नीति को और अधिक आकर्षक बनाया जा रहा है। फिल्म नीति को और अधिक आकर्षक और व्यावहारिक बनाया जा रहा है। इससे राज्य में फिल्म निर्माण क्षेत्र को और अधिक प्रोत्साहित किया जा सकेगा। राज्य में अधिक से अधिक फिल्म निर्माता आ सकेंगे और स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ सकेंगे। राज्य सरकार द्वारा फिल्म नीति को आकर्षक बनाया गया है, जिसमें सिंगल विंडो शूटिंग अनुमति प्रदान किया जाना। अब राज्य में शूटिंग हेतु कोई भी शुल्क नही लिया जा रहा है। नई फिल्म नीति में रुपये 1.5 करोड़ तक अनुदान दिये जाने की व्यवस्था है। इसके साथ ही शूटिंग अवधि में पुलिस सुरक्षा उपलब्ध कराया जाना शामिल है। क्षेत्रीय फिल्मों को स्थानीय सिनेमाघरों द्वारा सप्ताह में एक शो अनिवार्य रूप से दिखाया जाना है। 


महानिदेशक, सूचना एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद बंशीधर तिवारी ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर के इस पुरस्कार के लिए उत्तराखण्ड राज्य का चयन हम सभी के लिए गौरव की बात है। अल्प कार्यकाल में देश के अन्य राज्यों को पीछे छोड़ते हुए उत्तराखण्ड राज्य का इस पुरस्कार के लिए चयन हुआ है। उन्होंने कहा की आगे भी सुविधा और सहयोग उपलब्ध कराया जाएगा ताकि अधिक से अधिक फ़िल्मों की शूटिंग उत्तराखंड में हो सके और उत्तराखंड विश्व पटल पर अपनी उपस्थिति और बेहतर तरीक़े से दर्ज करा सके।


उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद के नोडल अधिकारी डॉ. नितिन उपाध्याय ने बताया कि उत्तराखण्ड राज्य को 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के अन्तर्गत Most Film Friendly State (Special Mention) का पुरस्कार प्रदान किया गया है। भारत सरकार द्वारा यह पुरस्कार फिल्म उद्योग को आगे बढ़ाने, जिसमें राज्य में फिल्म निर्माण के लिए अनुकूल वातवारण तैयार करना शामिल है। इसके साथ ही फिल्म और कला क्षेत्र को प्रोत्साहन देना एवं बंद पड़े सिनेमा हॉल को फिर से खोलने के लिए प्रोत्साहित करना है। उत्तराखण्ड राज्य को यह पुरस्कार राज्य में फिल्म निर्माण के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया गया है।राज्य में उत्तराखण्ड राज्य सरकार द्वारा फिल्म निर्माताआें की सुविधाओं के दृष्टिगत आकर्षक फिल्म नीति लागू की गई है। विगत एक वर्ष में राज्य में 150 से अधिक फिल्मों, धारावाहिक, डाक्यूमेंट्री आदि की शूटिंग की गई है। इनमें द कश्मीर फ़ाइल, मीटर चालू, बत्ती गुल, परमाणु, बाटला हाउस, कबीर सिंह, केदारनाथ, नरेन्द्र मोदी, स्टूडेंट ऑफ द ईयर, परमाणु, रागदेश, तड़प, वार, डिस्कवरी चैनल पर प्रसारित कार्यक्रम Man vs Wild आदि कई बड़े नाम भी शामिल है। वर्ष 2017 के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के अन्तर्गत Special Mention Certificate for Film Friendly Environment पुरस्कार प्रदान किया गया था। वर्ष 2017 में पर्यटन पुरस्कार के अर्न्तगत उत्तराखण्ड राज्य को “राष्ट्रीय फिल्म संवर्धन हितैषी राज्य” का पुरस्कार प्रदान किया गया है। वर्ष-2018 के तहत सर्वश्रेष्ठ फिल्म प्रमोशन फ्रेण्डली स्टेट पुरस्कार-2018, वर्ष-2019 में मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट का प्रथम पुरस्कार-2019 मिला है। इन पुरस्कारों हेतु राष्ट्रीय स्तर पर गठित चयन समिति द्वारा निर्धारित मानकों का परीक्षण कर यह पुरस्कार प्रदान किया जाता है। पुरस्कार हेतु निर्धारितों मानकों के अनुसार विवरण भारत सरकार को प्रेषित की किया जाता है, जिसमें  Ease of filming, Infrastructure, सब्सिडी, Database, Marketing and Promotion एवं विगत वर्षो में राज्य में शूटिंग की गई फिल्मों की संख्या का विवरण प्रदान करना होता है।

उत्तराखंड आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय परिसर में चला स्वच्छता अभियान

 देहरादून 30 सितंबर ( जेके रस्तोगी



संवाददाता गोविंद कृपा  देहरादून )उत्तराखंड आयुर्वेद यूनिवर्सिटी देहरादून के कुलपति प्रोफेसर सुनील जोशी जी के निर्देशन में के मुख्य परिसर में महात्मा गांधी जी एवं लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर स्वच्छता अभियान का साप्ताहिक कार्यक्रम आयोजित किया गया l इस अवसर पर संस्थान में स्वच्छता का संदेश एवं जन जागरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया l परिसर के छात्र छात्राओं ने सफाई की एवं संस्थान के परिसर निदेशक डॉ डीपी पैन्यूली ने स्वच्छता का महत्व विषय पर छात्रों को संबोधित किया l स्वच्छता सप्ताह के संयोजक  डॉ मन्नत मारवाह ने गांधी जी के विचारो की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला और  बताया कि इस जन जन जागरण अभियान  का समापन गांधी जयंती के अवसर पर 2 अक्टूबर को होगा l  इसके साथ ही आज निबंध प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया  l निबंध प्रतियोगिता का शीर्षक महात्मा गांधी के विचारों की वर्तमान में प्रासंगिकता एवं स्वच्छता का महत्व रहा l मुख्य परिसर के छात्र छात्राओं ने निबंध प्रतियोगिता में भाग लिया l इस कार्यक्रम में डॉ ऋषि आर्य ने औषधीय पौधों के महत्व विषय पर भी व्याख्यान दिया l डॉ राजीव कुरेले ने इस कार्यक्रम में रस शास्त्र में प्रयुक्त होने वाली औषधियां एवं रस औषधियों के मानकीकरण और उनकी व्यावसायिक उपयोगिता पर  छात्र छात्राओं को संबोधित किया l मुख्य परिसर के शिक्षकों, चिकित्सकों, बीएमएस छात्र-छात्राओं एवं स्टाफ ने मुख्य परिसर के आसपास के क्षेत्र की सफाई में जोर शोर से भाग लिया।

इस कार्यक्रम में  डॉ नंदकिशोर दाधीचि ,डॉ प्रबोध येरावर ,डॉ अमित तमाडडी, डा० ऋषि आर्य, डॉ आकांक्षा, डॉ रिचा आदि उपस्थित रहे l

गायत्री साधना भगवान की ओर ले जाती है :-डॉ प्रणव पंड्या



मनुष्य जीवन को चौराहे से गुजरना होता है  : डॉ प्रणव पंड्या

हरिद्वार 30 सितंबर (संजय वर्मा ) गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में देश-विदेश से आये हजारों साधक आश्विन नवरात्र के अवसर पर गायत्री साधना में जुटे है। इन साधकों की दिनचर्या में ध्यान, साधना, योग, हवन और सत्संग शामिल है, इनमें सभी साधकों को अनिवार्य रूप से भागीदारी करनी होती है। सत्संग की पवित्र श्रृंखला को देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्रद्धेय डॉ प्रणव पण्ड्या नियमित रूप से संबोधित कर रहे हैं और साधकों के जिज्ञासाओं का समाधान भी सुझाते हैं।

देवसंस्कृति विश्वविद्यालय में सत्संग श्रृंखला के इस अवसर पर गीता मर्मज्ञ श्रद्धेय डॉ प्रणव पण्ड्या ने कहा कि मनुष्य जीवन को चौराहे से गुजरना होता है। जो उसे देवता, पितर, भूत और भगवान की ओर ले जाने की चार दिशाएँ दिखाता है। गायत्री साधना साधक को भगवान की ओर जाने के लिए प्रेरित करती है। मनुष्य जैसा कर्म करेगा, उसी के अनुरूप भगवान उसे फल देता है। गायत्री साधना साधक के अंतश्चेतना में, उसके मन, अंतःकरण, विचारों और भावनाओं में सन्मार्ग की ओर अग्रसर होने की प्रेरणा भरती है। गायत्री साधना से मानसिक क्षेत्र में सद्गुणों की वृद्धि होती है, दोष-दुर्गुण कम होने लगते हैं और सद्गुण बढ़ने लगते हैं। इस मानसिक कायाकल्प का परिणाम यह होता है कि दैनिक जीवन में आने वाले अनेक दुःखों का सहज ही समाधान होने लगता है।

अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख श्रद्धेय डॉ. पण्ड्या ने कहा कि आज की भागदौड़ भरी जिन्दगी में मनुष्य प्रायः सांसारिक हो गया है, इसलिए भगवान उसे उसी अनुरूप फल दे रहा है।  जो निःस्वार्थ भाव से मनोयोगपूर्वक तप साधना करता है उसे सांसारिक भव बंधन से भगवान मुक्ति प्रदान करता है। श्रद्धेय डॉ पण्ड्या ने कहा कि लोग सांसारिक कर्मों के बीच उलझ कर रह गये हैं, इससे मुक्ति पानी हो, तो तप, साधना और अनुष्ठान करना चाहिए। कठोपनिषद में उल्लेखित श्लोकों का वाचन करते हुए उन्होंने कहा कि पतन से उबरने के लिए तप, प्रार्थना एवं सत्संग का सहारा लेना चाहिए।

इस अवसर पर युगगायक डॉ शिवनारायण प्रसाद एवं श्री ओंकार पाटीदार ने भक्ति की झंकार उर से....... भक्तिगीत प्रस्तुत कर उपस्थित जनसमुदाय के हृदयों को झंकृत कर दिया। इस दौरान कुलपति श्री शरद पारधी, प्रतिकुलपति डॉ चिन्मय पण्ड्या सहित समस्त विभागाध्यक्ष, विद्यार्थी एवं शांतिकुंज के अंतःवासी कार्यकर्त्ता भाई बहिन उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री ने किया रानीपोखरी में पुल का लोकार्पण

 *मुख्यमंत्री  धामी के निर्देश पर 6 माह की तय समयावधि में पूरा हुआ रानीपोखरी पुल 



देहरादून 30 सितंबर मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को रानीपोखरी, देहरादून में अयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए विकासखण्ड डोईवाला के अन्तर्गत भानियावाला ऋषिकेश मोटर मार्ग के कि०मी०15 में 280 मीटर लंबे रानीपोखरी सेतु एवं विधानसभा विकासनगर के अन्तर्गत लम्बरपुर लांघा मोटर मार्ग के कि0मी0 2 में शीतला नदी के उपर 180 मीटर लंबे सेतु के निर्माण कार्य का लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने पुल का निरीक्षण भी किया।


 मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी द्वारा *केन्द्रीय सड़क अवसंरचना निधि ( ₹ 1618.55 लाख )  के अन्तर्गत  जनपद देहरादून के विकासखण्ड डोईवाला के अन्तर्गत भानियावाला ऋषिकेश मोटर मार्ग के कि०मी०15 में 280 मीटर स्पान के पी०एस०सी० गर्डर रानीपोखरी सेतु का निर्माण कार्य व राज्य योजना ( ₹342.56 लाख ) के अंतर्गत उक्त सेतु हेतु पहुंच मार्ग के निर्माण कार्य का लोकार्पण किया।* 


*मुख्यमंत्री ने  केंद्रीय सड़क निधि के अंतर्गत ₹1318.63 लाख की लागत से विधानसभा विकासनगर के में लम्बरपुर लांघा मोटर मार्ग के कि0मी0 2 में शीतला नदी के उपर 180 मीटर स्पान के आर.सी.सी बॉक्स, कलवर्ट के निर्माण कार्य का भी लोकार्पण किया।*


इस अवसर मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने डोईवाला विधानसभा के अंतर्गत *सनगांव पुल से कंडोली खर्क मोटर मार्ग के निर्माण कार्य, लच्छीवाला रेंज कार्यालय से दुधली ( वन विभाग मार्ग ) की मरम्मत के कार्य किए जाने, श्री कालू सिद्ध मंदिर से धन्याड़ी तक वन विभाग मोटर मार्ग का निर्मााण कार्य,  हर्रावाला में राजकीय कन्या हाईस्कूल के लिये तीन कक्ष व शौचालय निर्माण कार्य किए जाने की घोषणा की।*


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने पुल के उद्घाटन पर क्षेत्र वासियों को बधाई दी उन्होंने कहा राजधानी एवं ऋषिकेश के साथ ही गढ़वाल को जोड़ने वाला यह पुल अत्यधिक महत्वपूर्ण है, इसके पुनर्निर्माण से क्षेत्रीय जनता के साथ ही उत्तराखंड आने वाले सैलानियों को भी सुगमता होगी। उन्होंने लम्बरपुर लांघा मोटर मार्ग एवं रानीपोखिर में बने दोनों पुलों के निर्माण में शामिल रहे लोक निर्माण के सभी अधिकारियों, केंद्रीय एजेंसियों और हमारे मेहनतकश कामगारों का आभार व्यक्त किया, उन्होंने कहा उत्तराखंड में कनेक्टिविटी को सुदृढ़ करना हमारी प्राथमिकता है और हम निरंतर इस दिशा में आगे बढ़ रहे है, हमारी सरकार सड़को के विकास हेतु प्रतिबद्ध है, आज प्रदेश में जिस स्तर पर सड़को का निर्माण कार्य किया जा रहा है वह अभूतपूर्व है। हमने चार धाम सड़क परियोजना की ही तरह मानसखंड कॉरिडोर को भी राज्य का फ्लैगशिप प्रोजेक्ट तय कर इस पर कार्य करना शुरू कर दिया है, हम प्रदेश में केवल नए मार्गों का निर्माण ही नहीं कर रहे बल्कि इन पर आवाजाही को सुरक्षित करने का भी कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा हमारी सरकार जिस भी कार्य का शिलान्यास करती है उसका लोकार्पण भी करेगी। इस दौरान सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमेश पोखरियाल 'निशंक', कैबिनेट मंत्री श्री प्रेमचंद्र अग्रवाल,  विधायक श्री मुन्ना सिंह चौहान, विधायक श्री बृजभूषण गैरोला आदि उपस्थित थे।

परमार्थ निकेतन ऋषिकेश में दिव्यांगों को बांटे जाएंगे सहायक उपकरण


 ऋषिकेश 30 सितंबर ( अमरेश दुबे संवाददाता गोविंद कृपा ऋषिकेश)  परमार्थ निकेतन में ‘दिव्यांगों’, ‘डिफरेंटली एबल्ड’, सेरेब्रल पाल्सी (सीपी) से पीड़ित दिव्यांग भाई/बहनों व बच्चों को कृत्रिम अंग व थेरेपी प्रदान करने हेतु निःशुल्क शिविर का आयोजन 2 से 10 अक्टूबर तक विशेष रूप से होने जा रहा है जिसमें निर्मित कृत्रिम अंगों , केलिपर्स और मोल्डेड जूतोंका वितरण  11 अक्टूबर  को  किया जाएगा उपरोक्त जानकारी परमार्थ निकेतन के संचालक स्वामी चिदानंद मुनि सरस्वती महाराज ने प्रदान करते हुए बताया कि शारीरिक रूप से विकलांग दिव्यांगों के लिये कृत्रिम अंगों, कैलिपर्स और मोल्डेड जूतों के मुफ्त वितरण किया जाएगा ।रेजिस्ट्रेशन हेतु और व्यक्तिगत जांच के लिये जरूरतमंद परमार्थ निकेतन आश्रम ऋषिकेश  मैं संपर्क करें ।परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष

 स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी 

के आशीर्वाद और मार्गदर्शन से 

2 अक्टूबर से 10 अक्टूबर 2022, 

तक परमार्थ निकेतन में शारीरिक रूप से विकलांग, दिव्यांगों के लिये कृत्रिम अंगों, कैलिपर्स और मोल्डेड जूतों के निर्माण और मुफ्त वितरण हेतु निःशुल्क शिविर का आयोजन किया जा रहा 

दिव्यांग भाई/बहनों, के लिये थेरेपी के साथ ही ऊपरी और निचले अंग, पोलियो से ग्रस्त रोगियों के लिए कैलिपर्स, मोल्डेड जूते, लिम्ब्स आदि का निर्माण एवं वितरण किया जायेगा। पीड़ितों के दिव्यांग अंगों की व्यक्तिगत माप चिकित्सकों व तकनीशियन की टीम द्वारा ली जा रही हैं। 

(परमार्थ निकेतन अस्पताल में 10 से 5 बजे) समाज के हर वर्ग से पीड़ित दिव्यांग इसका तत्काल लाभ उठा सकते हैं।





पवित्र छड़ी यात्रा का जगह जगह हो रहा है स्वागत

 हरिद्वार 30 सितंबर ( गोपाल रावत वरिष्ठ पत्रकार ) जूना अखाड़े द्वारा संचालित पवित्र छड़ी आज  अपने निर्धारित कार्यक्रम के अंतर्गत माया देवी मंदिर से पूजा अर्चना के पश्चात छड़ी प्रमुख श्रीमहन्त प्रेम गिरि महाराज, मंत्री श्री महंत शैलजा गिरी माता, सचिव श्री महंत महेश पुरी,श्री महंत शैलेंद्र गिरी,अष्टकौशल महंत सुरेशा नंद गिरी की अगुवाई में भ्रमण के लिए निकली । पवित्र छड़ी बिरला घाट होते हुए बाल्मीकि चौक पहुंची ,जहां पूर्व पार्षद विजय शर्मा ,पार्षद विनीत जोली ,पार्षद अनिरुद्ध भाटी व महामाया महामाया व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने छड़ी की पूजा अर्चना कर साधु संतों का स्वागत किया। वहां पर भगवान बाल्मीकि की पूजा अर्चना के पश्चात पवित्र छड़ी दत्तात्रेय चौक पहुंची जहां जूना अखाड़े के आराध्य देवता भगवान दत्तात्रेय की पूजा अर्चना की गई ।यहां से हर-हर महादेव के जयघोष के साथ पवित्र छड़ी आनंद भैरव घाट पहुंची, जहां गंगा में पवित्र स्नान कराकर विधिवत पूजा अर्चना की गई । तत्पश्चात पवित्र छड़ी पवित्र नगर कोतवाल आनंद भैरव महाराज के दरबार ले जाई गई विधिवत पूजा अर्चना के पश्चात माया देवी मंदिर स्थापित की गई। इससे पूर्व कल बृहस्पतिवार को पवित्र छड़ी कांगड़ी ग्राम में स्थित श्री महंत सोहन सोहन गिरी आश्रम पूजा-अर्चना के लिए गई छडी के वहां पहुंचने पर ग्रामीणों तथा क्षेत्र वासियों  गुल्लू पंजवानी ,अजय कुमार ,पार्षद अनिल मिश्रा ,



दिवाकर के साथ पूजा अर्चना की जूना अखाड़े की निर्माण मंत्री श्री शैलजा गिरी माता ने अखाड़े की परंपरा अनुसार पवित्र छड़ी का अभिषेक किया। जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरी महाराज ने बताया कि कल शनिवार को पवित्र छड़ी बिल्केश्वर महादेव ,दक्षेश्वर महादेव ,व कई अन्य स्थानों पर पूजा अर्चना हेतु जाएगी। पवित्र छड़ी यात्रा में कोठारी महंत महाकाल गिरि ,महंत हीरा भारती, श्रीमहंत मनोज गिरी ,श्री महंत पशुपति गिरी, महंत शांतिगिरी, महंत केशवगिरी महंत कन्हैया पुरी महंत राजेंद्र गिरि महंत गजानंद गिरि महंत परमानंद गिरी गिरी गिरी सहित भारी संख्या में श्रद्धालु शामिल रहे ।

विश्व हृदय दिवस के अवसर पर ऋषि कुल में हुआ सेमिनार का आयोजन




**आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम एवं स्वास्थ्य रक्षणं कार्यक्रम के अन्तर्गत उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के ऋषिकुल परिसर कायचिकित्सा स्नातकोत्तर विभाग द्वारा विश्व ह्रदय दिवस  पर   संगोष्ठी का आयोजन हुआ **


