पांडेवाला ज्वालापुर में वैक्सीनेशन कैम्प

ज्वालापुर 30 अप्रैल (सौरभ सिखौला) 



श्री रघुनाथ मंदिर पांडेवाला पर श्री पंचायती धड़ा फिराहेडियान के पदाधिकारियों व रानीपुर विधायक आदेश चौहान व पार्षद कलावती नेगी जी व आनन्द सिंह नेगी जी के द्वारा कोविड-19 टीकाकरण (वैक्सीनेशन कैम्प) का आयोजन किया गया जिसमें आज 45 वर्ष से उपर वालों को व कल दिनांक 1 मई 2021 से 18 वर्ष से उपर के लोगों को कोविड-19 टीकाकरण किया जाना तय हुआ है तीर्थ पुरोहित समाज के लिए बड़े हर्ष का विषय है के पूर्व की भाँति इस बार भी कोरोना काल में श्री धड़ा पंचायत फिराहेडियान के पदाधिकारी समाज के सभी लोगों के साथ मिलकर हरिद्वार शहर के लोगों की सेवा में तत्पर हैं हमें कोरोना को हराना है वैक्सीन सभी के लिए आवश्यक है ये हमारे लिए हमारे परिवार के लिए समाज के लिए व शहर के लिए हमारी ज़िम्मेदारी है के हम खुद को वैक्सीन लगवा कर व अपने जान पहचान वालों व अन्य लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित कर सभी को टीकाकरण कराना सुनिश्चित करें। आज लगभग 130 लोगों को वैक्सीनेशन की लाभ मिला है। 

नोट: रघुनाथ मंदिर कोविड-19 टीकाकरण कैम्प में पहली व दूसरी डोज़ दोनों डोज़ लग रही ।

लघु सिंचाई विभाग की लापरवाही

 *अधिकारियों की लापरवाही बामारी को न्योता*


हरिद्वार 30 अप्रैल (दिनेश कश्यप संवाददाता गोविंद कृपा हरिद्वार ग्रामीण)   खबर माया विहार कॉलोनी जगजीतपुर से माया विहार कॉलोनी में लघु सिंचाई विभाग की नाली कॉलोनी से होकर ग्रामीण क्षेत्रों की ओर जाती हैं काफी समय से वो टूटी हुई थी लेकिन लघु सिंचाई विभाग की लापरवाही के कारण उसकी सही नहीं किया गया अब नाली से काफी पानी निकल रहा है पानी इतना निकल रहा है आस पास के घर वाले बाहर भी नहीं निकल पा रहे कॉलोनी में ज्यादा पानी जमा होने की वजह से मच्छर पैदा हो रहे हैं और बीमारी फैलने का खतरा बढ़ रहा है कोरोंना के इस दोर में ये लघु सिंचाई विभाग की लापरवाही कॉलोनी में बड़ों और छोटे बच्चों के लिए बीमारी का बड़ा संकेत है कालोनी वासियों ने जेई, सिचाई विभाग के निरीक्षक, विधायक और मंत्री   से इस समस्या के  बारे में कयी दफा  बोलने के बाद भी बार बार सूचना देने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई और आज भी जल भराव की समस्या माया विहार कॉलोनी जमालपुर कलाँ के लोगों के लिए बीमारी का सबब बनी हुई हैं। 



सभी अधिकारियों को सूचित करने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं करना कोरोना काल में बड़ी लापरवाही का खामियाजा गई

ट्रांस्पोर्टर व्यवसाय को सरकार दे राहत :-डी एस मान

 ट्रांस्पोर्टरो, ड्राइवरो के हितो का सरकार रखे ध्यान :- डी एस मान 

ट्रांस्पोर्टरो की  गाड़ियों के रोड टैक्स, किये जाऐ माफ

हरिद्वार 30 अप्रैल  आल इंडिया मोटर ट्रांस्पोर्टर काग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सरदार डी एस मान ने चार धाम यात्रा स्थगित किये जाने के सरकार के फैसले पर बयान जारी कर कहा कि सरकार ने जो निर्णय लिया है इसके दूरगामी परिणाम निकलेगे। सरकार के निर्णय से जँहा पिछले साल से मंदे की मार झेल रहा पर्यटन व्यवसाय प्रभावित होगा वही ट्रांस्पोर्टर व्यवसाय जुड़े प्रदेश के हजारों लोग प्रभावित होगें। कोविड के चलते ऐसी विषम परिस्थिति में हम सरकार के साथ है और सरकार से मांग करते हैं कि बसो, टेम्पो ट्रव्लो, टैक्सी आदि का  दो वर्ष कारोड टैक्स आदि  माफ किया जाऐ। उत्तराखंड मोटर ट्रांस्पोर्टर काँग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष  एपी उनियाल, सुरैश शर्मा, सुधीर जोशी  आदि ने सरकार से चार धाम यात्रा स्थगित किये जाने के निर्णय पर दोबारा विचार करने का आग्रह किया और ऐसी विषम परिस्थिति में ड्राइवरो,हल्परो,ट्रांस्पोर्टरो के हितो का ख्याल रखने का आग्रह भी किया। शहर के वरिष्ठ ट्रांस्पोर्टर तेजा सिंह, आर एस मान आदि ने विगत वर्ष की भांति कोविड गाइड लाईन के अनुसार चार धाम यात्रा संचालित करने की मांग की, चार धाम यात्रा स्थगित करने के खिलाफ ट्रास्पोर्ट व्यवसाय जुड़े लोगों में रोष व्याप्त है वे इस निर्णय को मुख्यमंत्री का अनुभव हीन, पर्यटन व्यवसाय के लिए आत्मघाती निर्णय बता रहे हैं।


चार धाम यात्रा स्थगित होने से ट्रास्पोर्टर चिंतित

 *हरिद्वार 30 अप्रैल, (विरेन्द्र शर्मा संवाददाता गोविंद कृपा हरिद्वार) 


 वर्ष 2021 की उत्तराखंड चारधाम यात्रा राज्य सरकार द्वारा स्थगित किए जाने से चिंतित उत्तराखंड मैक्सी- टैक्सी महासंघ के संरक्षक संजय चोपड़ा के संयोजन में कोविड-19 का पालन करते हुए सामाजिक दूरी के साथ रेलवे रोड स्थित मैक्सी टैक्सी महासंघ कार्यालय पर बैठक का आयोजन किया। बैठक के माध्यम से  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से संयुक्त रूप से उत्तराखंड चारधाम यात्रा को कोरोना के नियमों शर्तों के साथ संचालन पर पुनः विचार किए जाने की मांग को दोहराया। मैक्सी टैक्सी महासंघ से जुड़ी यूनियनों के प्रतिनिधियों ने सरकार से यह भी मांग की वर्ष 2019- 20 में पहले से ही उत्तराखंड चारधाम यात्रा में आवागमन शून्य रहा है और अब वर्ष 2021 की चारधाम यात्रा यदि संचालित नहीं होगी तो उत्तराखंड का पर्यटन उद्योग पूर्ण तरीके से समाप्त होकर भुखमरी के कगार पर आ जाएगा, इसी के दृष्टिगत राज्य सरकार को पर्यटन उद्योग से जुड़े सभी व्यापारी संगठनों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित कर जिला अधिकारियों के माध्यम से विचारों के आदान-प्रदान के साथ नई योजनाएं  बनाए जाने पर भी जोर दिया।


इस अवसर पर उत्तराखंड मैक्सी टैक्सी महासंघ के संरक्षक संजय चोपड़ा ने कहा राज्य में कोविड- 19 की महामारी भी एक चुनौती के समान है, ऐसी चुनौती के साथ-साथ उत्तराखंड वासियों का तीर्थाटन व पर्यटन व्यापार कैसे संचालित हो, इसके लिए राज्य सरकार को चिंतन करने की आवश्यकताएं हैं। उन्होंने कहा वर्ष 2019 में उत्तराखंड  हरिद्वार, ऋषिकेश में ट्रेनों का संचालन मरम्मत कार्यों की वजह से बंद किया गया था और उस वक्त से अब तक कोविड-19 की वैश्विक महामारी की वजह से उत्तराखंड चारधाम यात्रा संचालित ना होने के कारण आज उत्तराखंड का ट्रांसपोर्ट व पर्यटन उद्योग पूर्ण रूप से बर्बादी की और खड़ा है, पर्यटन उद्योग से जुड़े सभी व्यापारियों की आजीविका को संचालित करने के लिए राज्य सरकार को चारधाम यात्रा संचालन करने के लिए पुनः विचार करना चाहिए।


इस अवसर पर वरिष्ठ ट्रांसपोर्टर अरुण अग्रवाल ने कहा जब राज्य सरकार द्वारा कुंभ मेला 2021 का आयोजन कोरोना की नियम शर्तों के साथ कराया जा सकता है तो उत्तराखंड में होने वाली वर्ष 2021 की चारधाम यात्रा कोरोना से बचाव के नियमों का कड़ाई से पालन  करा कर 72 घंटे की रिपोर्ट के साथ तीर्थ यात्रियों को आने की अनुमति दीया जाना न्याय पूर्ण होगा। उन्होंने यह भी कहा यदि उत्तराखंड सरकार चारधाम यात्रा स्थगित कर रही है तो  प्रत्येक व्यक्ति जो उत्तराखंड में पर्यटन उद्योग से जुड़ा हुआ है उसकी जनगणना करा कर राज्य सरकार की और से राहत पैकेज  दीया जाना उचित होगा।


उत्तराखंड सरकार से चारधाम यात्रा के संचालन पर पुनः विचार किए जाने की मांग करते मैक्सी -टैक्सी महासंघ से जुड़े मैक्सी- टैक्सी चालक व मालिक भगवान सिंह राणा, बलबीर सिंह नेगी, राजपाल सिंह, सुरेंद्र गोसाई, बाबूराम रावत, विमल कुमार बिष्ट, निकलेश यादव, देवेंद्र सिंह, सतीश कुमार, जसराज पाल, मोहन राम, सत्यदेव चमोली, जसकरण सिंह आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।

जूना अखाडे के अंतर्राष्ट्रीय महामंत्री बने श्रीमहंत किशन भारती महाराज

 श्रीमहंत किशन भारती बने जूना अखाड़े के अन्र्तराष्ट्रीय महामंत्री

हरिद्वार 28 अप्रैल (गोपाल रावत वरिष्ठ पत्रकार)   कुम्भ मेला 2021 के तीसरे शाही स्नान की समाप्ति पर धर्म ध्वजा के नीचे श्रीदत्तात्रेय चरणपादुका पर श्रीमहंत किशन भारती के श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के अन्र्तराष्ट्रीय महामंत्री बनाये जाने की पुकार की गयी। अखाड़े के अन्र्तराष्ट्रीय संरक्षक श्री महंत हरि गिरि,अन्र्तराष्ट्रीय सभापति श्रीमहंत प्रेमगिरि महाराज तथा श्रीमहंत उमाशंकर भारती ने नवनिर्वाचित श्रीमहंत किशन भारती को सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार ,अखाड़े के विकास व उन्नत्रि के लिए सम्पूर्ण भारत में भ्रमण करने के निर्देश देते हुए उनकों शुभकामनाएं दी। बताते चले कि श्रीमहंत किशनभारती गाॅव सोनाईलाख पाली राजस्थान स्थित श्री नर्मदेश्वर महादेव मठ के पीठाधीश्वर है तथा अपने क्षेत्र में अत्यन्त लोकप्रिय है। सामाजिक क्षेत्र के साथ साथ वह राजनैतिक क्षेत्र में भी सक्रिय है। अपनी इसी लोकप्रियता के चलते वह लगातार तीसरी बार अपने गांव के सरपंच चुने गये हैं । जूना अखाड़े के अन्र्तराष्ट्रीय सचिव श्रीमहंत मोहन भारती,रमतापंच के श्रीमहंत निरंजन भारती,श्रीमहंत शिवानंद सरस्वती,सचिव श्रीमहंत महेशपुरी,श्रीमहंत शैलेन्द्र गिरि आदि ने भी उन्हे बधाई देते हुए उनके सफल होने की कामना की है।


माया देवी मंदिर में हुआ विशेष अनुष्ठान

 कुम्भ मेला सकुशल सम्पन्न होने पर श्रीमहंत हरिगिरि महाराज ने किया विशेष गोपनीय अनुष्ठान