हरिद्वार 30 सितंबर (संजय वर्मा )उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रोफेसर डॉ सुनील कुमार जोशी,काय चिकित्सा विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉक्टर ओ.पी. सिंह एवं डॉ संजय त्रिपाठी के मार्गदर्शन में उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय, ऋषिकुल  परिसर  रस शास्त्र एवं  भेषज्य कल्पना विभाग के सेमिनार हॉल में जनजागरूकता बढ़ाने हेतु *Use Heart for every Heart* विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन कायचिकित्सा विभाग ऋषिकुल परिसर, हरिद्वार द्वारा किया गया।कार्यक्रम का शुभारम्भ निदेशक ऋषिकुल परिसर, हरिद्वार  प्रोफेसर( डॉ )डी.सी.सिंह, उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय संकायअध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ )अनूप गक्खड़, रस शास्त्र एवं  भेषज्य कल्पना विभाग के प्रोफेसर (डॉ) खेम चन्द्र शर्मा ने भगवान धन्वंतरी को पुष्प अर्पित करके साथ ही एम. डी स्कॉलर श्वेता, प्रियंका, किरन ने धन्वंतरि वंदना गायन से किया।  एक दिन की इस संगोष्ठी में ऋषिकुल के विभिन्न स्नातकोत्तर विभागों से कुल 21 पेपर प्रेजेंटेशन दिए गए इसके अंतर्गत प्रथम स्थान पर  एम. डी. स्कॉलर रस शास्त्र डॉ श्रुति शर्मा, द्वितीय स्थान पर सयुक्त रूप से डॉ किरण चमोली एम. डी.स्कॉलर कायचिकित्सा विभाग एवं एम.डी. स्कॉलर रोग निदान विभाग डॉ श्रद्धा शर्मा ने,तृतीय स्थान पर संयुक्त रूप से डॉ शिवानी सुंदरियाल एम.डी. स्कॉलर काय चिकित्सा विभाग  और डॉ. मनीषा बिष्ट एम.डी. स्कॉलर द्रव्य गुण विभाग को सर्टिफिकेट  और  मोमेंटो प्रदान किये गये । इस प्रतियोगिता कार्यक्रम में विभिन्न प्रतिभागियों के प्रेजेंटेशन को रोग निदान विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ  रूबी रानी अग्रवाल, बाल रोग विभाग की  प्रो (डॉ. )रीना  दीक्षित,स्वस्थवृत्त एवं योग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. शोभित कुमार वार्ष्णेय ने जज कर परिणाम घोषित किया। कार्यक्रम के अंत में   निदेशक ऋषिकुल परिसर प्रो (डॉ ) दिनेश चन्द्र सिंह ने अपने उद्बोधन में विश्व ह्रदय दिवस  के अवसर पर कार्यक्रम के उदेश्य एवं महत्त्वता पर अपने विचार रखें  एवं  कायचिकित्सा विभाग  को एवं प्रतिभागियों का प्रोत्साहन कर साधुवाद  दिया।कार्यक्रम के  समापन पर डॉ  देशराज सिंह चिकित्साधिकारी ऋषिकुल परिसर ने कार्यक्रम में उपस्थित   निदेशक ऋषिकुल परिसर, सभी शिक्षक गणों, चिकित्सकों, प्रतिभागियों,  छात्र छात्राओं का एवं कार्यक्रम के सहयोगी कर्मचारियों का धन्यवाद एवं आभार ज्ञापित करके किया।इस आयुर्वेद संगोष्ठी में मंच का संचालन डॉ. श्वेता शुक्ला असिस्टेंट प्रो कायचिकित्सा विभाग,एम. डी. स्कॉलर डॉ नेहा एवं डॉ  चंचल  ने सयुंक्त रुप से किया। इस कार्यक्रम में प्रो कीर्ति वर्मा, प्रो  नरेश चौधरी प्रो.रूबी रानी अग्रवाल,  प्रो. सीमा  जोशी,प्रो रीना  दीक्षित,डॉ शोभित कुमार वार्ष्णेय,डॉ रमेश  चन्द्र तिवारी, डॉ भावना  मित्तल, डॉ रेनू राव,डॉ सविता सोनकर, डॉ. उषा  शर्मा, डॉ. शुचि मित्रा, डॉ  यादवेन्द्र यादव,डॉ  महेश  चन्द्रा,डॉ वेद भूषण शर्मा,  डॉ देशराज सिंह,डॉ अवनीश उपाध्याय आदि शिक्षक एवं चिकित्सक ,साथ ही स्नातक एवं स्नात्तकोत्तर छात्र -छात्राओं की गरिमामयी उपस्थिति रही।

श्रद्धा एवं उत्साह के साथ तीर्थ नगरी में मनाया जा रहा है दुर्गा पूजा महोत्सव

 पूर्वांचल उत्थान संस्था और नवदुर्गा युवा समिति की दुर्गा पूजा में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ 


*** श्रद्धा भक्ति के साथ हो रहा है, दुर्गा पूजा महोत्सव का आयोजन


हरिद्वार 29 सितंबर (वीरेंद्र शर्मा संवाददाता गोविंद कृपा हरिद्वार )


तीर्थनगरी हरिद्वार में शारदीय नवरात्र के पावन अवसर पर पूर्वांचल एवं मिथिलांचल समाज की ओर से पूर्ण श्रद्धा- भक्ति और हर्षोल्लास के साथ दुर्गा पूजा महोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। जिसमें प्रतिदिन मां भगवती की पूजा अर्चना के साथ विशेष आरती में बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त शामिल होकर मां का आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं।‌


पूर्वांचल उत्थान संस्था एवं नव दुर्गा युवा समिति के तत्वावधान में ओम एन्क्लेव, बड़ी टंकी के निकट पंडाल में 15 वां दुर्गा पूजा महोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। जिसमें मां भगवती की प्रतिमा स्थापित कर पूर्ण विधि विधान से मां भगवती दुर्गा की आराधना की जा रही है।‌ दुर्गा पूजा समारोह को लेकर लोगों में खासा उत्साह बना हुआ है। प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूजा स्थल पर पहुंचकर मां भगवती की पूजा कर मनोकामना पूर्ति का आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं। चारों ओर दुर्गा पूजा समारोह की सराहना की जा रही है। कार्यक्रम संयोजक दिलीप कुमार झा ने बताया कि

प्रतिदिन सुबह 7:30 से पूजा प्रारंभ हो जाती है।  शाम की आरती 8:00 बजे से मां भगवती की आरती की जाती है।  उन्होंने सभी भक्तजनों  से निवेदन किया है कि  दैनिक पूजा और आरती में शामिल होकर  माता रानी के चरणों में अर्जी लगाएं और पुण्य का भागी बने।

दिलीप कुमार झा ने बताया कि 3 अक्टूबर, अष्टमी तिथि को माता का जागरण, 4 अक्टुबर को हवन पूजन के साथ भक्तों के लिए विशाल भंडारे के बाद 5 अक्टूबर को दशमी पूजा के उपरांत मुर्ति विसर्जन किया जायेगा।‌।कार्यक्रम में दिलीप झा,  अनित् मिश्रा,  रिंकू यादव अजीत कुशवाहा, प्रमोद यादव, रामधारी प्रजापति, दीपक प्रजापति, कुलदीप चौधरी, मनीष कुमार, अरविंद झा,  विनोद झा, अरविंद चाचा, सुजीत झा, सुमित् पराशर, मनोज झा, अमित पाराशर, हरेंद्र कुमार, शिशिर कुमार, सनोज साह, शिव सिंह, कमलेश यादव, दिलीप ठाकुर, कृपा शंकर झा,  मनोज चतुर्वेदी, राकेश मौर्या, राजय यादव, महेश यादव, सहित शिवा एनक्लेव, ओम एनक्लेव, नेहरू कॉलोनी के लोग मौजूद रहे।

ऋषि कुल आयुर्वेदिक कॉलेज में शुरू हुआ स्वच्छता पखवाड़ा

 हरिद्वार 29 सितंबर ( वीरेंद्र शर्मा संवाददाता गोविंद कृपा हरिद्वार ) भारत सरकार, आयुष मंत्रालय, उत्तराखण्ड शासन एवं उत्तराखण्ड आयुर्वेद



विश्वविद्यालय के निर्देशनानुसार ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय के तत्वाधान में विशेष स्वच्छता एवं जनजागरूकता अभियान चलाया जा रहा है जो कि एक पखवाडा जो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के जन्मदिवस तक जारी रहेगा। इस कार्यक्रम के तहत ही ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय के परिसर निदेशक प्रो0 (डा0) डी0सी0 सिंह के मुख्य संयोजन एवं शरीर रचना विभागाध्यक्ष प्रो0 (डा0) नरेश चौधरी के संयोजन में ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय के संकाय सदस्यों ,कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं द्वारा गंगा किनारे की मलिन बस्तियों में स्वच्छता एवं जन जागरूक अभियान चलाकर विशेष सफाई की गई तथा सभी बस्तियों से पालीथिन, कूडा-कचरा एकत्रित कर नगर निगम के कूडादानों में जमा किया गया। जनजागरूकता अभियान के तहत बस्तियों में निवास करने वाले परिवारांे को विशेष रूप से संदेश दिया गया कि स्वच्छता अभियान चलाने का उद्देश्य है कि सभी जनमानस अपने घर के आसपास का कूडा कचरा नगर निगम द्वारा रखे गये कूडादानों में ही डालें तथा विशेष रूप से पालीथिन एवं प्लास्टिक निर्मित वस्तुओं को अलग से एकत्रित किया जाये, जिससे उक्त कचरे का उचित निस्तारण किया जा सके। ऋषिकुल परिसर के निदेशक प्रो0 (डा0) डी0सी0 सिंह ने कहा कि ऋषिकुल परिसर के सभी अधिकारी, कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं पूरे स्वच्छता पखवाडे के तहत आस पास के सभी गली-मोहल्लों एवं बस्तिओं में जाकर सम्पूर्ण जनसमाज को स्वच्छता के प्रति जागरूक करेंगें तथा मलिन बस्तिओं के निवासियों हेतु विशेषकर काउंसलिंग एवं चिकित्सा शिविर भी की आयोजित किये जायेंगें, जिससे वे पूर्णतया स्वस्थ्य रहने के लिये साफ सफाई का विशेष रूप से ध्यान रखेंगें। स्वच्छता अभियान के संयोजक डा0 नरेश चौधरी ने अवगत कराया कि 15 दिवसीय अभियान के अन्तर्गत नगरीय क्षेत्र हरिद्वार के सभी गंगा घाटों को स्वच्छ कर यात्रियों एवं श्रद्धालुओं को भी विशेष रूप से जागरूक किया जायेगा कि हम सभी का गंगा मां को निर्मल एवं स्वच्छ करना सर्वोच्च प्राथमिकता है साथ ही साथ हरिद्वार जनपद को पालिथिन एवं सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त करना है जिससे प्रदूषण से बचा जा सके और प्रत्येक व्यक्ति आज के परिपेक्ष्य में प्रदूषित वातावरण से सुरक्षित कर अपने आप को स्वस्थ्य रख सकें। स्वच्छता अभियान में संकायाध्यक्ष प्रो (डा0) अनूप कुमार गक्खड़, डा0 वेद भूषण, डा0 चारूल सैनी, डा0 हेमलता तिवारी, डा0 रेनू, डा0 आकांक्षा कैन्त्यूरा, डा0 आकांक्षा पंवार, डा0 दीपिका, डा0 वर्षा, डा0 मनजीत रावत, डा0 जयप्रकाश रावत, डा0 दीपिका भट्ट, डा0 इन्द्रमणि, डा0 अक्षु शर्मा, संतोष कुमार आदि ने सक्रिय सहभागिता की। 

नवरात्रों में यज्ञ करने का है विशेष महत्व



 नवरात्र साधना का है अलौकिक विज्ञान ः डॉ. चिन्मय पण्ड्या

 

हरिद्वार 29 सितंबर (अमरेश दुबे संवाददाता गोविंद कृपा ऋषिकेश क्षेत्र )देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्रद्धेय डॉ प्रणव पण्ड्या ने कहा कि नवरात्र अनुष्ठान के साथ यज्ञ का विशेष महत्व है, जो आंतरिक कषाय कल्मष को दूर करे, वह यज्ञ कहलाता है। यज्ञ संवेदना का जागरण करता है और सत्प्रेरणा प्रदान करता है।

श्रद्धेय डॉ पण्ड्या देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के मृत्युजंय सभागार में आश्विन नवरात्र के अवसर पर आयोजित स्वाध्याय शृंखला के चौथे दिन भक्त, भक्ति और भगवान की महिमा विषय पर साधकों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भगवान याजक के भावों को ग्रहण करता है। जो साधक अनुष्ठान के साथ मनोयोगपूर्वक यज्ञ करता है, उसे इच्छित फल की प्राप्ति होती है। श्रद्धेय डॉ पण्ड्या ने कहा कि पांच प्रकार के यज्ञ होते हैं- द्रव्य यज्ञ, तपोयज्ञ, योग यज्ञ, स्वाध्याय यज्ञ और ज्ञान यज्ञ। इन यज्ञों में स्वाध्याय यज्ञ का महत्वपूर्ण स्थान है। स्वाध्याय यज्ञ से मन मस्तिष्क के विकार समाप्त होते हैं। इससे आत्म संयम साधने का सूत्र प्राप्त होता है। श्रद्धेय डॉ पण्ड्या ने कहा कि स्वाध्याय यज्ञ के अंतर्गत सत्साहित्यों का चयन, परख, परिमार्जन और उसकी साधना महत्वपूर्ण है। स्वाध्याय यज्ञ से भाव विचार और व्यवहार में परिवर्तन होता है। अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख श्रद्धेय डॉ प्रणव पण्ड्या ने कहा कि भारत-चीन युद्ध के दौरान पीतांबर पीठ के आचार्यों ने जो यज्ञ किया था, उसका भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका रही। उन्होंने कहा कि भारत पर जब-जब आक्रांताओं ने हमला किया, तब-तब ऋषियों की इस भूमि से अनेक सिद्ध संतों, साधकों ने तपोयज्ञ कर भारत को सुरक्षित रखने हेतु अपनी तप शक्ति लगाई।

शांतिकुंज के मुख्य सभागार में आयोजित सत्संग को संबोधित करते हुए देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या ने नवरात्र साधना के अलौकिक विज्ञान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि नवरात्र साधना साधक को समग्रता से जोड़ता है। इस साधना से उत्सर्जित ऊर्जा मनुष्य जीवन के प्रारब्ध को नष्ट करता है और भविष्य को श्रेष्ठतर बनाता है। साधक के व्यक्तित्व को ऊँचा उठाता है। पूर्ण एकाग्रता के साथ साधना करने का परिणाम सुखद होता है। उन्होंने कहा कि गायत्री साधना जाति, आयु और भोग के बंधन से मुक्ति दिलाने में कारगर है। गायत्री साधना साधक के इहलोक और परलोक दोनों को सुधारता है। प्रतिकुलपति ने विभिन्न पौराणिक एवं आधुनिक कथानकों का जिक्र करते हुए गायत्री साधना की गुह्य उपलब्धियों से लेकर मानव जीवन में घटित होने वाली घटनाओं पर विस्तृत प्रकाश डाला। साथ ही अनादिकाल से लेकर वर्तमान समय में घटित घटनाओं में साधना के परिणामों को सरल उदाहरणों के माध्यम से विस्तार से जानकरी दी। इस अवसर पर शांतिकुंज के वरिष्ठ कार्यकर्त्तागण, अंतःवासी भाई-बहिन सहित देश-विदेश से आये गायत्री साधक हजारों की संख्या में उपस्थित रहे।

लक्सर में विश्व हिंदू महासंघ टीम का हुआ गठन

लक्सर 28 सितंबर (पवन आर्य संवाददाता गोविंद कृपा लक्सर)  जनपद हरिद्वार की टीम के द्वारा  विश्व हिंदू महासंघ उत्तराखंड का कार्यक्रम आयोजित किया गया । नव नियुक्त प्रदेश अध्यक्ष अनुराग धीमान  का जोरदार स्वागत  किया एव उत्तराखंड प्रदेश व जनपद के पदाधिकारियों  के पदों  का आवंटन किया गया,  जिसमे कार्यक्रम की अध्य्क्षता कुलदीप सैनी मंडल उपाध्यक्ष युवा मोर्चा और संचालन मास्टर  श्याम लाल धीमान  ने किया। 

सभा में माननीय रमेश धीमान,



आरएसएस प्रान्त , श्री विपिन धीमान जी , ओमेन्द्र सैनी जी, विजेंदर सैनी जी,अज्नेश कश्यप जी मंडल अध्यक्ष् बीजेपी , श्रीमती सविता पवार जी परदेश कार्यकारणी सदस्य बीजेपी बिरजपाल सैनी जी , अरुण धीमान जी विपिन धीमान जी मुन्नू सैनी जी चरण सिंह प्रजापति जी सर्वसमाज के लोग उपस्थित रहे। 

ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर स्वामी शांतानंद जी महाराज को दी संत समाज ने श्रद्धांजलि

 त्याग, तपस्या और सेवा की साक्षात प्रतिमूर्ति थे स्वामी शांतानंद शास्त्री : मदन कौशिक

श्री जगदीश आश्रम में संतजनों ने दी ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर स्वामी शांतानंद शास्त्री जी महाराज को भावभीनी श्रद्धांजलि 




हरिद्वार, 28 सितंबर( संजय वर्मा)  उत्तरी हरिद्वार की प्रख्यात धार्मिक संस्था श्री जगदीश आश्रम के ब्रह्मलीन परमाध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी शांतानंद शास्त्री जी महाराज को उनकी छठी पुण्यतिथि पर स्वामी योगेन्द्रानन्द शास्त्री के संयोजन में आयोजित श्रद्धाजंलि समारोह में संत समाज ने भावपूर्ण स्मरण करते हुए श्रद्धाजंलि अर्पित की। महामंडलेश्वर स्वामी अनंतानंद महाराज की अध्यक्षता एवं आश्रम वर्तमान परमाध्यक्ष स्वामी योगेन्द्रानंद शास्त्री महाराज के संयोजन में विशाल श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया, जिसमें भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं हरिद्वार के विधायक मदन कौशिक ने उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर स्वामी शांतानंद शास्त्री जी महाराज त्याग, तपस्या और सेवा की साक्षात प्रतिमूर्ति थे। उन्होंने संस्कृत के प्रचार प्रसार में अपना विशेष योगदान दिया स्वामी शंभूदेव संस्कृत महाविद्यालय का सफल संचालन इसका प्रमाण है। उन्होंने कहा कि वह परम गौभक्त थे उनकी विशाल गौशाला में सैकड़ों गायों का पालन पोषण और संरक्षण हुआ करता था जो आज भी निरंतर जारी है। 

म.मं. स्वामी हरिचेतनानन्द जी महाराज ने कहा कि स्वामी शांतानन्द शास्त्री जी महाराज ने अखिल भारतीय गरीबदासीय महापरिषद की स्थापना कर गरीबदासीय सम्प्रदाय को एकजुट करने के साथ-साथ संत समाज की आपसी एकता को मजबूत करने का कार्य किया।

श्रीमहंत देवानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा कि म.मं. स्वामी शांतानन्द शास्त्री जी महाराज धार्मिक गतिविधियों के साथ-साथ सामाजिक कार्यों में अग्रणीय भूमिका निभाते थे। उन्हांेने सदैव समाज के कमजोर व असहायजनों की सहायता करने का कार्य किया।  

भाजपा पार्षद दल के उपनेता अनिरूद्ध भाटी ने उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि स्वामी शांतानंद शास्त्री जी महाराज दया, करुणा और स्नेह की निर्मल गंगा थे जिन्होंने सदैव संत समाज को सम्मान और भक्तजनों को अपने आशीर्वाद से अभिसिंचित किया। उनके अधूरे कार्य को उनके योग्य शिष्य एवं वर्तमान आश्रम के अध्यक्ष स्वामी योगेंद्रानंद शास्त्री जी महाराज पूरे कर रहे हैं। उन्होंने स्वामी योगेंद्रनंद जी महाराज के प्रति मंगलकामनाएं प्रकट करते हुए संस्था के सफल संचालन के लिए उन्हें बधाई दी। 

संस्था के परमाध्यक्ष स्वामी योगेन्द्रानन्द शास्त्री जी महाराज ने कहा कि पूज्य गुरूदेव के पदचिन्हों पर चलते हुए संस्था सदैव धर्म के प्रचार-प्रसार, संस्कृत शिक्षा के उन्नयन व सामाजिक कार्यों में सदैव तत्पर रहती है।

इस अवसर पर संतजनों ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर स्वामी दुर्गेशानन्द सरस्वती जी महाराज, स्वामी चिद्विलासानन्द जी महाराज, रविदेव शास्त्री, महंत दिनेश शास्त्री, ज्ञानानन्द शास्त्री, स्वामी विवेकानन्द, स्वामी कृष्णानन्द, स्वामी शिवानन्द, पार्षद विनित जौली, विदित शर्मा, पार्षद नितिन माणा, पार्षद लोकेश पाल, दीपांशु विद्यार्थी, मण्डल महामंत्री तरूण नैयर, आदित्य गौड़, सन्नी गिरि, डॉ. डी.एन. बत्रा, दिनेश बंसल समेत अनेक गणमान्यजन उपस्थित रहे।

देव संस्कृति विश्वविद्यालय में गायत्री साधना सत्र

 भावपूर्ण भक्ति से ही प्राप्त होती है भगवत् कृपा ः डॉ पण्ड्या

कुलाधिपति ने विद्यार्थियों के जिज्ञासाओं का किया समाधान


हरिद्वार 28 सितंबर।(अमरेश दुबे संवाददाता गोविंद कृपा ऋषिकेश क्षेत्र) 


देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्रद्धेय डॉ प्रणव पण्ड्या ने कहा कि भगवान श्रद्धा के भूखे होते हैं। भावपूर्ण भक्ति से ही भगवत् कृपा प्राप्त होती है। हमारी जीवन साधना भगवान द्वारा निर्धारित विधिसम्मत होनी चाहिए। तभी उनका संरक्षण एवं शक्ति प्राप्त होते हंै।

श्रद्धेय डॉ पण्ड्या देसंविवि के मृत्युंजय सभागार में आश्विन नवरात्र के अवसर पर आयोजित सत्संग शृंखला के तीसरे दिन साधकों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नवरात्र के अवसर पर शुद्ध मन एवं पवित्र भावना के साथ किये जाने वाला जप-तप साधक के मनोभाव को शुद्ध करता है। साधक की श्रद्धा भावपूर्ण एवं भावनाएँ पवित्र होनी चाहिए। गीता मर्मज्ञ श्रद्धेय डॉ पण्ड्या ने कहा कि स्वामी रामकृष्ण परमहंस श्रद्धासिक्त भाव से  माँ काली को भोजन कराया करते थे। भगवान श्रीकृष्ण ने अपने भक्तों की भावनाओं को परख कर ही अनुग्रह करते थे। जिनकी भावनाएँ जैसी होती है, भगवत्कृपा भी उसी अनुसार मिलती है। उन्होंने प्रहलाद, मीरा, धन्ना जाट, चण्ड कौशिक नाग आदि की प्रेरक कहानियों को साझा करते हुए कहा कि इन्होंने भगवान के साथ निच्छल भाव से भावपूर्ण होकर ईश्वर द्वारा बनाई गयी विधि के अनुसार आराधना की, परिणामस्वरूप भगवान इन्हें बचाने, रक्षा करने हेतु समय-समय पर आते रहे। उन्होंने कहा कि भगवान सदैव विद्यमान रहते हैं। जरूरत है पवित्र भावना एवं भावपूर्ण आराधना की।