हरिद्वार  28 अप्रैल (गोपाल रावत वरिष्ठ पत्रकार)  कुम्भ मेला 2021 के सफल,निर्विध्न व शांतिपूर्ण सम्पन्न हो जाने पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री एवं श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के अन्र्तराष्ट्रीय संरक्षक श्री महंत हरि गिरी ने बीती रात्रि गोपनीय विशिष्ट अनुष्ठान किया। इस विशेष अनुष्ठान में मात्र तीन संतो ने भाग लिया। जिसमें मातृशक्ति के रूप में अखाड़े की निर्माण मंत्री सहज योगिनी माता शैलजा गिरि व किन्नर अखाड़े की आचार्य महामण्डलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी उपस्थित थी। मंगलवार की रात्रि कुम्भ मेला के सफल,शांतिपूर्ण समापन होने पर हरिद्वार की अधिष्ठात्री मायादेवी मन्दिर के प्रांगण में स्थित बरगद के पेड के नीचे तीनो संतो ने समवेत स्वर में श्रीमहंत हरिगिरि महाराज के बीज मंत्रों के उच्चारण के साथ हवन कुण्ड में आहूतियाॅ डाली।   अनुष्ठान समापन के बाद श्रीमहंत हरिगिरि महाराज ने बताया वैश्विक महामारी कोरोना के चलते राष्ट्र तथा विश्व के साथ साथ कुम्भ मेला 2021 की सफलता पर भी अनिष्ठ के बादल मंडरा रहे थे,इसके शमन के लिए ही उन्होने इस अत्यन्त गोपनीय तथा विशिष्ट यज्ञ अनुष्ठान का संकल्प लिया था। उन्हे पूर्ण विश्वास था कि कुम्भ मेला निर्विध्न सम्पन्न होगा । कहा कि अब कोरोना का भी प्रभाव भी शीघ्र ही क्षीण होता जायेगा । श्रीमहंत हरिगिरि ने बताया कि हमारी सनातन वैदिक परम्परा में यज्ञों का उत्यन्त महत्वपूर्ण स्थान है। वैदिक काल से ही विभिन्न मनोरथों की सिद्वि के लिए विशेष यज्ञ,पुत्रयेष्टि यज्ञ,मेघवर्षा यज्ञ,राजसूय यज्ञ,अश्वमेघ यज्ञ के साथ साथ राजा परीक्षित के पुत्र जन्मेजय का सर्पो के विनाश के लिए किया गया सर्पयज्ञ आदि वर्तमान में भी जाने जाते है। उन्होने कहा कि हलांकि इस बार कुम्भ मेला का समापन कराना किसी कठिन चुनौती से कम नही था,वैश्विक महामारी के इस दौर में तमाम कठिनाईयाॅ सामने आ रही थी,लेकिन शासन के निर्देश के साथ ही मेला प्रशासन के अधिकारियों की लगनशीलता के चलते मेला सकुशल सम्पन्न हो गया। हलांकि अखाड़ा परिषद पहले ही मुख्यमंत्री को आश्वश्त कर चुकी थी कि कोरोना नियत्रण को लेकर शासन,सरकार जो भी नियम,निर्देश जारी करेगी,उसका समस्त संत समाज पालन करेगा। सनातन धर्म में कुम्भ मेला का विशेष महत्व है,चाहे स्थिति कठिन हो,लेकिन कुम्भ के सनातन परम्परा को नही छोड़ा जा सकता। उन्हे खुशी है कि सभी के सहयोग से वैश्विक महामारी के बावजूद मेला निर्विध्न,सफल,सकुशल सम्पन्न हो गया। कहा कि 1938 में जब आपदा आई थी तब मेले को बीच में ही निरस्त कर दिया गया था और यह पहली बार है कि मेला सकुशल अच्छी तरीके से संपन्न हुआ है। हलांकि अन्तिम शाही स्नान में प्रतीकात्मक स्नान के कारण अखाडों से संतो ने सीमित संख्या में स्नान किया,लेकिन स्नान का निर्विधन्न सम्पन्न होना सनातन धर्म के साथ साथ सभी के लिए अत्यन्त महत्पूर्ण उपलब्धि है। कहा कि उन्हे पूर्ण विश्वास है कि आने वाले समय में कोरोना का संक्रमण भी क्षीण होता जायेगा।


कुम्भ मेला सकुशल सम्पन्न

 कुम्भ मेला सकुशल सम्पन्न होने पर जूना अखाड़ा के संरक्षक व परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री ने जताया आभार

हरिद्वार 27 अप्रैल ( गोपाल रावत वरिष्ठ पत्रकार) 


 अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री एवं श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के अन्र्तराष्ट्रीय संरक्षक श्री महंत हरि गिरी ने कुंभ मेला सकुशल संपन्न होने पर खुशी का इजहार करते हुए प्रधानमंत्री,मुख्यमंत्री के साथ साथ मेला प्रशासन का आभार जताया। उन्होने कहा कि सरकार की दृढ इच्छा एवं मेला प्रशासन के अधिकारियों की लगनशीलता के चलते इस बार विपरीत परिस्थितियों के बावजूद कुम्भ पर्व सकुशल सम्पन्न हुआ है,जो कि ऐतिहासिक है। उन्होने कहा कि पिछले एक साल से विश्वव्यापी महामारी का समय है,ऐसे में कुम्भ मेला सम्पन्न कराना आसान नही है। उन्होने कहा कि हमने एक साल पहले कहा था कि जो भी शासन-प्रशासन का आदेश होगा उसका पालन किया जाएगा इसीलिए आज सांकेतिक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ,केन्द्रीय गृहमंत्री अमित भाई शाह जी की इच्छा थी कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए अखाड़े से दो-दो संत प्रतीकात्मक स्नान करे। उन्होने कहा कि शासन प्रशासन और मेला प्रशासन के साहस की वजह से आज ऐतिहासिक रूप से मेला संपन्न हुआ है। बताया कि 1938 में जब आपदा आई थी तब मेले को बीच में ही निरस्त कर दिया गया था और यह पहली बार है कि मेला सकुशल अच्छी तरीके से संपन्न हो रहा है ,स्नान में संख्या का महत्व नहीं होता है महत्व है आज के स्नान पर्व का। अखाड़े से एक या दो आदमी भले ही नहाते है लेकिन स्नान का निर्विधन्न सम्पन्न होना सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। उन्होने कहा कि हम प्रार्थना करते है तो सभी अखाड़े ,देश विश्व सबकी जहान रहे , निरोग रहे,  स्वस्थ रहें और कोरोना वायरस विश्व से गायब हो जाए। उन्होने विषम परिस्थिति में कुम्भ मेला सम्पन्न कराने पर मेला प्रशासन,शासन,प्रधानमंत्री,सभी सहयोग करने वालों का आभार जताया। जूना अखाड़ा के सभापति श्रीमहंत प्रेमगिरि महाराज ने भी कुम्भ मेला के अन्तिम शाही स्नान सकुशल सम्पन्न होने पर संतोष जताते हुए कहा कि मेला सम्पन्न कराने में जुटे सभी अधिकारी,कर्मचारी एवं अन्य बधाई के पात्र है। उन्होने कहा कि भगवान दत्तात्रेय जल्दी ही पूरे विश्व से कोरोना वायरस को खत्म कर देगे। कुम्भ मेला सफल होने पर प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत,पूर्व मुख्यमंख्ी त्रिवेन्द्र ंिसंह रावत,मेलाधिकारी दीपक रावत,मेला आई जी संजय गुज्याल,अपर मेलाधिकारी हरबीर सिंह,डाॅ.ललित नारायण मिश्र,मेला एसएसपी जन्मेजय खण्डूडी सहित सभी अधिकारियों को बधाई देने वालों में अंतरराष्ट्रीय संरक्षक व अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमंत हरिगिरी महाराज अंतर्राष्ट्रीय सभापति श्री महंत प्रेम गिरि महाराज अंतर्राष्ट्रीय सचिव श्री महंत मोहन भारती श्री महंत महेश पुरी, श्रीमहंत शैलेन्द्र गिरि,श्रीमहंत गणपत गिरि,श्रीमहंत सोहन गिरि थानापति नीलकंठ गिरी श्री महंत शिवानंद सरस्वती श्री महंत निरंजन भारती श्री महंत कमल भारती श्री महंत नारायण गिरी अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता जूना अखाड़ा श्री महंत शैलजा गिरी निर्माण मंत्री जूना अखाड़ा श्री महंत संध्या गिरी कोठारी, सहित कई संत शामिल रहे।

श्रेष्ठ आध्यात्मिक विभूती शैलजा देवी

 जूना अखाड़े की सहज योगिनी शैलजा देवी श्रेष्ठ आध्यात्मिक गुरू अवार्ड से सम्मानित

हरिद्वार 27 अप्रैल (गोपाल रावत वरिष्ठ पत्रकार) 


श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा की निर्माण व्यवस्था महामंत्री सहयोगिनी शैलजा देवी जो कि देश-विदेश में योग,ध्यान तथा सनातन धर्म के प्रचार में अनवरत मशगूल रहती है,को प्रसिद्व शैक्षणिक विकास एवं संशोधन केन्द्र सीईजीआर की ओर से श्रेष्ठअध्यात्मिक गुरू अर्वाड से नवाजा गया है। पूज्य सहज योगिनी शैजला देवी को यह गौरवशाली पुरूस्कार उनके शैक्षणिक और मानवीय विकास तथा संशोधन के क्षेत्र में किये गये अद्वितीय कार्यो के लिए प्रदान किया गया है। यह पुरूस्कार बेवीनाॅर के जरिये प्रदान किया गया। पुरूस्कार देने वाली प्रसिद्व संस्था सीईजीआर नेशनल काउसिल है जिनमें भारती के सैकड़ो शिक्षणशास्त्री,उद्योगगृह,50चांसलर व उपचांसलर शामिल है। सहज योगिनी शैलजा देवी सनातन धर्म के प्रचार प्रसार के अलावा देश विदेश में योग,ध्यान कराती है,उनकी यह शिविर काफी प्रसिद्व है। उनके द्वारा लगातार धर्म के सथ साथ सामाजिक कार्यो में बढ़चढ़कर हिस्सा लेती रही है। हरिद्वार में जारी कुम्भ मेला 2021 में भी उन्होने कई सामाजिक दायित्वों के तहत कार्यो को पूर्ण कराया। विश्वव्यापी महामारी के इस दौर में भी उन्होने लगातार जरूरतमंदो को यथासंभव सहयोग कर रही है। उनके अनेक सेवा कार्यो में जूना गढ़ गुजरात में मुफ्रत तबीजी इलाज और औषध तथा आठ वाटर कूलर के साथ साथ भोजन की व्यवस्था भी शामिल है। उनके ऋषिकेश स्थित आश्रम में हर महीने जरूरतमंदो को राशनकिट दी जाती है। कुम्भ मेले में उन्होने साधु-संतो के लिए साउथ ईन्डीवन,पंजाबी,चाईनीज भोजन टेबल कुर्सी पर देने की सेवा भी बड़े पैमाने पर करके विक्रम निर्माण किया है। बताते चले कि सहजयोगिनी मौता शैलजा देवी गिरनार साधना आश्रम जूना गढ़ की महामंत्री भी है। सहजयोगिनी शैलजा देवी को 2021 का श्रेष्ठ आध्यात्मिक गुरू अर्वाड देने पर जूना अखाड़े के संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरि,सभापति श्रीमहंत प्रेमगिरि महाराज के साथ साथ कई श्रीमहंतो ने खुशी जाहिर करते हुए उन्हे शुभकामनाएं दी है।

करोना काल में बदहाल सफाई व्यवस्था

 शहर की बदहाल सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करे मेयर : अनिरूद्ध भाटी

शहर को मिले कूड़े के ढेर से मुक्ति व कोरोना के दृष्टिगत युद्ध स्तर पर चलाया जाये सेनेटाइजर छिड़काव का अभियान

हरिद्वार, 27 अप्रैल (विरेन्द्र शर्मा संवाददाता गोविंद हरिद्वार) 


भाजपा पार्षद दल के उपनेता अनिरूद्ध भाटी के नेतृत्व में पार्षद विनित जौली, अनिल वशिष्ठ व पार्षद प्रतिनिधि विदित शर्मा ने उत्तरी हरिद्वार के विभिन्न वार्डों में सप्त सरोवर से ललतारौ पुल तक भ्रमण कर सफाई व सेनेटाइजर छिड़काव की व्यवस्था का जायजा लिया। अनेक स्थानों पर क्षेत्रीय निवासियों व भाजपा कार्यकर्त्ताआंे ने कूड़े के त्वरित निस्तारण व सेनेटाइजर के छिड़काव की मांग की। भ्रमण के पश्चात प्रेस को जारी बयान में भाजपा पार्षद दल के उपनेता अनिरूद्ध भाटी ने कहा कि कोरोना महामारी के समय राजनीतिक नौटंकी को विराम देकर मेयर व मेयरपति को शहर की बदहाल सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करना चाहिए। शहर में अनेक स्थानों पर कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। पर्याप्त मात्रा में सेनेटाइजर का छिड़काव नहीं किया जा रहा है। युद्ध स्तर पर अभियान चलाकर प्रत्येक वार्ड में सेनेटाइजर का छिड़काव सुनिश्चित किया जाये। 