इस अवसर पर देसंविवि के अभिभावक श्रद्धेय डॉ पण्ड्या जी ने नवरात्र साधना में जुटे विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं का समाधान किया और उनके आध्यात्मिक विकास के लिए विविध सुझाव दिये। उल्लेखनीय है कि देसंविवि में शैक्षणिक विकास के साथ साथ उनमें आध्यात्मिकता का भी समावेश हो, इस हेतु समय समय पर विशेष पहल की जाती है।

इससे पूर्व युगगायकों ने ‘माँ तेरे चरणों में हम शीश झुकाते हैं..’’ गीत को सितार,  बांसुरी आदि भारतीय वाद्ययंत्रों से प्रस्तुत कर उपस्थित छात्र-छात्राओं, शिक्षक-शिक्षिकाओं, देसंविवि व शांतिकुंज के अनेक कार्यकर्त्ताओं को उल्लसित किया। इस अवसर पर कुलपति श्री शरद पारधी, प्रति कुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या, कुलसचिव श्री बलदाऊ देवांगन सहित समस्त विभागाध्यक्ष, प्रोफेसर्स, विद्यार्थी, देश-विदेश से आये साधक उपस्थित रहे।

संतोषी माता आश्रम कनखल पहुंची छड़ी यात्रा

 हरिद्वार 28 सितंबर


( गोपाल रावत वरिष्ठ पत्रकार )श्रीपंच दशनाम जूना भैरव अखाड़े की पवित्र छड़ी नगर भ्रमण परिक्रमा करते हुए बुधवार को कनखल क्षेत्र में पहुँची। कनखल क्षेत्र पहुँचने पर श्रद्धालु भक्तों द्वारा जगह जगह पवित्र छड़ी की पूजा अर्चना तथा पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। कनखल भ्रमण करते हुए पवित्र छड़ी सन्यास रोड पर  संतोषी माता आश्रम पहुंची ।जहां महामंडलेश्वर संतोषी माता, निरंजनी अखाड़े के सचिव एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्री महंत रवींद्र पुरी जी महाराज, प्रबंधक अशोक शांडिल्य ने पवित्र छड़ी की पूजा अर्चना की ।इस अवसर पर छड़ी के प्रमुख महंत श्रीमहंत प्रेम गिरी महाराज ने कहा कि इस पवित्र छड़ी यात्रा की परम्परा करीब करीब ढाई हजार वर्ष पूर्व आदि शंकराचार्य द्वारा प्रारंभ की गई थी इसका उद्देश्य सनातन धर्म का प्रचार प्रसार करना तथा पौराणिक मंदिरों की सुरक्षा करना है इसी उद्देश्य को लेकर यह पवित्र यह छड़ी यात्रा पूरे उत्तराखंड के पौराणिक तीर्थ का भ्रमण करेगी और जनता को अपने पौराणिक मंदिरों की रक्षा के लिए जागृत करेगी।  महामंडलेश्वर संतोषी माता ने पवित्र छड़ी की पूजा अर्चना कर इस यात्रा की सफलता की कामना की। जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय सभापति श्री प्रेम गिरी महाराज ने बताया गुरुवार को पवित्र छड़ी श्यामपुर कांगड़ी क्षेत्र में परिक्रमा है तू जाएगी जान श्री महंत स्वामी आश्रम में चोरी की पूजा-अर्चना होगी पवित्र यात्रा में श्रीमहंत सुरेशानंद सरस्वती, श्री महंत पूर्णागिरि, श्री महंत महेश पुरी, श्री महंत मनोज गिरी, श्री महेंद्र पशुपति गिरी ,महंत हीरा भारती, महंत पूर्णागिरि,महंत महाकाल गिरी,महन्त आदित्य गिरि, महत राजेन्द्र गिरी,गजा नंद गिरि तथा महंत अमृत पुरी शामिल थे।

शारदीय नवरात्रों में प्राचीन अवधूत मंडल आश्रम में हो रही है मां भगवती की आराधना

 श्री प्राचीन अवधूत मंडल आश्रम में तृतीय नवरात्रि के दिन की गई मां चंद्रघंटा की आराधना

हरिद्वार 28 सितंबर (वीरेंद्र शर्मा संवाददाता गोविंद कृपा हरिद्वार ) श्री प्राचीन अवधूत मंडल आश्रम



पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी रूपेन्द्र प्रकाश जी महाराज के सानिध्य एवं पंडित उमेश जोशी के आचार्यत्व मे शारदीय नवरात्रों में मां भगवती के विभिन्न रूपों की पूजा की जा रही है । श्री दुर्गा सप्तशती के पाठ, यज्ञ ,हवन, कन्या पूजन,के साथ प्रतिदिन आश्रम में अनुष्ठान आयोजित किए जा रहे हैं ।आज नवरात्रि के तीसरे दिन महामंडलेश्वर स्वामी रूपेन्द्र प्रकाश महाराज ने  मां भगवती के तृतीय स्वरूप मां चंद्रघंटा  की आराधना  करते हुए कहा कि  मां भगवती का तृतीय रूप  भक्तों के लिए कल्याणकारी है जो भी साधक मां भगवती के इस स्वरूप का ध्यान करता है पूजन अर्चन करता है उसको विजय मिलती है मां चंद्रघंटा  शत्रु का संहार कर अपने भक्तों को अभय प्रदान करती है। इस अवसर पर आचार्य बुद्धि बल्लभ, नरेंद्र गौड, संजय वर्मा,अनिल गुप्ता,विकास कुमार,अमित कुमार अंकुरसहित आश्रम के भक्त और सेवक उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री ने स्वच्छता दूतों को किया सम्मानित

 देहरादून 27 सितंबर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास स्थित, मुख्य सेवक सदन में सेवा पखवाड़ा 2022 के तहत ‘स्वच्छता गौरव सम्मान’ कार्यक्रम में स्वच्छता दूतों को सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पी.एम स्वनिधि के लाभार्थियों एवं स्वच्छता पर आयोजित निबंध एवं चित्रकला प्रतियोगिता के विजेता बच्चों को भी सम्मानित किया। 


 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश के ’स्वच्छता दूतों’ का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इनकी संकल्पशक्ति और प्रयासों ने राज्य में स्वच्छता का एक नया अध्याय लिखा है। यह प्रत्येक उत्तराखंडवासी के लिए गर्व का विषय है कि स्वच्छता


सर्वेक्षण-2022 में हमारे शहरी क्षेत्र के चार निकायों को महामहिम राष्ट्रपति जी द्वारा 1 अक्टूबर को सम्मानित किया जाएगा। स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण के तहत भी उत्तराखंड राज्य ने छह विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार जीते हैं। उन्होंने इसके लिए सभी स्वच्छता दूतों, शहरी विकास विभाग, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग को बधाई दी।


मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे स्वच्छता दूत ही स्वच्छता अभियान की धुरी हैं। भारतीय संस्कृति और दर्शन में स्वच्छता हमेशा से सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। ये हमारे मूल्यों और संस्कारों का अभिन्न अंग है। उन्होंने कहा कि अपनी गौरवशाली परंपराओं का स्मरण करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में स्वच्छता का एक ऐसा महा-अभियान चलाया जा रहा है जिसकी सफलता की चर्चा पूरे विश्व में हो रही है। जब सरकार के प्रयासों में जन-भागीदारी जुड़ती है, तो उन प्रयासों की शक्ति कई गुना बढ़ जाती है। स्वच्छता को लेकर समाज में बड़ी जागरूकता ही वो मूलमंत्र है जिसने स्वच्छता अभियान की सफलता सुनिश्चित की है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड आस्था का प्रमुख केन्द्र होने के साथ ही पर्यटन प्रदेश भी है। ऊर्जा एवं पर्यटन के क्षेत्र में उत्तराखण्ड में अपार संभावनाएं हैं। वैश्विक पर्यटन के नक़्शे पर आज उत्तराखंड ने एक नया स्थान अर्जित किया है। स्वच्छता और पर्यटन का आपस में गहरा रिश्ता है और जहां स्वच्छता होती है वहां पर्यटन में भी वृद्धि निश्चित होती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत एक ऐसे वर्ग के उत्थान का भगीरथ कार्य किया है, जिस पर आजादी के बाद से कभी ध्यान ही नहीं दिया गया। आज हमारे अनेकों रेहड़ी-पटरी वाले, ठेला चलाने वाले, स्ट्रीट वेंडर्स इस योजना का लाभ उठा कर न केवल अपनी जीवन को सबल बना रहे हैं बल्कि अपनी बच्चों के भविष्य को भी उज्ज्वल कर रहे हैं। राज्य में पीएम स्वनिधि योजना का लाभ अधिक से अधिक पात्रों तक पहुंचा कर उनका सशक्तिकरण करने की दिशा में राज्य सरकार प्रयासरत है।

शहरी विकास मंत्री श्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रत्येक क्षेत्र में कार्य करने वाले लोगों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। सभी ग्राम प्रधानों ने भी अपने क्षेत्र में स्वच्छता से संबंधित उत्कृष्ट कार्य किए हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत की, जिसके अंतर्गत उन्होंने स्वयं झाड़ू लगाकर संपूर्ण देश को स्वच्छता का संदेश दिया। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड राज्य के अंतर्गत सेवा पखवाड़ा के रूप में विभिन्न जगहों पर स्वच्छता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। पर्यावरण मित्रों ने स्वच्छता के क्षेत्र में अभूतपूर्व काम किए हैं। साथ ही उनके द्वारा कोरोना काल में किए गए समाज सेवा, एवं मानवता कार्य भुला पाना नामुमकिन है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोरोना काल में पी०एम०स्वनिधि के माध्यम से कई परिवारों के भरण पोषण का कार्य किया। 


कृषि एवं सैनिक कल्याण मंत्री श्री गणेश जोशी ने कहा कि आज जिस तेजी से शहरों में जनसंख्या बढ़ रही है उसके अनुसार स्वच्छता को बनाये रखना एक अहम चुनौती है, फिर भी हमारे स्वच्छता दूत रात दिन एक कर शहरों को स्वच्छ बनाने में अपना योगदान दे रहे है। आज स्वच्छता दूतों व पी.एम.स्वनिधि के लाभार्थियों के बच्चों को पुरस्कार वितरण किया जा रहा है, यह इनके मनोबल बढ़ाने में कारगर साबित होगा। 