अनिरूद्ध भाटी ने कहा कि मेयर व मेयरपति मेडिकल कॉलेज व अस्पताल निर्माण के संदर्भ में अफवाह फैलाने के स्थान पर जवाब दे कि केन्द्र से लेकर पालिका तक कांग्रेस का शासन रहा तब उन्होंने मेडिकल कॉलेज के लिए पहल क्यों नहीं की? मेडिकल कॉलेज निर्माण की एक प्रक्रिया होती है। उसी के तहत प्रदेश भाजपा सरकार व तत्कालीन शहरी विकास मंत्री के प्रयास से जगजीतपुर में मेडिकल कॉलेज निर्माण के लिए केन्द्र सरकार ने मंजूरी दी। उसके पश्चात नगर निगम में भाजपा पार्षद दल ने बहुमत से मेडिकल कॉलेज निर्माण के लिए निःशुल्क भूमि प्रदान करने का प्रस्ताव पास किया जिसे प्रदेश सरकार ने कैबिनेट में मंजूरी दे दी। केन्द्र सरकार ने मेडिकल कॉलेज निर्माण के लिए बजट भी पारित कर दिया तथा मेडिकल कॉलेज निर्माण की प्रक्रिया चरणबद्ध धरातल पर उतर रही है। अनिरूद्ध भाटी ने कहा कि भाजपा सरकार पर अनर्गल आरोप लगाने से पूर्व मेयर व मेयरपति को शहरवासियों को बताना चाहिए कि केआरएल व होर्डिग्स के टेण्डर में उन्हांेने शहरहित को दरकिनार क्यों किया? जिस कम्पनी ने नगर निगम का बकाया नहीं दिया उसी कम्पनी को उन्होंने दोबारा होर्डिग्स का टेण्डर क्यों दिया? साफ है कि होर्डिग्स, फूल फरोशी, केआरएल के टेण्डर में मेयर व मेयरपति के स्वार्थ सिद्ध हुए हैं। उन्हांेने कहा कि नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार के संदर्भ में निष्पक्ष जांच कराने के लिए भाजपा पार्षद दल शीघ्र ही जिलाधिकारी, प्रदेश सरकार व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष से भंेटकर कार्रवाई की मांग करेगा।    

पार्षद विनित जौली व शुभम मंदोला ने कहा कि मेयरपति ने मेयर कार्यालय को भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया है। शहर की सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करने के स्थान पर नगर निगम के संसाधनों की बंदरबांट की जा रही है। उन्हांेने कहा कि मेयर व मेयरपति को शहर की जनता को जवाब देना होगा कि मेयर बनने के पश्चात ही उन्हें करोड़ों रूपये के होटल की सम्पत्ति किस प्रकार दानपत्र के माध्यम से मिली है। 

पार्षद अनिल वशिष्ठ व पार्षद प्रतिनिधि विदित शर्मा ने कहा कि राजनीतिक नौंटकी के महारथी मेयरपति अब बताये कि उन्होंने व मेयर ने कितने नालों की सफाई करायी हैं व विभिन्न वार्डों में सुचारू रूप से फॉगिंग व सेनेटाइजर छिड़काव क्यों नहीं कराया जा रहा है।

मदद के लिए बढे हाथ

 हरिद्वार 27 अप्रैल (विरेन्द्र शर्मा संवाददाता गोविंद कृपा हरिद्वार)  सक्षम के प्रांत सचिव और नेत्र कुम्भ हरिद्वार के मुख्य प्रबंधक ललित पंत ने हरिद्वार में भीम गौडा के पास एक झोपड़ी में रहने वाली दिव्यांग नेत्रहीन बालिका जिसने अपने आत्मविश्वास के दम पर और समाज के सहयोग से 12 तक की पढ़ाई कर चुकी है और माँ सरस्वती की कृपा से गीत, संगीत की साधना कर रही हैं   ऐसी नेत्रहीन दिव्यांग बालिका को अपनी ओर से एक हजार रुपये प्रतिमाह की छात्रवृत्ति प्रदान की और उसका उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर सक्षम के प्रांत प्रचार प्रमुख अनंत प्रकाश मेहरा भी उपस्थित रहे। इस से पूर्व देहरादून की दिव्यागं महिला सोनाली रावत को भी इस प्रकार की प्रति माह मिलने वाली आर्थिक मदद ललित पंत कयी लोगों को दे चुके है। 


स्वामी चिदानंद मुनि जी महाराज का सकारात्मक और समयानुकूल संदेश



🛑 *खुशियाँ बांटे भय नहीं*


💫 *वैक्सिन लगाये कोरोना को दूर भगाये*


🟠 *सकारात्मक सूचनाओं और विचारों का हो आदान-प्रदान*


🔴 *कुम्भ का स्नान आस्था और व्यवस्था के साथ* 


🟢 *‘‘मजबूरी तो है पर जरूरी है’’*


💥 *शाही स्नान नहीं बल्कि सात्विक स्नान हो*


*26 अप्रैल, ऋषिकेश  ( अमरेश दूबे संवाददाता गोविंद कृपा ऋषिकेश) 


परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने देशवासियों से विनम्र निवेदन किया कि चैत्र पूर्णिमा का विशेष स्नान है उसे  भाव भक्ति के साथ अपने घर में ही सम्पन्न करे, अपने परिवारवालों के साथ रहें तथा एकदूसरे का सहारा बने।

’’कुम्भ मेला’’ दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सव है जिसे यूनेस्को ने ’’ग्लोबल इनटैन्जिबल कल्चरल हेरिटेज’’ मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर के रूप में स्थान दिया है, यह भारत के लिये गर्व का विषय है। यह भारतीय संस्कृति का उज्ज्वल भविष्य और भारत का आलोकमय उत्थान दर्शाता है। आध्यात्मिकता, साधना, भारतीय दर्शन, संस्कृति के साथ सद्भाव, समरसता और समानता का संदेश देेता है पावन आध्यात्मिक उत्सव है ’’कुम्भ मेला’’। 


कुम्भ सनातन काल से चला आ रहा एक पावन उत्सव है जिसमें स्नान का विशेष महत्व है इसके माध्यम से सम्पूर्ण जगत के समक्ष भारतीय सांस्कृतिक आदर्श का प्रकाश प्रकाशित होता है। इसमें अध्यात्म, लोकमंगल, सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया, सर्वभूतहिते रताः, वसुधैव कुटुम्बकम् की भावना से विश्व कल्याण के कार्य किये जाते है। यह आयोजन सांस्कृतिक उदारता और समन्वयशीलता का विशिष्ट उदाहरण प्रस्तुत करता है। कुम्भ मेला, मानवता और सार्वभौमिकता का संदेश प्रसारित करता है। 


इक्कीसवीं सदी में वैज्ञानिक और तकनीक विकास के युग में भी भारत अपने गौरवशाली एवं ऐतिहासिक परम्पराओं को पूरी आस्था के साथ आयोजित करता है। कुम्भ मेला, 12 वर्ष के अंतराल में आयोजित किये जाने वाला दिव्य महोत्सव है जिसे भारतीय पूरी आस्था और समर्पण के साथ आयोजत करते हैं। अब तक कुम्भ के तीन शाही स्नान सफलतापूर्वक सम्पन्न हुये कल विशेष स्नान है इसमें हम सभी भारतवासियों को ध्यान रखना होगा कि सात्विक व एकल स्नान किया जाये। इस कोरोना काल में  भारत सरकार, डब्ल्यू एच ओ और यूनिसेफ द्वारा जारी की गयी गाइडलाइन का पालन किया जाये। एक बात हमेशा ध्यान रखें कि ‘जान है तो जहान है’। भावावेश में आकर कोई कार्य न करें, अपनी, अपने परिवारवालों की तथा देशवासियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुये प्रतीकात्मक; भावनात्मक गंगा स्नान करें।

कुम्भ मेला आस्था का विषय है इसलिये आस्था, व्यवस्था और सुरक्षा के साथ स्नान किया जाये। आस्था और व्यवस्था का संगम है कुम्भ मेला, अगर इसमें व्यवस्था नहीं रहगी तो आस्था टूटेगी इसलिये व्यवस्था के साथ आस्था भी बनी रहे और परम्परा भी बचे इसलिये एकल स्नान किया जाये।

संत समाज ने हमेशा वही किया जिसमे मानवता का हित समाहित है। संत समस्या नहीं समाधान हैं, संतों ने तो हमेशा समाधान दिये हैं और कुम्भ तो हमेशा समाधान ही देता रहा है। जब समाज में समस्यायें आयी तो संतों ने कुम्भ में बैठकर चिंतन किया और समाधान निकाले इसीलिये कुम्भ केवल अमृत मंथन ही नहीं आत्ममंथन की यात्रा है। समाज में जो समस्यायेें व्याप्त होती हैं और जिस दिशा की आवश्यकता होती है संत समाज उस का समाधान करने की पूरी कोशिश करते हैं। तीन स्नान बहुत शानदार हुये अब आने वाला एक स्नान है तो उस स्नान को भी शानदार बनाये लेकिन एक नये ढ़ंग से, कोविड की गाइडलाइन का पालन करते हुये जो जहां पर है उन नदियों के तटों को हरियाली, स्वच्छता और पेड़ लगाकर सजायें स्थानीय नदियों में स्नान करें क्योंकि आज मानवता की रक्षा के लिये यही जरूरी है। 

यह मानवता की बात है और मानवता की रक्षा के लिये और देश के लिये जरूरी है। कोविड-19 के प्रसार को रोकने के  लिये भारत सरकार, डब्ल्यू एच ओ और यूनिसेफ ने जो गाइडलाइन बनायी हैं उसका पालन करें, मास्क पहनें, फिजिकल डिसटेंसिंग का पालन करें और बार-बार साबुन और पानी से हाथ धोते रहें, एक अन्तिम बात जरूरी न हो तो भीड़-भाड वाली जगहों पर न जाये।

भारत बने सक्षम और समर्थ


*समर्थ भारत बनाने के संकल्प के साथ सक्षम का नेत्र कुम्भ हुआ सम्पन्न* 

सक्षम ने अध्यात्म कुम्भ के साथ नेत्र कुम्भ का किया था आयोजन 


हरिद्वार 26 अप्रैल (अनीता वर्मा संवाददाता गोविंद कृपा हरिद्वार) 



 सक्षम के राष्ट्रीय सेवा प्रकल्प के अन्तर्गत  हरिद्वार में आयोजित कुम्भ में सक्षम के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा0 दयाल सिंह पँवार के निर्देशन, उपाध्यक्ष डा0 पवन स्थापक के संयोजन और राष्ट्रीय संयुक्त सचिव डा0 संतोष क्रलेती एवं मुख्य प्रबंधक ललित पंत के  संचालन में विगत 12 मार्च से चल रहे नेत्र कुम्भ का सोमवार को सम्मान  समारोह के साथ समापन हुआ। इस दौरान नेत्र कुम्भ के मैडिकल सुपरिटेंडेंट एवं सक्षम प्रांत उत्तराखंड के संरक्षक डा0 ललित मोहन उप्रेती ने जानकारी देते हुए बताया कि नेत्र कुम्भ में देश के 40 हास्पिटल्स की सेवाऐ ली गई, 9000 मोतियाबिन्द के आप्रेशन कराये गए, 50000 लोगों की 08 यूनिटो के माध्यम से नेत्र जांच कराई गई और 39000 से ज्यादा लोगों को नजर के चश्मे और दवाइयां वितरित की गयी। उन्होंने ने कहा कि करोना काल में यह एक चुनौती भरा कार्य था।जिसको सफलता पूर्वक सम्पन्न किया गया जो सक्षम की बड़ी उपलब्धि है।

 इस अवसर पर सक्षम के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव डा0 संतोष क्रलेती ने इस नेत्र कुम्भ की सहयोगी संस्थाओ प्रमुख रूप से प्रमुख रूप से हंस फाउंडेशन, स्वामी विवेकानंद हेल्थ मिशन,अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश, नेशनल मेडिकल ऑर्गेनाइजेशन,माधव नेत्रालय, दिव्य प्रेम सेवा मिशन,इंडियन ऑप्टोमेट्रिक एसोसिएशन, शांतिकुंज,उत्तराखंड आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय,एल०जी० गुप्ता आई इंस्टीट्यूट,मेडीविजन,देवजी नेत्रालय,श्री सद्गुरु सेवा ट्रस्ट,यूथ फॉर सेवा,श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल एंड हेल्थ साइंसेज देहरादून तथा स्टेट बैंक ऑफ इंडिया आदि दान दाताओ,चिकित्सको, पैरामैडिकल स्टाफ और सेवा भारती एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवी कार्यकर्ताओं का आभार प्रकट करते हुए कहा कि हरिद्वार नेत्र कुम्भ सम दृष्टि क्षमता विकास एवं अनुसंधान मंडल (सक्षम) का राष्ट्रीय स्तर का आयोजन था जिसमे देश के विभिन्न राज्यो से आए चिकित्सको,स्वयंसेवको ने अपना भरपूर योगदान दिया जो नेत्र कुम्भ की सफलता का आधार बना ।