इस अवसर पर मेयर श्री सुनील उनियाल गामा, विधायक श्री दुर्गेश लाल, सचिव  शहरी विकास श्री दीपेन्द्र चौधरी, अपर सचिव श्रीमती ईवा आशीष श्रीवास्तव, निदेशक पंचायतीराज श्री बंशीधर तिवारी, निदेशक शहरी विकास श्री नवनीत पाण्डेय एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे।

पंचपुरी भ्रमण के साथ प्रारंभ हुई पवित्र छड़ी यात्रा

 हरिद्वार 27 सितंबर ( गोपाल रावत वरिष्ठ पत्रकार हरिद्वार ) श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े द्वारा आज द्वित्तीय नवरात्र से पवित्र छड़ी यात्रा



नगर भ्रमण के लिए प्रारंभ हो गयी हैं। मंगलवार को ।सप्तसरोवर क्षेत्र मे भ्रमण के बाद बुधवार को कनखल क्षेत्र में भ्रमण के लिये ले जाया जायेगा, नगर भ्रमण के बाद सन्तोषी माता में विश्राम करेगी। बताते चलें कि सोमवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिडला, पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री व सांसद डॉ रमेश पोखरियाल निशंक, शहर विधायक मदन कौशिक आदि ने मायादेवी मंदिर में विधिवत पवित्र छड़ी की पूजा अर्चना कर छड़ी यात्रा का शुभारंभ कर दिया था।मंगलवार को अखाड़े के अंतरास्ट्रीय संरक्षक श्री महंत हरिगिरि महाराज के संयोजन में अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत प्रेम गिरी महाराज, सचिव श्रीमहंत शैलेंद्र गिरी,श्री महंत सुरेशानंद सरस्वती, कोठरी महंत महाकाल गिरि, महंत हीरा भारती, श्रीमहंत पशुपति गिरी व साधुसंतों के जत्थे के साथ रवाना हुई। पवित्र छड़ी सबसे पहले भागीरथी नगर,सप्तसरोवर क्षेत्र पहुंची, जहां स्थानीय लोगो व संतो ने बैंड बाजो व पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। भगरथी नगर में भ्रमण के बाद पवित्र छड़ी श्रीमहंत प्रेमगिरि आश्रम व श्रीमहंत प्रहलाद गिरी आश्रम ले जायी गई।जहां महंत दीन दयाल गिरि ने पवित्र छड़ी की आगवानी की व पूर्ण विधि विधान से पूजा अर्चना की।इस अवसर पर पूर्व सचिव श्रीमहंत देवानंद सरस्वती,महंत भीष्म गिरी,महंत तूफान गिरी, श्री महंत मनोज गिरी,महंत राजेंद्र गिरी, म.म.संजय गिरी,महंत वशिष्ठ गिरी,महंत धीरेन्द्र पुरी,श्रीमहंत पूर्ण गिरी व महंत सेवा गिरी आदि उपस्थित थे। श्री महंत प्रेम गिरी ने बताया कि कल बुधवार को पवित्र छड़ी कनखल क्षेत्र में भ्रमण पश्चात संतोषी माता आश्रम पहुँचेगी, जहाँ महामंडलेश्वर सँतोषी माता जी पवित्र छड़ी की पूजा अर्चना करेंगी।

निष्काम कर्म योगी अशोक सिंघल जी

 27 सितम्बर/जन्म-दिवस

हिन्दू जागरण के सूत्रधार  अशोक सिंहल


श्रीराम जन्मभूमि आन्दोलन के दौरान जिनकी हुंकार से रामभक्तों के हृदय हर्षित हो जाते थे, वे श्री अशोक सिंहल संन्यासी भी थे और योद्धा भी; पर वे स्वयं को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का एक प्रचारक ही मानते थे। 


उनका जन्म आश्विन कृष्ण पंचमी (27 सितम्बर, 1926) को आगरा (उ.प्र.) में हुआ। सात भाई और एक बहिन में वे चौथे स्थान पर थे। मूलतः यह परिवार ग्राम बिजौली (जिला अलीगढ़, उ.प्र.) का निवासी था। उनके पिता श्री महावीर जी शासकीय सेवा में उच्च पद पर थे। 


घर में संन्यासी तथा विद्वानों के आने के कारण बचपन से ही उनमें हिन्दू धर्म के प्रति प्रेम जाग्रत हो गया। 1942 में प्रयाग में पढ़ते समय प्रो. राजेन्द्र सिंह (रज्जू भैया) ने उन्हें स्वयंसेवक बनाया। उन्होंने अशोकजी की मां विद्यावतीजी को संघ की प्रार्थना सुनायी। इससे प्रभावित होकर उन्होंने अशोकजी को शाखा जाने की अनुमति दे दी। 


1947 में देश विभाजन के समय कांग्रेसी नेता सत्ता पाने की खुशी मना रहे थे; पर देशभक्तों के मन इस पीड़ा से सुलग रहे थे कि ऐसे सत्तालोलुप नेताओं के हाथ में देश का भविष्य क्या होगा ? अशोकजी भी उन्हीं में से एक थे। इस माहौल को बदलने हेतु उन्होंने अपना जीवन संघ को समर्पित कर दिया। 


बचपन से ही उनकी रुचि शास्त्रीय गायन में रही। संघ के सैकड़ों गीतों की लय उन्होंने बनायी। उन्होंने काशी हिन्दू वि.वि. से धातुविज्ञान में अभियन्ता की उपाधि ली थी। 1948 में संघ पर प्रतिबन्ध लगा, तो वे सत्याग्रह कर जेल गये। वहां से आकर उन्होंने अंतिम परीक्षा दी और 1950 में प्रचारक बन गये। 


प्रचारक के नाते वे गोरखपुर, प्रयाग, सहारनपुर और फिर मुख्यतः कानपुर रहे। सरसंघचालक श्री गुरुजी से उनकी बहुत घनिष्ठता थी। कानपुर में उनका सम्पर्क वेदों के प्रकांड विद्वान श्री रामचन्द्र तिवारी से हुआ। अशोकजी अपने जीवन में इन दोनों का विशेष प्रभाव मानते थे। 1975 के आपातकाल के दौरान वे इंदिरा गांधी की तानाशाही के विरुद्ध हुए संघर्ष में लोगों को जुटाते रहे। 1977 में वे दिल्ली प्रांत (वर्तमान दिल्ली व हरियाणा) के प्रान्त प्रचारक बने। 


1981 में डा. कर्णसिंह के नेतृत्व में दिल्ली में ‘विराट हिन्दू सम्मेलन’ हुआ; पर उसके पीछे शक्ति अशोकजी और संघ की थी। उसके बाद उन्हें ‘विश्व हिन्दू परिषद’ की जिम्मेदारी दे दी गयी। एकात्मता रथ यात्रा, संस्कृति रक्षा निधि, रामजानकी रथयात्रा, रामशिला पूजन, रामज्योति आदि कार्यक्रमों से परिषद का नाम सर्वत्र फैल गया। 


अब परिषद के काम में बजरंग दल, परावर्तन, गाय, गंगा, सेवा, संस्कृत, एकल विद्यालय आदि कई नये आयाम जोड़े गयेे। श्रीराम जन्मभूमि आन्दोलन ने तो देश की सामाजिक और राजनीतिक दिशा ही बदल दी। वे परिषद के 1982 से 86 तक संयुक्त महामंत्री, 1995 तक महामंत्री, 2005 तक कार्याध्यक्ष, 2011 तक अध्यक्ष और फिर संरक्षक रहे।


सन्तों को संगठित करना बहुत कठिन है; पर अशोकजी की विनम्रता से सभी पंथों के लाखों संत इस आंदोलन से जुड़े। इस दौरान कई बार उनके अयोध्या पहुंचने पर प्रतिबंध लगाये गये; पर वे हर बार प्रशासन को चकमा देकर वहां पहुंच जाते थे। उनकी संगठन और नेतृत्व क्षमता का ही परिणाम था कि युवकों ने छह दिसम्बर, 1992 को राष्ट्रीय कलंक के प्रतीक बाबरी ढांचे को गिरा दिया। कार्य विस्तार के लिए वे सभी प्रमुख देशों में गये। अगस्त-सितम्बर, 2015 में भी वे इंग्लैंड, हालैंड और अमरीका के दौरे पर गये थे। 


अशोक जी काफी समय से फेफड़ों के संक्रमण से पीड़ित थे। इसी के चलते 17 नवम्बर, 2015 को उनका निधन हुआ। वे प्रतिदिन परिषद कार्यालय में लगने वाली शाखा में आते थे। अंतिम दिनों में भी उनकी स्मृति बहुत अच्छी थी। वे आशावादी दृष्टिकोण से सदा काम को आगे बढ़ाने की बात करते रहते थे। अशोक सिंघल जी का सपना श्री राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर के साथ साकार होने जा रहा है। उनकी जन्म जयंती पर शत-शत नमन


करुणा और सेवा की प्रतिमूर्ति मां अमृतानंदमई

 27 सितम्बर/जन्म-दिवस                 

अमृत बांटती मां अमृतानन्दमयी


आज जिन्हें सम्पूर्ण विश्व में माँ


अमृतानन्दमयी के नाम से जाना जाता है, उनका जन्म 27 सितम्बर, 1953 को केरल के समुद्र तट पर स्थित आलप्पाड ग्राम के एक अति निर्धन मछुआरे परिवार में हुआ। वे अपने पिता की चौथी सन्तान हैं। बचपन में उनका नाम सुधामणि था। जब वे कक्षा चार में थीं, तब उनकी माँ बहुत बीमार हो गयीं। उनकी सेवा में सुधामणि का अधिकांश समय बीतता था। अतः उसके बाद की उसकी पढ़ाई छूट गयी।


सुधामणि को बचपन से ही ध्यान एवं पूजन में बहुत आनन्द आता था। माँ की सेवा से जो समय शेष बचता, वह इसी में लगता था। पाँच वर्ष की अवस्था से ही वह कृष्ण-कृष्ण बोलने लगी थीं। इस कारण उन्हें मीरा और राधा का अवतार मानकर लोग श्रद्धा व्यक्त करने लगे।


माँ के देहान्त के बाद सुधामणि की दशा अजीब हो गयी। वह अचानक खेलते-खेलते योगियों की भाँति ध्यानस्थ हो जाती। लोगों ने समझा कि माँ की मृत्यु का आघात न सहन कर पाने के कारण उसकी मानसिक दशा बिगड़ गयी है। अतः उसे वन में निर्वासित कर दिया गया। पर वन में सुधा ने पशु-पक्षियों को अपना मित्र बना लिया। वे ही उसके खाने पीने की व्यवस्था करते। एक गाय उसे दूध पिला देती, तो पक्षी फल ले आते। यहाँ सुधा ने प्रकृति के साथ समन्वय का पाठ सीखा कि प्रकृति का रक्षण करने पर वह भी हमें संरक्षण देगी। धीरे-धीरे उसके विचारों की सुगन्ध चारों ओर फैल गयी। लोग उन्हें अम्मा या माँ अमृतानन्दमयी कहने लगे।