 इस अवसर पर नेत्र कुम्भ के मुख्य प्रबंधक ललित पंत ने कहा कि नेत्र कुम्भ की सफलता में अखिल भारतीय स्तर से सक्षम की सभी प्रांतीय इकाइयों ने तन मन धन से सहयोग किया इसके लिए उन सभी का हार्दिक आभार एवं हम सभी मिलकर भविष्य में दिव्यांगों के लिए निरंतर समर्पण भाव से कार्य करते रहेंगे।

कार्यक्रम का सफल संचालन करते हुए प्रांत प्रचार प्रमुख अनंत प्रकाश मेहरा द्वारा उपस्थित सभी स्वयंसेवकों को दिव्यांगता के क्षेत्र में कार्य कर सक्षम भारत समर्थ भारत बनाने की दिशा में शपथ दिलाई।

 इस दौरान प्रदीप कुमार सैनी, संजय कुमार वर्मा,राजेश कुमार,नागपुर से पहुंचे कार्यकर्ता गुड़धे सारंग, अमित शर्मा नगर संपर्क प्रमुख, अमित शर्मा नगर प्रचार प्रमुख रूपचंद तनेजा, निधि ध्यानी, अनुराग, आयुष हरबोला, आलोक प्रताप, अंकित कुमार, फैजल, पूजा, सुनीता कश्यप, नीलम,मीना कश्यप, मोहन आदि लोग उपस्थित रहे।

सकारात्मक पत्रकारिता की है जरूरत

 ~विचार~

मीडिया द्वारा इतनी घटिया स्तर की रिपोर्टिंग केवल भारत  देश में ही संभव है..!

▪️धधकती हुई चिताएं,

▪️मरीजों से भरे हॉस्पिटल,

▪️श्मशान में मुर्दो की कतार, 

▪️परेंशान परिजन,


आखिर यह सब दिखा कर क्या जताना चाहतें हैं..???


महामारी है, 

सबको पता है 


आउट ऑफ कंट्रोल है

यह भी सबको पता है 


रिपोर्टिंग करिए


▪️ठीक हुए मरीजों का इंटरव्यू करिए,

▪️ऑक्सिजन सिलिंडर कहां मिल रहा है यह बताइए।

▪️प्लाज्मा डोनर्स का डेटा बेस बनाइये।

▪️किस हॉस्पिटल में बेड खाली है यह बताइए।

▪️एम्बुलेंस सर्विस का डिटेल दें।


लेकिन आपको तो सनसनी चाहिए........ 


घबराहट फैला कर क्या साबित करना चाहते हैं आप ???


 दोस्तों मेरा, 

आप सभी से निवेंदन है, 

 कि एक जिम्मेदार नागरिक बनिये बिकाऊ मीडिया वालों की तरह समाज में घबराहट/पैनिक मत फैलाइये, बिकाऊ मीडिया तो पैसों और TRP के लिए सड़क पे नङ्गे होकर नाच भी करते हैं


समस्याएं अलग अलग तरीके से बार-बार दिखाने से लोगों का मानसिक संतुलन बिगड़ता है, पैनिक की स्थिति तैयार होती है जो भयावह होती है।


आप सभी से निवेंदन है कि डर मत फैलाइये, लोगों को सावधान कीजिए सतर्क कीजिए खुद भी सतर्क और सावधान रहिए लेकिन डर और मिथ्या बातें मत फैलाइये।


*कुछ दिनो तक tv विशेषकर न्यूज़ चेनलों को बंद रखें तथा परम कृपालु परमात्मा से यही प्रार्थना कीजिए की इन मीडिया वालो को सद्बुद्धि दें।

अभी लोगो को ऊर्जा प्रोत्साहन देने कि जरूरत है ना कि हतासा 

हम जीतेंगे कोरॉना से।

सिर्फ सतर्कता बरतें ।

डबल मास्क जरूर लगाऐ।

और दो गज दूरी का पालन करें। 

समय समय पर अपनें हाथों को जरूर धोते रहें।

सरकार के सभी अदेशो का पालन करें।


जूना अखाडे की न्यायपालिका

 जूना अखाड़े के 24सदस्य न्यायपालिका का गठन, 27 के स्नान बाद संभालेंगे कार्यभार

हरिद्वार 25 अप्रैल (गोपाल रावत वरिष्ठ पत्रकार) 



  सन्यासियों के सबसे बड़े अखाडे श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़ें में रविवार को चारो मढ़ियों से 24सदस्य न्यायपालिका का गठन किया गया। सभी चारो मढ़ियो 4,16,13,14 के संतो का न्यायपालिका का गठन हुआ। श्रीमहंतो ने न्यायपालिका की पुकार अखाड़े के इष्टदेव भगवान दत्तत्रेय के चरणपादुका पर न्यायपालिका की पुकार की गयी। नयी कार्यकारिणी 27अप्रैल के शाही स्नान के बाद अपना कार्यभार ग्रहण करने के बाद यूपी के बरेली स्थित खेड़ामढ़ी पहुचेगी,जहां से भ्रमण के लिए निकल जायेगी, ये रमतापंच फिर तीन साल बाद भ्रमण उपरान्त प्रयागराज कुम्भ के दौरान एकत्र होगे। अखाड़े के अन्र्तराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरि जी महरारज ने बताया कि रविवार को श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के कुम्भ मेला शिविर में स्थापित धर्मध्वजा के नीचे न्यायपालिका के चुनाव सम्पन्न हुये। अखाड़ा के अन्र्तराष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत प्रेमगिरि महाराज,तथा संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरि महाराज की अध्यक्षता में  श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के रमतापंच के श्रीमहंत निरंजन भारती,अष्टकौशल महंत महन्त कमल भारती,पुजारी सच्चिदानंद सरस्वती,कोठारी नारायण भारती,कोरोबारी जलेश्वर भारती,कोतवाल केदार भारती,भण्डारी रणजीत भारती,  16मढ़ी के श्रीमहंत दूजगिरि, अष्टकौशल महन्त सत्यचेतन पुरी, कोरोबारी शिवपुरी,कोतवाल भीमपुरी, भण्डारी हरेराम पुरी,इसी तरह 14मढ़ी में श्रीमहंत रामचन्द्र गिरि,अष्टकौशल महंत तीरथ गिरि,छोटा पुजारी अलख गिरि,कोठारी गंगा गिरि,व अखलेश गिरि ,कोरोबारी गोपाल गिरि, कोठारी पुरूषोत्तम गिरि,भण्डारी राघव गिरि के अलवा 13मढ़ी में श्रीमहंत शातांनन्द गिरि, अष्टकौशल महन्त योगदानंद गिरि,कोरोबारी मोहनानन्द गिरि,कोतवाल राजेश्वर गिरि, भण्डारी लालगिरि का चुनाव किया गया। इस सम्बन्ध मे अखाड़े के अन्र्तराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरि महाराज,सभापति श्रीमहंत प्रेमगिरि महाराज,श्रीमहंत उमाशंकर भारती तथा पूर्व सभापाति श्रीमहंत सोहन गिरि की ओर से अष्टकौशल एवं रमता पंचों के लिए नाम भेजे गये। रविवार को श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े में कार्यकारिणी का गठन सभी चारों मढियों चा,सोलह,तेरह,चैदह से किया गया। इस दौरान चारो मढ़ियो के सचिव श्रीमहंत मोहन भारती,श्रीमहंत महेशपुरी,श्रीमहंत शैलेन्द्र गिरि तथा श्रीमहंत गणपत गिरि सहित कई श्रीमहंत,महंत एवं अखाड़े के संतगण मौजूद रहे।

सफल रहा नेत्र कुम्भ :-मदन कौशिक


 *सक्षम के सेवा कार्यो को उत्तराखंड में विस्तार के लिए करेंगे सहयोग-मदन कौशिक भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने सक्षम के नेत्र कुम्भ को बताया सफल सेवा एवं ईश्वरीय कार्य* 


हरिद्वार 25 अप्रैल( अनीता वर्मा संवाददाता गोविंद कृपा हरिद्वार) 



भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने सक्षम के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा0 दयाल सिंह पँवार के निर्देशन, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा0 पवन स्थापक के संयोजन और राष्ट्रीय संयुक्त सचिव डा0 संतोष क्रलेती के संयोजन में विगत मार्च माह से संचालित नेत्र कुम्भ की प्रशंसा करते हुए  नेत्र कुम्भ को सक्षम का सफल सेवा मिशन बताया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के खन्ना नगर स्थित  कैम्प कार्यालय पर सक्षम के राष्ट्रीय और प्रांतीय पदाधिकारीयो ने भेंट की। मदन कौशिक  ने कहा कि कुम्भ मेले में विपरीत परिस्थितियों में भी सक्षम ने लगभग 50000 तीर्थ यात्रियो, साधु संतजनो और स्थानीय लोगों के नेत्रो की जांच करने के पश्चात लगभग 39000 लोगों को निःशुल्क चश्मे और दवाइयां वितरित की है यह एक बड़ा सेवा कार्य है। उन्होंने उत्तराखंड में सक्षम संस्था के सेवा कार्यो को स्थायी विस्तार देने के लिए पूर्ण सहयोग का भी आश्वासन दिया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं हरिद्वार के विधायक मदन कौशिक का आभार प्रकट करते हुए सक्षम संस्था के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव डा0 संतोष क्रलेती एवं मुख्य प्रबंधक ललित पंत ने कहा कि सक्षम देश भर में दिव्यागंता निवारण के क्षेत्र में काम करता है हरिद्वार नेत्र कुम्भ एक छोटा सा प्रयास रहा जिसके आयोजन में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं हरिद्वार के विधायक मदन कौशिक ने बडा सहयोग प्रदान किया। इस के लिए संस्था शासन, प्रशासन और सहयोगी संस्थाओ का आभार प्रकट करती हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक से भेंट करने वालो में सक्षम के पश्चिम क्षेत्रीय संगठन मंत्री चंद्रशेखर, प्रदेश उत्तराखंड के प्रांत प्रचार प्रमुख अनंत प्रकाश मेहरा सक्षम के कार्यकर्ता आयुष हरबोला राजेश एवं गोपाल एवं शिवा आदि उपस्थित रहे।

प्रांतीय उद्योग व्यपार मंडल ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को सौंपा ज्ञापन



  हरिद्वार 24 अप्रैल (विरेन्द्र शर्मा संवाददाता गोविंद कृपा हरिद्वार) 


 प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल उत्तराखंड के द्वारा भारतीय जनता पार्टी उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष श्री मदन कौशिक को कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप से बचाव को बढ़ावा देने हेतु सोशल डिस्टेंसिंग के पालनार्थ व्यापार के समय को सायं 7:00 बजे तक बढ़ाने हेतु एक ज्ञापन दिया गया जिसमें उल्लेख किया गया है उत्तराखंड शासन द्वारा दिनांक 20 अप्रैल 2021 को पूरे प्रदेश के लिए कोविड-19 के बढ़ते प्रभाव के कारण दिशा निर्देश निर्गत किए गए हैं जिसमें आवश्यक वस्तुओं मेडिकल, फल सब्जी, दूध डेयरी, मीट मछली की दुकानें यह प्रतिष्ठान सुबह से सायं 7:00 बजे तक खुलेंगे तथा शेष सभी प्रकार के प्रतिष्ठान दोपहर 2:00 बजे तक ही खुलेंगे इस कारण बाजारों में भीड़ का दबाव कम होने की बजाए बढ़ गया है और बढ़ता ही जा रहा है इस संदर्भ में तकनीकी आधार पर भी कहना चाहते हैं कि जितने ज्यादा समय तक व्यापारिक गतिविधियां रहेंगे उससे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी होगा तथा बाजारों में भीड़ भी कम होगी लोग आसानी से अपनी जरूरत का सामान सामान्य रूप से खरीद सकेंगे जो वर्तमान आदेश सरकार के हैं उसके कारण बाजारों में भीड़ का दबाव बढ़ा हुआ है तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो पा रहा है यह सब समय के घटाने यानी कम समय बाजार खुलने के कारण हो रहा है इस ज्ञापन में प्रदेश अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी उत्तराखंड से अनुरोध किया गया है कि सभी प्रकार के व्यापारिक प्रतिष्ठानों को सुबह से शाम 7:00 बजे तक खोलने की अनुमति उत्तराखंड सरकार से दिलाई जाए जिससे बाजारों में भीड़ ना बढ़ सके सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके. कोविड-19 को लेकर  अनेक महत्वपूर्ण सुझाव भी  प्रदेश अध्यक्ष को उपस्थित प्रतिनिधि मंडल द्वारा दिए गए  जिस पर प्रदेश अध्यक्ष ने आश्वासन दिया कि आपके महत्वपूर्ण सुझाव  पर विचार किया जाएगा. ज्ञापन देने वालों में प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के महानगर अध्यक्ष चौधरी धीर सिंह, महानगर महामंत्री दीपक अरोड़ा, नवीन गुलाटी, रामगोपाल कंसल, विनोद वर्मा, रहे.  व्यापारियों एवं समाज के हित में प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के द्वारा  दिए गए इस ज्ञापन को सरकार के साथ बैठकर विचार विमर्श कर कार्रवाई की जाएगी ऐसा आश्वासन प्रदेश अध्यक्ष मदन कोशिक के द्वारा व्यापारियों  को दिया गया है.

सेवा और आरोग्यता का प्रकल्प बना नेत्र कुम्भ



*अंधता मुक्त उत्तराखंड और उ0प्र0 के लिए संकल्पबद्ध हैं सक्षम :- डा0 संतोष क्रलेती अखिल राष्ट्रीय संयुक्त सचिव सक्षम और डॉ महेश खाईतान, प्रमुख नेत्र चिकित्सक*


 हरिद्वार नेत्र कुम्भ सक्षम का सेवा और आरोग्यता प्रदान करने का सफल प्रकल्प रहा ।


हरिद्वार 24 अप्रैल (अनीता वर्मा संवाददाता गोविंद कृपा हरिद्वार) 


सक्षम संस्था के माध्यम से विगत बारह मार्च से चल रहे नेत्र कुम्भ के विषय में जानकारी देते हैं *सक्षम के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव डा0 संतोष क्रलेती* ने संयुक्त रूप से जानकारी देते हुए बताया कि सक्षम संस्था अंधता मुक्त उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के लिए संकल्पबद्ध हैं और इसकी  शुरूआत हरिद्वार मे सफल नेत्र कुम्भ के साथ की गई है जिसमें कोविड गाइड लाईन का पालन करते हुए अब तक 08 सेंटरो के माध्यम से 49000 साधु संतजनो, कुम्भ यात्रियो और स्थानीय लोगों के नेत्रो की जांच करने के पश्चात 39000 से ज्यादा लोगों को निःशुल्क चश्मे और दवाइयां वितरित की जा चुकी है। 


डा0 संतोष क्रलेती ने बताया कि हरिद्वार नेत्र कुम्भ में देश के विभिन्न प्रदेशों से आए 115 नेत्र चिकित्सको, 240 आप्टरोमैट्रिस्ट और 450 स्वयंसेवको ने लगातार चिकित्सा, भोजन, आवास आदि की व्यवस्थाओ में सहयोग प्रदान किया। उन्होंने बताया कि इस नेत्र कुम्भ में नौ हजार लोगों के मोतियाबिन्द के आप्रेशन किये जा चुके हैं साथ ही नेत्रो के अन्य रोगो का निशुल्क उपचार हंस आई केयर, एम्स ऋषि केश, निर्मल आई हास्पिटल में किया गया।


नेत्र कुंभ के *मुख्य प्रबंधक ललित पंत* ने बताया कि शीघ्र ही उत्तराखंड के  गढवाल और कुमाँऊ के कोटद्वार, हरिद्वार,देहरादून, हल्द्वानी आदि में सक्षम के द्वारा स्थायी सेंटर स्थापित किए जाएंगे। 


नेत्र कुम्भ के *प्रमुख चिकित्सा प्रबंधक डा महेश खेतान* ने बताया कि इस नेत्र कुम्भ में लघु भारत की छवि देखने को मिली जँहा देश के कोने कोने से हजारों तीर्थ यात्री और साधु संतजन आऐ और लाभान्वित हुए वही देश के विभिन्न राज्यो से प्रसिद्ध नेत्र चिकित्सक और सर्जन भी आए और निःशुल्क सेवाए और व्यवस्थाओ के लिए दान भी देकर गए। 


इस अवसर ने सक्षम के प्रांत प्रचार प्रमुख अनंत प्रकाश मेहरा, साध्वी वेदात्मानंद सरस्वती, निधि ध्यानी, आलोक आदि उपस्थित रहे।

गजल (सोमा नायर)



मुहब्बत की जगह, जुमला चला कर देख लेते हैं

ज़माने के लिए, रिश्ता चला कर देख लेते हैं


खरा हो या कि हो खोटा, खनक तो एक जैसी है

किसी कासे में ये सिक्का चला कर देख लेते हैं


हमारी जीभ से अक्सर फिसलने को तरसता है

है कितनी दूर का किस्सा, चला कर देख लेते हैं


तसल्ली हो गई हमको, यहां सब यार हैं अपने

इन्ही के बीच में घपला चला कर देख लेते हैं


बदलती शक्ल पर खर्चा  किये जाने से अच्छा है

कोई फोटो पुराना सा चला कर देख लेते है 


अटक जाए कोई फाइल तो रिश्वत से छुड़ाते हैं।

ज़रूरत हो ,तो हम क्या ना चला कर देख लेते हैं


नसीहत रोज चारागर यहां तब्दील करते हैं

 कभी मीठा कभी कड़वा चला कर देख लेते हैं।


कभी जो अपनी कुव्वत का नमूना देखना चाहें

हमे अपने खिलौनों सा चला कर देख लेते हैं


खुदा महफूज़ रखे चांद को, उन चांद वालों को

जो अपनी ईद पर चिमटा चला कर देख लेते हैं।


मसाइल दाल


रोटी के अगर लगते तुम्हे छोटे

तुम्हारे कायदे ,कुनबा  चला कर देख लेते है


अभी तक मुल्क की उंगली पकड़ रक्खी थी टेढों ने

चलो इस मुल्क को सीधा चला कर देख लेते हैं

एक रुपये मिल सकते है भगवान?


 8 साल का एक बच्चा 1 रूपये का सिक्का मुट्ठी में लेकर एक दुकान पर जाकर पूछने लगा,

--क्या आपकी दुकान में ईश्वर मिलेंगे?


दुकानदार ने यह बात सुनकर सिक्का नीचे फेंक दिया और बच्चे को निकाल दिया।


बच्चा पास की दुकान में जाकर 1 रूपये का सिक्का लेकर चुपचाप खड़ा रहा!


-- ए लड़के.. 1 रूपये में तुम क्या चाहते हो?

-- मुझे ईश्वर चाहिए। आपकी दुकान में है?


दूसरे दुकानदार ने भी भगा दिया।


लेकिन, उस अबोध बालक ने हार नहीं मानी। एक दुकान से दूसरी दुकान, दूसरी से तीसरी, ऐसा करते करते कुल चालीस दुकानों के चक्कर काटने के बाद एक बूढ़े दुकानदार के पास पहुंचा। उस बूढ़े दुकानदार ने पूछा,


-- तुम ईश्वर को क्यों खरीदना चाहते हो? क्या करोगे ईश्वर लेकर?


पहली बार एक दुकानदार के मुंह से यह प्रश्न सुनकर बच्चे के चेहरे पर आशा की किरणें लहराईं ৷ लगता है इसी दुकान पर ही ईश्वर मिलेंगे ! 

 बच्चे ने बड़े उत्साह से उत्तर दिया,


----इस दुनिया में मां के अलावा मेरा और कोई नहीं है। मेरी मां दिनभर काम करके मेरे लिए खाना लाती है। मेरी मां अब अस्पताल में हैं। अगर मेरी मां मर गई तो मुझे कौन खिलाएगा ? डाक्टर ने कहा है कि अब सिर्फ ईश्वर ही तुम्हारी मां को बचा सकते हैं। क्या आपकी दुकान में ईश्वर मिलेंगे?


-- हां, मिलेंगे...! कितने पैसे हैं तुम्हारे पास?


-- सिर्फ एक रूपए।


-- कोई दिक्कत नहीं है। एक रूपए में ही ईश्वर मिल सकते हैं।


दुकानदार बच्चे के हाथ से एक रूपए लेकर उसने पाया कि एक रूपए में एक गिलास पानी के अलावा बेचने के लिए और कुछ भी नहीं है। इसलिए उस बच्चे को फिल्टर से एक गिलास पानी भरकर दिया और कहा, यह पानी पिलाने से ही तुम्हारी मां ठीक हो जाएगी।


अगले दिन कुछ मेडिकल स्पेशलिस्ट उस अस्पताल में गए। बच्चे की मां का आप्रेशन हुआ और बहुत जल्दी ही वह स्वस्थ हो उठीं।


डिस्चार्ज के कागज़ पर अस्पताल का बिल देखकर उस महिला के होश उड़ गए। डॉक्टर ने उन्हें आश्वासन देकर कहा, "टेंशन की कोई बात नहीं है। एक वृद्ध सज्जन ने आपके सारे बिल चुका दिए हैं। साथ में एक चिट्ठी भी दी है"। 


महिला चिट्ठी खोलकर पढ़ने लगी, उसमें लिखा था-

"मुझे धन्यवाद देने की कोई आवश्यकता नहीं है। आपको तो स्वयं ईश्वर ने ही बचाया है ...  मैं तो सिर्फ एक ज़रिया हूं। यदि आप धन्यवाद देना ही चाहती हैं तो अपने अबोध बच्चे को दीजिए जो सिर्फ एक रूपए लेकर नासमझों की तरह ईश्वर को ढूंढने निकल पड़ा। उसके मन में यह दृढ़ विश्वास था कि एकमात्र ईश्वर ही आपको बचा सकते है। विश्वास इसी को ही कहते हैं। ईश्वर को ढूंढने के लिए करोड़ों रुपए दान करने की ज़रूरत नहीं होती, यदि मन में अटूट विश्वास हो तो वे एक रूपए में भी मिल सकते हैं।"

अतीत और वर्तमान के बीच सेतु है पुस्तके:-स्वामी चिदानंद मुनि की से


ऋषि केश 23 अप्रैल (अमरेश दूबे संवाददाता गोविंद कृपा ऋषिकेश)    विश्व पुस्तक दिवस के अवसर पर परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा कि कोविड-19 के समय में जब लोगों का अधिकतर समय अपने घर में रहकर बीत रहा है, ऐसे में किताबें और किताब पढ़ने की आदत ही सबसे अच्छी मित्र हो सकती है। कोरोना महामारी से बचने के लिये घर पर पुस्तकों के साथ रहने; अध्ययन करने से ज्ञान में वृद्धि के साथ सकारात्मकता का भी विकास होगा।

पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा कि वर्तमान समय में तकनीक विकास के युग में समाज का परिदृश्य काफी बदला है अब बच्चों के हाथों में किताबों के स्थान पर मोबाईल फोन है। किताबें विभिन्न भारतीय भाषाओं के साथ अपनी संस्कृति और संस्कारों से जोड़ती है। किताबें तनाव को कम करने का सबसे अच्छा माध्यम हैं। कोविड-19 के कारण लोग तनाव और मनोवैज्ञानिक दबाव से गुजर रहे हैं तथा कई लोग अपनों से दूर हैं ऐसे में किताबें (श्रेष्ठ साहित्य) ही सबसे अच्छी मित्र होती हैं वे हमारी पथ प्रदर्शक बन कर न सिर्फ हमें ज्ञान देती हैं, बल्कि अकेलेपन को भी दूर करती हैं। किताबें अतीत और वर्तमान के बीच एक पुल की तरह कार्य करती हैं।

किताबों को समर्पित आज का दिन पुस्तकें पढ़ने की आदत को बढ़ावा देने तथा उनकी जीवन में अहमियत की भी याद दिलाता है। साथ ही किताबें हमें अपने  बीते हुए कल से जोड़ती हैं और भविष्य के लिए मार्गदर्शक की तरह होती हैं। पूज्य स्वामी जी ने कहा कि किताबें हमारा बौद्धिक खजाना है जो कि देश के बौद्धिक, सामाजिक और सांस्कृतिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देती हैं। एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में नये विचारों, संस्कारों और संस्कृति को पहुंचाने का कार्य करती हैं इसलिये युवा पीढ़ी को किताबें पढ़ने के लिये प्रोत्साहित किया जाना चाहिये।