जब कोई भी दुखी व्यक्ति उनके पास आता, तो वे उसे गले से लगा लेतीं। इस प्रकार वे उसके कष्ट लेकर अपनी आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार उसमें कर देती हैं। इससे वह हल्कापन एवं रोगमुक्त अनुभव करता है। हजारों लोगों को हर दिन गले लगाने के कारण लोग उन्हें ‘गले लगाने वाली सन्त’ (Hugging saint) कहने लगे हैं।


एक पत्रकार ने उनसे गले लगाने का रहस्य पूछा, तो वे हँसकर बोली - माँ अपने बच्चों को गले ही लगाती है। इसी से बच्चे के अधिकांश रोग-शोक एवं भय मिट जाते हैं। उसने फिर पूछा- यदि आपको दुनिया का शासक बना दिया जाये, तो आप क्या करना पसन्द करेंगी। अम्मा का उत्तर था - मैं झाड़ू लगाने वाली बनना पसन्द करूँगी; क्योंकि लोगों के दिमाग में बहुत कचरा जमा हो गया है। वह पत्रकार देखता ही रह गया।


अम्मा ने निर्धनों के लिए हजारों सेवाकार्य चलाये हैं। इनमें आवास, गुरुकुल, विधवाओं को जीवनवृत्ति, अस्पताल एवं हर प्रकार के विद्यालय हैं। गुजरात के भूकम्प और सुनामी आपदा के समय अम्मा ने अनेक गाँवों को गोद लेकर उनका पुनर्निर्माण किया। यद्यपि अम्मा केवल मलयालम भाषा जानती हैं; पर सारे विश्व में उनके भक्त हैं। वे उन सबको अपनी सन्तान मानती हैं। जब 2003 में उनका 50 वाँ जन्मदिवस मनाया गया, तो उसमें 192 देशों से भक्त आये थे। इनमें शीर्ष वैज्ञानिक, समाजशास्त्री, पर्यावरणविद, मानवाधिकारवादी सब थे। वे अम्मा को धरती पर ईश्वर का वरदान मानते हैं।


संयुक्त राष्ट्र संघ ने अपने कार्यक्रमों में तीन बार अतिविशिष्ट वक्ता के रूप में उनका सम्मान किया है। शिकागो के विश्व धर्म सम्मेलन में उनकी अमृतवाणी से सारे धर्माचार्य अभिभूत हो उठे थे। ईश्वर उन्हें दीर्घायु करे, जिससे वे अमृत पुत्रों के सृजन में लगी रहें।

. हरिद्वार के रोहन सूद ने शूटिंग में जीता कांस्य पदक

 शूटिंग में कांस्य पदक जीतकर रोहन सूद ने किया तीर्थनगरी का नाम रोशन

नेशनल शूटिंग चैम्पियनशिप में उत्तराखण्ड का प्रतिनिधित्व करंेगे रोहन

हरिद्वार, 27 सितम्बर। तीर्थनगरी के


उदीयमान शूटर रोहन सूद ने आसनसोल पश्चिम बंगाल में आयोजित ऑल इंडिया कुमार सुरेंद्र सिंह इंटर स्कूल शूटिंग चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीतकर जहां तीर्थनगरी का नाम रोशन किया वहीं दूसरी ओर उन्होंने इस जीत से नेशनल शूटिंग चैम्पियनशिप में उत्तराखण्ड का प्रतिनिधित्व करने की आर्हता भी प्राप्त की। 

आसनसोल राइफल क्लब में दिनांक 18 सितंबर 2022 से 24 सितंबर 2022 तक सम्पन्न हुई इण्टर स्कूल शूटिंग चैम्पियनशिप में रोहन सूद ने 10 मीटर राइफल वर्ग में 400 में से 380 प्वांइट अर्जित कर कांस्य पदक अपने नाम करते हुए ऑल इण्डिया में दसवीं रैकिंग हासिल की। आसनसोल पश्चिम बंगाल से हरिद्वार लौटने पर रोहन सूद का भव्य स्वागत किया गया। पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व स्थानीय विधायक मदन कौशिक, व्यापार मण्डल के अध्यक्ष सुरेश गुलाटी, धर्मशाला सुरक्षा समिति के अध्यक्ष महेश गौड़, पार्षद दल के उपनेता अनिरूद्ध भाटी, श्रीरामलीला कमेटी हरिद्वार के अध्यक्ष वीरेन्द्र चड्ढा, भाजयुमो के जिला महामंत्री विदित शर्मा, आकाश भाटी, दीपांशु विद्यार्थी ने रोहन सूद का स्वागत करते हुए उन्हंे बधाई दी। रोहन सूद के पिता पार्षद विनित जोली ने जानकारी देते हुए बताया कि विगत मई माह में देहरादून में आयोजित स्टेट शूटिंग चैम्पियनशिप में रोहन सूद ने स्वर्ण पदक प्राप्त किया था। अब नेशनल इण्टर स्कूल शूटिंग चैम्पियनशिप में कांस्य प्राप्त कर उत्तराखण्ड का सम्मान बढ़ाया है।   

साथ ही उत्तराखंड देवभूमि शूटिंग एकेडमी हरिद्वार की प्रेरणा उपाध्याय ने वीमेंस जूनियर में रजत पदक हासिल किया है। और इसी क्रम में राइफल शूटिंग में अपना शानदार खेल दिखाते हुए आकर्षित वत्स, तनिष्क राठी तथा वैभव ने राष्ट्रीय शूटिंग चैम्पियनशिप में अपना स्थान बनाया है। रोहन सूद व उनके परिजनों ने अपनी सफलता का श्रेय देवभूमि शूटिंग अकादमी के कोच योगेंद्र यादव को देते हुए कहा कि योगेन्द्र यादव की प्रेरणा व मार्गदर्शन में ही शूटिंग के क्षेत्र में हरिद्वार के बच्चे उत्तराखण्ड का नाम रोशन कर रहे हैं। कोच योगेन्द्र यादव ने कहा कि हरिद्वार में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। जरूरत है तो उन्हें तराशने व संसाधन उपलब्ध कराने की। सूर्यकान्त शर्मा, रूपेश शर्मा, पार्षद प्रतिनिधि दिनेश शर्मा, नीरज शर्मा, विशाल गुप्ता, गगन यादव, अनुपम त्यागी, संदीप गोस्वामी, अंकुर राजपूत, नागेन्द्र शर्मा, अरविन्द सिंह, नितिन गिरि, गुलशन, बादल शर्मा, सूरज शर्मा, दिव्यम यादव, गोपी सैनी, रवि सागर समेत सभी ने रोहन सूद की इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बधाई दी।

कुलदीप सैनी बने प्रदेश उपाध्यक्ष

 कुलदीप सैनी बने विश्व हिन्दू महासंघ के प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती सविता पवार को भी प

प्र



देश संयोजक महिला शक्ति प्रकोष्ठ बनाया गया।

लक्सर 26 सितंबर ( पवन आर्य संवाददाता गोविंद कृपा लक्सर) उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष् अनुराग धीमान ने सौंपा नियुक्ति पत्र । विश्व हिन्दू महासंघ ने कुलदीप सैनी और श्रीमती  सविता पवार को बड़ी जिम्मेवारी सौंपते हुए कुलदीप सैनी को उत्तराखंड प्रदेश उपाध्यक्ष और सविता पवार को परदेश सयोजक नियुक्त किया है । ओमेन्द्र सैनी विजेंद्र सैनी को जिला मंत्री अज्नेश कश्यप को जिला उपाध्यक्ष् की नियुक्त किया गया बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महासंघ के संरक्षक हैं।

उत्तराखंड परदेश अध्यक्ष् अनुराग धीमान और राष्ट्रीय कार्यकरणी अध्यक्ष सुरेंद्र नाथ अवधूत ने यकीन जताया कि  कुलदीप सैनी और सविता पवार महासंघ के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए ईमानदारी और निष्ठा से कार्य करेंगे । नियुक्ति पर कुलदीप सैनी  ने परदेश अध्यक्ष् अनुराग धीमान, राष्ट्रीय अध्यक्ष योगी आदित्यनाथ, राष्ट्रीय कार्यकारणी अध्यक्ष महंत योगी सुरेंद्र नाथ अवधूत

व संगठन मंत्री योगी राजकुमार नाथ का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के सभी जिलों में शीघ्र ही कार्यकारिणियां गठित की जाएंगी। उत्तराखंड में विशाल कार्यक्रम का आयोजन कर विश्व हिंदू महासंघ की गतिविधियों को जनता से सांझा किया जाएगा।

चिन्मयानंद बापू श्रवण करा रहे हैं श्री राम कथा

 जीवन जीने की कला सिखाती है रामायण

श्यामपुर /कांगड़ी 26 सितंबर ( वीरेंद्र शर्मा संवाददाता गोविंद कृपा हरिद्वार )


चिन्मयानंद बापू चिन्मय धाम गौशाला श्यामपुर में प्रारंभ हुई श्री राम कथा के प्रथम दिन परम पूज्य बापूजी ने कहा कि हमारे जीवन में रामचरितमानस का उतरना आज के समय में अति आवश्यक रामचरितमानस हमें जीवन जीने की कला सिखाती है भगवान राम के आदर्श जी हमें बताते हैं कि एक भाई पुत्र पति कैसा होना चाहिए कैसा उसको अपने परिवार में आचार और व्यवहार करना चाहिए यह सभी शिक्षा हमें रामचरितमानस से ही मिलती है रामचरितमानस के शुभारंभ में वंदना प्रकरण को लेते हुए परम पूज्य बापूजी ने भगवान गणेश और माता सरस्वती की वंदना करते हुए मानस की सुंदर चौपाइयों का गान करते हुए तथा को प्रारंभ किया परम पूज्य बापूजी ने कहा कि यह कथा ग्रामीण क्षेत्र में इसलिए रखी गई कि जो छोटे-छोटे गांव के वासी कथाओं से वंचित हो जाते हैं कथाओं से दूर हो जाते हैं और पथभ्रष्ट होकर कुमार घर जाते हैं ऐसे लोगों के बीच में आज के समय में कथाओं का गाना अति आवश्यक है और गौशाला की पवित्र भूमि पर कथा करने से आज जो संपूर्ण विश्व गौ माता के भयानक बीमारी लंपी से परेशान हैं उसके लिए भी परम पूज्य बापूजी ने व्यासपीठ के माध्यम से सभी भक्तों को गौ सेवा के लिए प्रेरित किया और आज के समय में गाय माता जो भयानक बीमारी से ग्रसित हो रही है उस से बचाने के लिए भी आवाहन किया Katha नित्य दोपहर 1:00 बजे से 4:00 बजे तक चलेगा और प्रातः सत्र में विशाल शतचंडी महायज्ञ का भी आयोजन नित्य नवरात्र के पावन दिनों में चलेगा