पूज्य स्वामी जी ने युवाओं को अपने विचारों को लिपिबद्ध करने के लिये प्रोत्साहित करते हुये कहा कि भगवान श्री कृष्ण द्वारा अर्जुन को दिया गया संदेश लिपिबद्ध न होता हो आज दुनिया गीता के ज्ञान से अन्भिज्ञ होती। सदियों पुरानी अनेक पुस्तकें आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं जितनी उस समय थीं इसलिये पुस्तकों के साथ अपने रिश्ते को मजबूत करें क्योंकि वे हमारी संस्कृति की वाहक होती हैं। ज्ञातव्य है कि पहला विश्व पुस्तक दिवस 23 अप्रैल, 1995 को मनाया गया था।


युवा संत चिंतन गोष्ठी

 हरिद्वार 23 अप्रैल (विरेन्द्र शर्मा संवाददाता गोविंद कृपा हरिद्वार)   विश्व हिंदू परिषद द्वारा युवा संत चिंतन संगोष्ठी का आयोजन श्री कृष्ण कृपा धाम भीमगोड़ा हरिद्वार में किया गया इस अवसर पर कार्यक्रम के अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी सत्यानंद सरस्वती ने कहा कि युवा संत ही आगे चलकर सत्य सनातन वैदिक धर्म को एक नई दिशा प्रशस्त कर सकते हैं इस युवा संत चिंतन संगोष्ठी में सभी युवा संतो के विचार सराहनीय एवं प्रशंसनीय है विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक दिनेश चंद्र ने  विश्व हिंदू परिषद  की कार्यशैली के विषय पर सरगर्मित प्रकाश डाला कार्यक्रम का सफल संचालन केंद्रीय धर्माचार्य संपर्क प्रमुख अशोक तिवारी जी ने किया।

 संगोष्ठी में हरिद्वार वैष्णव मंडल के अध्यक्ष श्री पंच रामानंदी दिगंबर अनी अखाड़ा के सचिव श्रीमहंत विष्णु दास जी ने कहा कि युवा संत भारतीय संस्कृति के प्रतिक तथा समाज के मार्गदर्शक हैं जो अपनी कर्मठता एवं कार्यदक्षता के आधार पर संस्कारों का प्रचार प्रसार कर राष्ट्र निर्माण कर सकते हैं, गरीबदासी सेवाश्रम के अध्यक्ष आचार्य हरिहरानंद शास्त्री व युवा भारत साधु समाज के राष्ट्रीय महामंत्री महंत रविदेव शास्त्री ने संयुक्त रूप से कहा कि सत्य सनातन धर्म का हमें समुपासक होना चाहिए तभी राष्ट्रीय भावना का उन्नयन हो सकता है, सतपंती परंपरा के उपासक महामंडलेश्वर स्वामी जनार्दन हरीजी ने कहा कि युवा संतो को समाजसेवा के कार्यों में बढ़-चढ़कर आगे आना चाहिए श्री कृष्ण कृपा धाम के पर माध्यम से गीता मनीषी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद के माध्यम से युवा संत चिंतन एक विशिष्ट उपलब्धि है इस प्रकार संपूर्ण देश में युवा संतो की चिंतन संगोष्ठी का आयोजन समय-समय पर करना चाहिए ताकि हमारी युवा पीढ़ी प्रेरणा प्राप्त कर सकें, प्रयागराज स्थित लेटे हुए हनुमान मंदिर के महंत स्वामी आनंद गिरी ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद द्वारा जो कार्य किए जाते हैं वह सराहनीय है ,मैसूर मठ के शंकराचार्य स्वामी शंकरभारती जी ने सभी युवा संतों का मार्गदर्शन किया। कार्यक्रम संयोजक प्रांत धर्माचार्य संपर्क प्रमुख राकेश बजरंगी व जिला धर्माचार्य संपर्क प्रमुख मयंक चौहान ने संयुक्त रूप से गोष्टी में पधारे पूज्य संत महानुभावों का स्वागत एवम् अभिनंदन किया।

इस अवसर पर कार्यक्रम में राजस्थान से पधारे स्वामी अभय दास जी घनश्याम बापूजी आचार्य रामचंद्र दास जी महंत दिनेश दास महंत लोकेश दास महंत प्रेमदास स्वामी विज्यानंद स्वामी अखंडानंद संजीव कृष्ण ठाकुर स्वामी प्रणव चैतन्य महंत राममुनि, डॉ राधागिरी डॉ साधना आनंद जी साध्वी अमिता भारती स्वामी अखंडानंद आदि संत महानुभाव उपस्थित रहे ।

विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री हरिशंकर जी क्षेत्रीय संगठन मंत्री मनोज वर्मा जी क्षेत्र सामाजिक समरसता प्रमुख वीरेंद्र जी प्रांत उपाध्यक्ष प्रदीप मिश्रा जी प्रांत सह संगठन मंत्री अजय जी भारतीय संस्कृत परिषद चित्तौड़ प्रांत प्रमुख विष्णु गौतम आदि पदाधिकारी उपस्थित रहे।


बैरागी कैम्प में नेत्र कुम्भ के अन्तर्गत नेत्र जांच, एवं चश्मे हो रहे हैं निःशुल्क वितरित


 बैरागी कैम्प में नेत्र कुम्भ से लाभान्वित हो रहे हैं संतजन 

हरिद्वार 23 अप्रैल ( अनीता वर्मा संवाददाता गोविंद कृपा हरिद्वार) 


नेत्र कुम्भ के अन्तर्गत बैरागी संतजनो के लिए शुरू किये गये बैरागी कैम्प में नेत्र जांच, चिकित्सा केन्द्र पर हंस आई केयर और एम्स ऋषि के डाक्टरो के द्वारा स्थानीय लोगों के नेत्रो की जांच और उपचार किया जा रहा है जिससे बड़ी संख्या में संतजन और स्थानीय लोग लाभान्वित हो रहे हैं  इस केन्द्र मेअभिषेक सिंह, अंकित तिवारी, हंस राज गौतम, आदि अपनी सेवाएं दे रहे हैं। सेंटर हैड आलोक बक्सी  ने जानकारी देते हुए बताया कि बैशाखी के अवसर पर  बैरागी कैम्प में इस सेंटर की शुरुआत की गयी थी जिसमे प्रतिदिन दो सौ से दो सौ पचास से ज्यादा लोगों के नेत्रो की जांच की जा रही हैं निःशुल्क जांच,दवाई  और चश्मे बाँटे जा रहे हैं। उन्होंने ने बताया कि ग्यारह दिनों में अब तक पचीस हजार के करीब लोगों के नेत्रो की जांच के पश्चात बीस हज़ार लोगों को चश्मे निःशुल्क बाँटे जा चुके हैं। नेत्र कुंभ के प्रबंधक ललित पंत ने जानकारी देते हुए बताया कि करोना के कारण बारह मार्च से चल रहे विभिन्न सेंटर विगत एक दो दिन में बंद किये जा चुके हैं और पचीस अप्रैल को बैरागी कैम्प में संचालित सेंटर के समापन के साथ हरिद्वार नेत्र कुम्भ का भी समापन हो जाएगा।

संध्या नायर की लेखनी से -दिल के जज्बात




झूठे वादे तमाम करते हैं 

'शाम' उनके ही नाम करते हैं


पीठ अपनी भी थपथपायेंगे

हम भी झुक कर सलाम करते हैं


सामने से दगा नहीं देते

वो मेरा  एहतिराम करते हैं


भीगने का मज़ा नहीं लेते

हाय तौबा, ज़ुकाम करते हैं


ये ज़रूरी नहीं कि सच्चे हों

वो जो अच्छा कलाम करते हैं


नाम अब तक नहीं हुआ बेशक

हम भी अच्छा ही काम करते हैं


बुतकदे में बजे या मिंबर पर

नींद दोनो हराम करते हैं


और कहने को कुछ नहीं बाकी

आज बस राम राम करते हैं


संध्या नायर, मेलबर्न

प्रेस क्लब हरिद्वार के चुनाव


हरिद्वार 22 अप्रैल (विरेन्द्र शर्मा संवाददाता गोविंद कृपा हरिद्वार)    प्रेस क्लब हरिद्वार के चुनाव में अध्यक्ष पद पर राजेन्द्र नाथ गोस्वामी और अमित कुमार शर्मा आमने- सामने

महाहचिव पद पर अश्वनि अरोडा़ और राजकुमार में मुकाबला

कार्यकारिणी पद पर विकास चौहान, विकास झा,  पुरुषोत्तम शर्मा, विक्रम छाछर, डॉ रजनी कांत शुक्ला,  अविक्षित रमन, तनुज वालिया, श्रवण कुमार झा, मनोज रावत,  कुशल पाल सिंह चौहान,  ठाकुर शैलेंद्र सिंह, प्रदीप गर्ग,  कुमार दुष्यंत त्र केके पालीवाल,  कुमकुम शर्मा, नवीन चौहान,  शिवांग अग्रवाल,  संजीव शर्मा, मयूर सैनी ने नामांकन किया है। 

करोना नाशक महायज्ञ

 कोरोना शमन नाशक महायज्ञ आयोजित

हरिद्वार  22 अप्रैल (गोपाल रावत वरिष्ठ पत्रकार) 



सत्कर्मा मिशन के तत्वावधान में कोरोना शमन नाशक महायज्ञ में संतो के साथ कुम्भ मेला पुलिस महानिरीक्षक संजय गुज्याल ने भी आहूतियाॅ देकर जगत कल्याण की कामना की। उत्तरी हरिद्वार स्थित सत्कर्माधाम भागीरथीनगर में श्री राम नवमी के पावन अवसर पर सत्कर्मा मिशन के परमाध्यक्ष हिमालयनयोगी एवं जूना अखाड़े के महामण्डलेश्वर स्वामी वीरेंद्रानंद गिरि जी महाराज के संयोजन में आयोजित कोरोना शमन महायंज्ञ में बड़ी संख्या में साधु संतो के साथ कई गणमान्य लोगों एवं पुलिस अधिकारियों ने आहूतियाॅ देकर विश्व कल्याण की कामना की। इस मौके पर कुम्भ मेला आईजी संजय गुंज्याल ने पूर्णाहुति देकर मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान राम से विश्वशांति की कामना की। उन्होने नवरात्रा के नौवे दिन शक्ति स्वरूपा से जगत कल्याण की प्रार्थना की। ’उन्होने कहा कि मेला पुलिस विषम परिस्थितियों में मेला सकुशल सम्पन्न कराने का कार्य कर रही है। उन्होने लोगों से कोविड गाइड पालन करने में सहयोग की अपील करते हुए कहा कि सभी को मिलकर कोरोना से मुकाबला करना है। महामण्डलेश्वर हिमालयनयोगी स्वामी वीरेन्द्रानंद गिरि ने कहा कि इस समय पूरा विश्व कोविड19 यानि कोरोना वायरस के लगातार बढ़ रहे संक्रमण से परेशान है,ऐसे में अध्यात्म की भूमि भारत जो हमेशा से विश्व कल्याण को लेकर चिंतन करता रहा है,इस बार भी कोरोना महामारी से मानव समाज को बचाने के लिए प्रयासरत है। उन्होने कहा कि इसी ध्येय से कोरोना नाशक महायज्ञ का आयोजन कर वायरस से बचाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होने कहा कि वैश्विक महामारी के इस दौर में सभी को कोरोना से बचने का प्रयास मिलकर करना होगा। उन्होने सभी से सरकार द्वारा जारी कोविड गाइड के नियमों का पालन करने की अपील भी की। इस दौरान विद्वान ब्राहणों द्वारा यज्ञ में आहूतियाॅ डालकर कोरोना के शमन की कामना की गयी।

लघु व्यपारियो की बैठक

 *रेडी पटरी के (स्ट्रीट वेंडर्स) लघु व्यापारियों को राज्य सरकारों द्वारा निशुल्क रूप से कोरोना टीकाकरण व आर्थिक रूप से मदद किया जाना न्यायसंगत होगा: संजय चोपड़ा*


*हरिद्वार, 22 अप्रैल (विरेन्द्र शर्मा संवाददाता गोविंद कृपा हरिद्वार) 


 नेशनल एसो. ऑफ स्ट्रीट वेंडर्स ऑफ इंडिया (नासवी) द्वारा देश के लगभग 26 राज्यो के रेडी पटरी के (स्ट्रीट वेंडर्स) लघु व्यापारी संगठनों के प्रतिनिधियों का संयुक्त नेतृत्व करते हुए कोरोना वैश्विक महामारी के बढ़ते प्रकोप के दृष्टिगत रेडी पटरी के (स्ट्रीट वेंडर्स) लघु व्यापारियों को राज्य सरकारों द्वारा निशुल्क कोरोना वैक्सीन व आर्थिक रूप से नगर पालिकाओं, नगर निगमों में पंजीकृत रेडी पटरी के (स्ट्रीट वेंडर्स) लघु व्यापारियों को अनुदान राशि दिए जाने की मांग को लेकर उत्तराखंड लघु व्यापार एसो. के प्रांतीय अध्यक्ष संजय चोपड़ा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से संयुक्त रूप से मांग को दोहराते हुए पुनः कोरोना वैश्विक महामारी के चलते सबसे ज़्यादा प्रभावित हुए रेडी पटरी के (स्ट्रीट वेंडर्स) लघु व्यापारियों को संरक्षण दिए जाने की मांग की।


इस अवसर पर लघु व्यापार एसो. के प्रांतीय अध्यक्ष संजय चोपड़ा ने कहा कोरोना वैश्विक महामारी के बढ़ते देशभर में सबसे ज्यादा रेडी पटरी के (स्ट्रीट वेंडर्स) लघु व्यापारी कोरोना की चपेट में आ रहे हैं और देश की राज्य सरकारों द्वारा रेडी पटरी के (स्ट्रीट वेंडर्स) लघु व्यापारियों अपना पूर्ण संरक्षण देते हुए प्राथमिकता के आधार पर कोरोना का टीकाकरण  निशुल्क रूप से नगर निगम, नगर पालिका में पंजीकृत (स्ट्रीट वेंडर्स) लघु व्यापारियों को लगाया जाना न्याय पूर्ण होगा। उन्होंने यह भी कहा उत्तराखंड राज्य में आबादी को बेहतर सुविधा देने वाले रेडी पटरी के (स्ट्रीट वेंडर्स) लघु व्यापारियों की काफी मात्रा में जनसंख्या है, जो दिन-प्रतिदिन अपने परिवार के पालन पोषण के लिए अपनी आजीविका को संचालित करते चले आ रहे हैं, राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत रेडी पटरी के (स्ट्रीट वेंडर्स) लघु व्यापारियों को उत्तराखंड राज्य सरकार द्वारा संरक्षण देते हुए मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से आर्थिक रूप से अनुदान राशि दिया जाना न्यायसंगत होगा।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से निशुल्क रूप से रेडी पटरी के (स्ट्रीट वेंडर्स) लघु व्यापारियों को कोरोना टीका व अनुदान राशि दिए जाने की मांग  करते लघु व्यापारियों में भूपेंद्र राजपूत, प्रभात चौधरी, वीरेंद्र सिंह, जय सिंह बिष्ट, आशीष अग्रवाल, दिलीप उपाध्याय, तस्लीम अहमद, धर्मपाल कश्यप, मनोज मंडल, ओमप्रकाश भाटिया, मनीष शर्मा, राजीव जैन, छोटे लाल शर्मा, मोहनलाल, राजेंद्र पाल आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।

स्वामी दुर्गेशानंद सरस्वती महाराज ने स्वामी हितेश्वरानंद सरस्वती को बनाया शिष्य

 मानव कल्याण आश्रम के परमाध्यक्ष महंत स्वामी दुर्गेशानंद सरस्वती महाराज ने दीक्षा देकर जागनाथ महादेव मंदिर कटावला मठ चावंड उदयपुर राजस्थान के पीठाधिश्वर घनश्याम बाव जी को स्वामी हितेश्वरानंद नाम से किया दीक्षित 

हरिद्वार 22 अप्रैल (विनीत गिरि संवाददाता गोविंद कृपा हरिद्वार) 




 मानव कल्याण आश्रम के परमाध्यक्ष महंत स्वामी दुर्गेशानंद सरस्वती महाराज ने कुम्भ मेले के अवसर पर राजस्थान प्रांत के उदयपुर जिले के जागनाथ महादेव मंदिर कटावला मठ चावंड के पीठाधिश्वर घनश्याम बाव जी को सन्यास दीक्षा देकर अपना शिष्य घोषित किया और उन्हें स्वामी हितेश्वरानंद सरस्वती के नाम से दीक्षित कर सन्यास परम्परा का अनुगामी बनाया। मानव कल्याण आश्रम में एक संक्षिप्त कार्यक्रम में कोविड गाइड लाईन का पालन करते हुए सीमित संख्या में उपस्थित युवा भारत साधु समाज के पदाधिकारीयो की उपस्थित में सन्यास परम्परा में दीक्षित किया गया। इस अवसर पर मानव कल्याण आश्रम के परमाध्यक्ष महंत स्वामी दुर्गेशानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि गुरू शिष्य परम्परा हमारी आदि परम्परा है जो सनातन हिन्दू धर्म और सन्यास परम्परा का आधार हैं। उन्होंने ने कहा कि स्वामी हितेश्वरानंद सरस्वती वर्षो से जागनाथ महादेव मंदिर कटावला मठ चावंड उदयपुर राजस्थान में रह कर साधना और समाज का मार्ग दर्शन कर रहे हैं और राजस्थान में घनश्याम बाव जी के नाम से प्रतिष्ठित संत है। ऐसे शिव भक्त और जागनाथ महादेव मंदिर कटावला मठ चावंड उदयपुर राजस्थान के पीठाधिश्वर को सन्यास परम्परा में दीक्षित किया जाना, जँहा इस परम्परा का सम्वर्धन है वहीं हमारी स्वस्थ गुरु शिष्य परम्परा का प्रतीक भी है। इस अवसर पर सन्यास परम्परा में नव दीक्षित संत स्वामी हितेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि गुरू देव स्वामी दुर्गेशानंद सरस्वती महाराज ने अपना शिष्य बना कर जो मुझ अकिंचन पर उपकार किया है उसके प्रति सदैव कृतज्ञ रहूँगा और गुरूदेव के बताये अध्यात्म, सेवा और धर्म के मार्ग का निष्ठावान अनुगामी बना रहूँगा।  इस अवसर पर जूना अखाडे के म0म0 स्वामी रवि गिरि महाराज, महंत गंगा दास, आचार्य हरिहरानंद, महंत स्वामी रविदेव शास्त्री, महंत सुतीक्षण मुनि, महंत दिनेश दास, महंत श्रवण मुनि, स्वामी कृष्ण दास,स्वामी कृपाला नंद,  स्वामी अशोक बन, भगत कृष्ण कुमार अत्रि सहित संत महंतजन उपस्थित रहे।

करोना काल में भारत विश्व शक्ति के रूप में उभरा


 करोना एक अभिशाप (अनिल लोहानी संवाददाता गोविंद कृपा रूडकी) 

 यद्यपि करोना का प्रभाव समाज के प्रत्येक वर्ग एवं प्रत्येक क्षेत्र  पर पड़ा है परंतु इससे देश की अर्थव्यवस्था एवं शिक्षा के क्षेत्र में काफी नुकसान पहुंचा हैl

 केंद्र सरकार एवं राज्य सरकारों के मध्य परस्पर सहयोग एवं विचारों के आदान-प्रदान के कारण भारत में इस महामारी को पूरी तरह पांव पसारने की इजाजत नहीं मिल पाई साथ देश के वैज्ञानिकों  एवं डॉक्टरों द्वारा समय-समय पर नए शोध के कारण काफी हद तक इस पर नियंत्रण किया जा सकाl

 करोना  के संघर्ष में भारत एक विश्वव्यापी शक्ति के रूप में भी उभरा है जहां एक और देश में प्रथम बार  विकसित देशों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर इस महामारी से लड़ने हेतु दवाई का आविष्कार किया वहीं दूसरी ओर विश्व बंधुत्व की परिभाषा को परिभाषित करते हुए संपूर्ण विश्व को इस संकट की घड़ी में उभारने हेतु दवाइयां भी उपलब्ध कराईl

भारत एक और जहां विश्व गुरु के रूप में  स्वीकार किया जा रहा है वही अपने मानवतावादी विचारधारा के कारण संपूर्ण विश्व की आंखों में आशा की किरण के रूप में भी देखा जा रहा हैl

 यद्यपि संकट की इस घड़ी में देश के अधिकांश लोगों ने माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं देश के गणमान्य एवं शुभचिंतक नागरिकों का भव्य अभिवादन किया उनके द्वारा दिए गए निर्देशों का कष्ट सहते हुए भी सच्चाई से पालन किया जोकि भारत की एकता एवं कुछ कर गुजरने की क्षमता को प्रदर्शित करता हैl

यह हमारे देश की कार्यकुशलता एवं क्षमता को प्रदर्शित करता है कि इस कठिन परिस्थितियों में भी देश सुचारू रूप से सबको साथ लेकर चल रहा है साथ ही साथ सभी कार्य सुचारू रूप से चल रहे हैं यद्यपि प्रजातंत्र की विशेषताओं के अनुसार समय-समय पर समाज के कुछ लोगों द्वारा कई प्रश्न चिन्ह भी लगाए गए परंतु देश में उनके सही विचारों को स्वीकार करते हुए उचित कदम भी उठाएl

  इन विषम परिस्थितियों में शिक्षा पर मुख्य रूप से विद्यार्थियों के जीवन पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पढ़ रहा है जहां एक और केंद्र और राज्य सरकारों को मजबूरन बिना परीक्षा के विद्यार्थियों को अगली कक्षाओं में प्रमोट करना पड़ रहा है वहीं दूसरी ओर वे विद्यार्थी जो इस विकट परिस्थितियों में  अपने लक्ष्य की प्राप्ति हेतु घर में सरकार द्वारा उपलब्ध ऑनलाइन क्लासेस ,ट्यूशन एवं परिवार के शिक्षित लोगों से सहायता लेकर निरंतर पढ़ते रहे उन्हें अब अपने भविष्य की चिंता सताने लगी है अतः सरकार को चाहिए कि जैसे ही परिस्थितियां सामान्य हो विद्यार्थियों का शिक्षा का स्तर बढ़ाने हेतु अपने स्तर पर उचित कदम उठाएंl

 दूसरी और ऐसे विद्यार्थी जो कि पूरे साल पढ़ाई नहीं कर पाए, जिन्हें पिछली कक्षाओं का पूर्ण ज्ञान भी नहीं है ,अगली कक्षा में प्रवेश पाने पर बहुत खुश नजर आ रहे हैं 

शिक्षण संस्थानों से नर्म निवेदन है कि ऐसे विद्यार्थियों का चयन कर उन पर अधिक परिश्रम करके उनके स्किल लेवल को बढ़ाने का प्रयास किया जाए ताकि भविष्य में उन्हें अपनी जीविका हेतु संघर्ष ना करना पड़ेl

निर्विवादित परम पूज्य है जगद् गुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज

 कुम्भ 2010 की गलती का बैरागी  अखाडो ने किया सुधार, जगद् गुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज को दिया सम्मान सर्वभौम जगद् गुरु रामानंदाचार्य की पदवी देकर किया कुम्भ 2010 की गलती का सुधार। 


कुम्भ 2010 जँहा अपनी दिव्यता और भव्यता के लिए याद किया जा रहा है वहीं उस समय के अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत ज्ञान दास महाराज ने द्वेषवश जगद् गुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज के द्वारा रचित एक पुस्तक पर प्रतिबंध लगाते हुए उन पर 1 लाख का जुर्माना भी लगाया था और उस तथाकथित पुस्तक को जब्त कर लिया था उस वक्त जगद् गुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज के लिए ये बड़ा अपमान जनक व्यवहार किया गया था लेकिन राम जी के यँहा देर है अंधेर नहीं। राम मंदिर के फैसले में सारी दुनिया ने जगद् गुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज की विद्वता, प्रखर मेधा शक्ति का लोहा माना और 2010 की उस अपमानजनक घटना के बाद जँहा श्रीमहंत ज्ञान दास महाराज हासिये पर चले गए वही जगद् गुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज की चँहु ओर जय जयकार हो रही है। बैरागी अखाडो ने देर से ही सही अच्छा निर्णय लिया इस के लिए वे बँधाई के पात्र है। सत्यमेव जयते।



श्रीसिद्धाश्रम में श्रद्धा भाव के साथ मनाई गई योगी राज बाबा बनारसी दास जी महाराज की जन्म जयंती

 सिद्ध और त्यागी संत थे श्री  योगी राज बनारसी दास महाराज :-योगेश्वर पुष्प नंदन 

हरिद्वार 20 अप्रैल (अनीता वर्मा संवाददाता गोविंद कृपा हरिद्वार) 