ऋषि कुल आयुर्वेदिक कॉलेज

हरिद्वार 26 सितंबर (संजय वर्मा ) आयुष मंत्रालय भारत सरकार एवं उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय  हर्रावाला, देहरादून के दिशा निर्देशों के अनुपालन में कार्यक्रम संरक्षक माननीय कुलपति उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय, प्रो. (डॉ) सुनील कुमार जोशी; कार्यक्रम मुख्य संयोजक प्रो. (डॉ )दिनेश चन्द्र सिंह निदेशक


ऋषिकुल परिसर,हरिद्वार  के मार्गदर्शन में   स्वस्थवृत्त एवं योग विभाग ऋषिकुल परिसर, हरिद्वार द्वारा 7 वें आयुर्वेद दिवस एवं  गाँधी जयंती कार्यक्रम आयोजन के उपलक्ष्य में नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर एवं योगशिविर  का आयोजन किया गया।  कार्यक्रम संयोजक स्वस्थवृत्त एवं  योग विभाग  के विभागाध्यक्ष डॉ  शोभित कुमार वार्ष्णेय, सह संयोजक स्वस्थवृत्त एवं योग विभाग के योगाचार्य डॉ  ज्ञान प्रकाश सिंह ने विभिन्न रोगों से संबंधित मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया एवं निःशुल्क औषधियों का वितरण किया साथ ही विभिन्न रोगों से संबंधित पथ्य -अपथ्य को बताया  एवं योगासन, प्राणायाम  आदि क्रियाओं  को करने का परामर्श दिया । इसके साथ  ही स्वास्थ्य रक्षण एवं रोगों से बचाव के लिए आयुर्वेद एवं योग में वर्णित  में संयमित दिनचर्या एवं आहार- विहार  आदि नियमों का पालन करने हेतु प्रेरित किया ।  इस स्वास्थ्य शिविर में अगद तंत्र विभाग की एमडी स्कॉलर डॉ रीना, डॉ प्रेरणा; द्रव्य गुण विभाग के एम. डी. स्कॉलर डॉ जय प्रकाश एवं औषधि  वितरण में श्री चन्दन  सिंह  चौहान और  श्री अनिल ने विशेष सहयोग प्रदान किया ।

भारत विकास परिषद रुड़की में आयोजित करेगा राष्ट्रगान प्रतियोगिता


 *रुड़की में होगी राष्ट्र गान प्रतियोगिता* प्रांतीय अध्यक्ष ने किया प्रवास.          

हरिद्वार 26 सितंबर ( अनिल लोहानी वरिष्ठ संवाददाता गोविंद कृपा रुड़की ) रुड़की में आगामी 15अक्टूबर को राज्य स्तरीय राष्ट्र गान प्रतियोगिता  भारत विकास परिषद की समर्पण शाखा के संयोजन आयोजित की जायेगी। राष्ट्र गान प्रतियोगिता की तैयारियों के संबंध में आज प्रांतीय अध्यक्ष बी पी गुप्ता ने रुड़की में प्रवास किया और एक बैठक होटल सेंटर पॉइंट में बुलाई गई। श्री गुप्ता ने कहा कि यह प्रतियोगिता हिन्दी और संस्कृत में रखी गई है, जिसमें भाग लेने वाली टीमें दोनों भाषाओं में गीत गाएगी। प्रांतीय महामंत्री मनीषा सिंघल ने कहा कि प्रतियोगिता में टीमों को दोनों भाषाओं में गाना गाने के लिए सात -सात मिनट का समय दिया जायेगा। उन्हें अपना गाना इस समय सीमा में ही खत्म करना होगा। इस प्रतियोगिता की प्रांतीय प्रमुख अनिता गुप्ता ने कहा कि हमने इस प्रतियोगिता को सफल बनाने के लिए अपनी शाखा के पदाधिकारियों में जिम्मेदारी बाँट दी है। और उसी के हिसाब से प्रतियोगिता के मिनट तय करने के लिए यह बैठक रखी है। यह हमारी शाखा का सौभाग्य है कि प्रांतीय अध्यक्ष बी पी गुप्ता व प्रांतीय महामंत्री मनीषा सिंघल का मार्ग दर्शन हमें मिल रहा है। साथ ही हम अपनी शाखा की तरफ से प्रांतीय मिडिया प्रभारी अमित कुमार गुप्ता का भी इस बैठक में स्वागत करते है। प्रांतीय संयोजक दिलीप प्रधान ने कहा कि इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए टीमें उत्तरकाशी,  कोटद्वार, देहरादून,  हल्द्वानी, नैनीताल और हरिद्वार आदि स्थानों से आएगी। जिला प्रभारी बीना सिंह ने कहा कि इस प्रतियोगिता के लिए प्रथम,  द्वितीय,तृतीय पुरुस्कार के रूप में ट्राफी व प्रमाण पत्र भी दिये जायेंगे और साथ ही उनके ठहरने व भोजन की भी समुचित व्यवस्था की जायेगी। इस तैयारी बैठक में सर्व श्री पूर्व प्रांतीय अध्यक्ष अरविन्द कुमार गुप्ता, कोषाध्यक्ष समर्पण शाखा आर. डी. सिंह, पूर्व अध्यक्ष पंकज गुप्ता, एम मलिक, सचिव राकेश गर्ग, विनीत आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किये।

ओम बिरला ने की माँ माया देवी की पूजा अर्चना

 लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मायादेवी मंदिर में पूजा अर्चना कर संतों से आशीर्वाद लिया



हरिद्वार, 26 सितम्बर ( संजय वर्मा ) शारदीय नवरात्र के शुभारंभ पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, पूर्व केंद्रीय मंत्री डा.रमेश पोखरियाल निशंक, पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक मदन कौशिक ने श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा स्थित हरिद्वार की अधिष्ठात्री देवी मायादेवी मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना कर देश की सुख समृद्धि की कामना की। इस दौरान सभी ने 9 अक्टूबर से जूना अखाड़े द्वारा शुरू की जा रही छड़ी यात्रा की सफलता की कामना करते हुए छड़ी पूजन भी किया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, पूर्व कैबिनेट मंत्री डा.निशंक व विधायक मदन कौशिक के जूना अखाड़े पहुंचने पर अखाड़े के अंतर्राष्ट्रीय संरक्षक एवं अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरिगिरी महाराज, अखाड़े के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत प्रेमगिरी महाराज, सचिव श्रीमहंत महेशपुरी, श्रीमहंत शैलेंद्र गिरी ने शाॅल ओढ़ाकर एवं गंगाजली भेंट कर स्वागत किया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने नगर के रक्षक कोतवाल आनंद भैरव मंदिर, भगवान दत्तात्रेय मंदिर, शनिदेव मंदिर में भी पूजा अर्चना की और संतों से आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ने अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी, महामंत्री श्रीमहंत हरिगिरी, श्रीमहंत प्रेमगिरी से अखाड़ों की प्राचीन परंपरा, हरिद्वार की अधिष्ठात्री देवी मायादेवी मंदिर आदि कई आध्यात्मिक चर्चा की। पत्रकारों से वार्ता करते लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि वे नवरात्रों के अवसर पर मायादेवी के दर्शन करने के लिए हरिद्वार आए हैं। देश की प्रगति, उन्नति, खुशहाली तथा विश्व शांति के लिए मां मायादेवी से प्रार्थना की है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की समृद्धि, पलायन रोकने व पौराणिक तीर्थो के जीर्णोद्धार के लिए निकाली जाने वाली पवित्र छड़ी यात्रा की सफलता के लिए भी प्रार्थना की। इस अवसर पर कोठारी महंत महाकाल गिरी, महंत, सचिव श्रीमहंत पशुपति गिरी, महंत रामगिरी आदि संतों ने सभी का माल्यार्पण कर स्वागत किया।

हर्षोल्लास के साथ मनाई गई महाराजा अग्रसेन जयंती

 महाराज अग्रसेन के आदर्शो को अपनाकर राष्ट्र निर्माण में सहयोग करें-डा.विशाल गर्ग


हरिद्वार, 26 सितम्बर ( वीरेंद्र शर्मा संवाददाता गोविंद कृपा हरिद्वार )वैश्य बंधु समाज मध्य हरिद्वार के पदाधिकारियों द्वारा महाराज अग्रसेन जयंती के अवसर पर अग्रसेन चैक पर महाराजा अग्रसेन की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और हवन पूजन व आरती की। वैश्य बंधु समाज मध्य हरिद्वार के अध्यक्ष डा.विशाल गर्ग ने कहा कि महाराज अग्रसेन के आदर्शो को अपनाकर राष्ट्र निर्माण में सहयोग प्रदान करें। महाराज अग्रसेन ने मानव सेवा का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि वैश्य समाज समाज सेवा में बढ़चढ़ कर अपनी भागीदारी निभाता चला आ रहा है। महाराज अग्रसेन के जीवन दर्शन को समाज के समक्ष रखने का प्रयास भी लगातार किया जा रहा है। विशाल गर्ग ने आहवान करते हुए कहा कि महाराज अग्रसेन ने राष्ट्र की एकता अखण्डता में अपना योगदान दिया। उनकी शिक्षाओं का अनुसरण करते हुए समाज उत्थान में योगदान दें। महाराज अग्रसेन के विचारों का प्रचार प्रसार करना चाहिए। विशाल गर्ग ने बताया कि संस्था की और से देवपुरा स्थित महाराज अग्रसेन की प्रतिमा का सौन्दर्य भी कराया गया है। जिससे हरिद्वार आने वाले श्रद्धालु महाराज अग्रेसन के दर्शन कर समाज उत्थान में उनके योगदान से प्रेरणा लें। महामंत्री राजीव गुप्ता ने कहा कि महाराज अग्रसेन के आदर्शो पर चलकर समाज उत्थान में वैश्य बंधु समाज निर्णायक भूमिका निभाता चला आ रहा है। गरीब परिवारों के उत्थान में योगदान दे रहा है। मानव सेवा का संदेश समाज में देकर अन्य लोगों को भी प्रेरित करने का काम किया जा रहा है। महाराज अग्रसेन के आदर्शो को अपनाते हुए समाज उत्थान में सभी को मिलजुल कर प्रयास करने चाहिए। इस अवसर पर सुधीर अग्रवाल, आदित्य बंसल, शिवम बंधु गुप्ता, ब्रजभूषण मित्तल, पीके बंसल, गौरव गौयल, वरूण अग्रवाल, लोकेश गुप्ता, अमित जालान, अमित जैन, दाऊ दयाल अग्रवाल, मनोज अग्रवाल, कमल अग्रवाल, शेखर गुप्ता, महिला विंग की संरक्षक नरेश रानी गर्ग, वंदना गुप्ता, अरूणा बंसल, नीरा जैन, अध्यक्ष निधि बंसल, प्रीति गुप्ता, रूचि ड्रोलिया, कृतिका बंसल, वर्षा गुप्ता, अलका अग्रवाल आदि ने समाज सेवा का संकल्प लेते हुए महाराज अग्रसेन के विचारों को प्रचारित प्रसारित करने का आह्वान किया।

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