 आध्यात्मिक गुरु योगेश्वर पुष्प नंदन महाराज ने सिद्धशिरोमणी श्री  योगीराज बनारसी दास जी महाराज 119 वें जन्मोत्सव पर मयूर विहार ज्वालापुर स्थित श्री सिद्धाश्रम में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि श्री  सिद्ध योगीराज बाबा बनारसी दास ईश्वर के द्वारा नियुक्त सिद्ध सद् गुरु थे। वे संसार के लोगों को परमात्मा के ऐश्वर्य, महत्तवता, सर्व व्यापकता, सर्व शक्तिमत्ता, का संदेश देकर वे लोगों को ईश्वर की निकटता और अनुभूति करवाना चाहते थे। बाबा योगीराज बनारसी दास जी महाराज  का सदैव ईश्वर में वास हुआ करता था और उनकी वाणी ही शिक्षा और उपदेश बन गए। योगेश्वर पुष्प नंदन महाराज ने कहा कि बाबा योगीराज बनारसी दास जी महाराज कभी भी सांसारिक प्रलोभनो में नहीं उलझे यंहा तक की आध्यात्मिक जगत की 32 सिद्धियो के ज्ञाता होने के बावजूद भी उन्होंने कभी भी उन सिद्धियो का प्रदर्शन नहीं किया अपनी करोडो रुपये की सांसारिक सम्पत्ति दान कर एक सन्यासी का जीवन व्यतीत किया और लोक कल्याण के कार्य करते रहे। उन्होंने कभी धन का संग्रह नही किया और न ही आश्रम, भवन निर्माण के लिए धन स्वीकार किया। वे पूर्ण सिद्ध योगी थे जिन्हें केवल ईश्वर की चाह थी संसार के भोग, धन, ऐश्वर्य ने उन्हें कभी आकर्षित नहीं किया, वे संसार में रहते हुए भी संसार से विरक्त रहे। श्रीसिद्धाश्रम में कोविड गाइड लाईन का पालन करते हुए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमे राजेश कुमार, लवदीप सिंह, संजय खन्ना, कुलदीप कुमार, ज्ञान चंद चौहान, दिनेश गोयल, अरूण कुमार, तेजपाल सिंह, कमल प्रीत सिंह ,हरजस सिंह, श्वेता, मुन्नी देवी ,सरोज, बसंती देवी सहित श्रद्धालु भक्तजन उपस्थित रहे।

त्वरित आपदा प्रबंधन के लिए होगा सेमिनार का आयोजन

 


राष्ट्रीय सेमिनार के आयोजन को क्रियान्वयन समिति का गठन होगा- डा0 धन सिंह रावत 


देहरादून 19 अप्रैल, ( जे के  रस्तौगी संवाददाता गोविंद कृपा देहरादून)  राज्य की विषम भौगोलिक परिस्थितियों के मध्यनजर आपदा की चुनौतियों से निपटने के लिए शीघ्र आपदा प्रबन्धन एवं पुनर्वास विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया जाएगा, जिसके लिये एक उच्च स्तरीय क्रियान्वयन समिति का गठन किया जाएगा जिसमें राज्य में अवस्थापित विभिन्न उच्च शिक्षण संस्थानों के निदेशक एवं विशेषज्ञों को शामिल किया जाएगा। इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति को नोडल अधिकारी नामित किया गया है। 

     उच्च शिक्षा, सहकारिता, प्रोटोकॉल एवं आपदा प्रबन्धन एवं पुनर्वास राज्य मंत्री डा0 धन सिंह रावत ने आज सचिवालय में आपदा प्रबन्धन विभाग के तत्वाधान में आयोजित वर्चुअल मीटिंग के उपरान्त कही। उन्होंने कहा कि आगामी जून माह में आपदा प्रबन्धन एवं पुनर्वास विषय पर एक राष्ट्रीय स्तर का सेमिनार आयोजित किया जाना है, जिसमें राज्य में आने वाली विभिन्न आपदाओं पर राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर के विषय विशेषज्ञों एवं संबंधित क्षेत्र के वैज्ञानिकों के सुझावों का संकलन कर कार्ययोजना तैयार की जाएगी। ताकि राज्य में आने वाली विभिन्न प्रकार की आपदाओं से आसानी से निपटा जा सके। इसके लिए विभाग को अपने स्तर से सभी तैयारियां करने के निर्देश दे दिए गए है। आज आयोजित वर्चुअल मीटिंग में आई.आई.टी रूड़की, जी.एस.आई. देहरादून, आई.आई.एम. काशीपुर, सी.बी.आर.आई. रूड़की, वाडिया हिमालयन संस्थान देहरादून, उत्तराखण्ड अन्तरिक्ष विभाग, भारतीय मौसम विभाग, यू-सर्क, एन.डी.आर.एफ., आपदा प्रबन्धन एवं पुनर्वास, कुमाऊं विश्वविद्यालय, सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा तथा उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय के उच्च अधिकारियों एवं वैज्ञानिकों ने प्रतिभाग किया। बैठक में सभी संस्थानों के शीर्ष अधिकारियों ने वर्षाकाल शुरू होने से पूर्व आपदा प्रबन्धन एवं पुनर्वास को लेकर प्रस्तावित राष्ट्रीय सेमिनार को आवश्यक एवं महत्वपूर्ण बताया। 

बैठक के दौरान विभिन्न संस्थानों के निदेशकगणों, कुलपतिगणों एवं विशेषज्ञों ने कहा कि सेमिनार में आपदा संबंधित विभिन्न विषयों को अलग-अलग सेक्टर में विभाजित कर विषय विशेषज्ञों के साथ चर्चा करना आवश्यक है ताकि राज्य में भविष्य में आने वाली तरह-तरह की आपदा संबंधित चुनौतियों से निपटने से एक ठोस कार्ययोजना तैयार कर उसका क्रियान्वयन किया जा सके। सभी वक्ताओं ने इसके लिए एक उच्च स्तरीय क्रियान्वयन समिति के गठन की बात कही जिसपर सहमति जताते हुए विभागीय मंत्री डा0 धन सिंह रावत ने कार्यक्रम के नोडल अधिकारी कुलपति प्रो0 ओ0पी0एस0 नेगी एवं विभागीय सचिव एस.ए.मुरूगेशन को शीघ्र समिति का गठन कर सभी सदस्यों को सूचित करने के निर्देश दिए। 

विभागीय मंत्री ने कहा कि क्रियान्वयन समिति के गठन के उपरान्त समिति के सदस्यों के साथ एक बैठक आयोजित कर राष्ट्रीय सेमिनार की रूपलेखा तैयार कर ली जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य में कोविड की तत्कालीन परिस्थितियों को देखते हुए उसी समय तय किया जाएगा कि सेमिनार का आयोजन ऑफलाइन करना है या ऑनलाइन। 

बैठक में सचिव आपदा प्रबन्धन एस.ए. मुरूगेशन, वाडिया संस्थान के निदेशक डा0 कालाचंद सैन, आई.आई.टी रूड़की के निदेशक डा0 अजीत कुमार चर्तुवेदी, उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय प्रो. ओ.पी.एस. नेगी, कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एन.के.जोशी, अल्मोड़ा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एन.एस. भण्डारी, सी.बी.आर.आई रूड़की के निदेशक डा0 सुविर सिंह, जी.एस.आई. के उत्तराखण्ड निदेशक डा0 जॉय गोपाल घोष, आई.आई.एम. काशीपुर के निदेशक प्रो0 के. बलूनी, यू-सैक के निदेशक डा. एम.पी.एस बिष्ट, यू-सर्क की निदेशक डा. अनिता रावत, आई.एम.डी. देहरादून के वैज्ञानिक रोहित थपलियाल, डा. आर.के पाधे आदि वैज्ञानिकों एवं अधिकारियों ने प्रतिभाग किया। 


रक्तदान शिविर

 नेत्र कुम्भ के स्वयंसेवको ने किया रक्तदान 

जीते -जीते रक्तदान, जाते-जाते नेत्रदान के उदघोष को सक्षम के स्वयंसेवको ने रक्तदान कर किया चरितार्थ 

हरिद्वार 19 अप्रैल ( अनीता वर्मा संवाददाता गोविंद कृपा हरिद्वार) 



सक्षम के नेत्र कुम्भ के मध्य ऋषि कुल मे सक्षम के स्वयंसेवको ने रक्तदान किया। रक्तदान शिविर का शुभारंभ सक्षम के क्षेत्रीय प्रचारक चंद्रशेखर, राष्ट्रीय संयुक्त सचिव डा0 संतोष कुमार क्रलेती , नेत्र कुम्भ के प्रबंधक ललित पंत ने किया। इस अवसर पर सक्षम के प्रांत संरक्षक ने डा0 ललित मोहन उप्रेती ने कहा कि रक्तदान महादान है। सक्षम का उद्घोष है कि जीते -जीते रक्तदान करे और जाते जाते नेत्रदान करे। इसी उद्धघोष को हमारे स्वंयसेवक चरित्रार्थ कर रहे हैं। इस अवसर पर डा0 संतोष क्रलेती, ललित पंत, प्रदीप सैनी, अनंत प्रकाश मेहरा सहित स्वसेवको ने रक्तदान किया। इस अवसर पर डा0 महेश खेतान, दिव्या नेगी, संजय गुप्ता, भुवन गुणवंत, कपिल रतुडी, आदि उपस्थित रहे

शहरी विकास मंत्री ने दिए दिशा निर्देश

हरिद्वार 17 अप्रैल (विरेन्द्र शर्मा संवाददाता गोविंद कृपा हरिद्वार)   शहरी विकास मंत्री  बंशीधर भगत आज हरिद्वार स्थित अटल बिहारी वाजपेयी राज्य अतिथि गृह पहुंचे। यहां उन्होंने मुख्य नगर आयुक्त जय भारत  तथा स्वास्थ्य अधिकारी कुम्भ मेला 


सेंगर से स्वास्थ्य और शहर की सफाई व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि दो मुख्य शााही स्नानों के बाद श्रद्धालुओं और फोर्स की संख्या कम हो गयी है जिन स्थानों और छावनियों से लोग वापस जा रहे हैं उन स्थानों पर सेनेटाइजेशन, फाॅगिंग और स्प्रे आदि नियमित किया जाये, जिससे आने वाले सीजन में मक्खी मच्छर के प्रकोप से स्थानीय जनता को परेशानी न हो।

उनसे भेंट करने के लिए उपस्थित पार्टी कार्यकर्ताओं ने हरिद्वार-रूड़की विकास प्राधिकरण होने की वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में नक्शा पास कराने व बैंक से लोन लेने में आ रही दिक्कतों से भी अवगत कराया। जिस पर श्री भगत ने विभागीय अधिकारियों से  प्राधिकरण की स्थापना और वास्तविक स्थिति से अवगत कराये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में आ रही समस्या को समाप्त करने के लिए सरकार द्वारा 2016 के बाद अस्तित्व में आये प्राधिकरणों को समाप्त करने का निर्णय लिया गया था, किन्तु हरिद्वार के कार्यकर्ताओं द्वारा  वर्ष 2012 में प्राधिकरण के स्थापित हो जाने की जानकारी दी गयी जिससे इस जनपद के लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि सचिव शहरी विभाग से इस पर विस्तृत चर्चा कर समाधान निकाला जायेगा। उन्होंने शीघ्र ही आगामी कैबिनेट में सरकारी राशन कोटा में प्रति परिवार मात्रा वृृद्धि के प्रस्ताव को मंजूरी के लिए प्रस्तुत किये जाने की बात भी कही इसके अलावा कार्यकर्ताओं ने विभिन्न स्थानीय समस्याओं से अवगत कराया उनके साथ हल्द्वानी के मेयर जोगेंद्र पाल सिंह रौतेला मौजूद रहे।

बैठक में भाजपा जिला महामंत्री श्री विकास तिवारी,  आदेश सैनी, भाजपा प्रदेश सह मीडिया प्रभारी सुनील सैनी, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य श्री नरेश शर्मा, जिला भाजपा कार्यालय प्रभारी श्री लव शर्मा, जिला मंत्री अनमिका शर्मा, विकास पाल सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

नेत्र कुम्भ से हजारों लोग हो चुके हैं लाभान्वित



 नेत्र कुम्भ से अब तक लाभान्वित हो चुके हैं सैंतालीस हजार लोग :-डा0 संतोष कुमार क्रांलेती 

हरिद्वार 17 अप्रैल  सक्षम संस्था के माध्यम से विगत एक माह से चल रहे नेत्र कुम्भ से अब तक हजारों लोगों के नेत्रो की जांच की जा चुकी है और निःशुल्क दवाइयां, चश्मे वितरित किये जा चुके हैं उपरोक्त जानकारी सक्षम संस्था के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव डा0 संतोष कुमार क्रांलेती  ने ऋषि कुल आयुर्वेदिक कालेज में मुख्य नेत्र कुम्भ कार्यालय में प्रदान की, उन्होंने बताया कि विगत 12 मार्च से हरिद्वार में सक्षम संस्था के माध्यम से नेत्र कुम्भ का आयोजन किया जा रहा है जिसके अन्तर्गत सात यूनिट संचालित किये जा रहे हैं जिसमें अब तक सैंतालीस हजार लोगों के नेत्रो की जांच की जा चुकी है और छत्तीस हजार लोगों को निःशुल्क चश्मे और दवाइयां वितरित की जा चुकी है। नेत्र कुंभ के प्रबंधक ललित पंत ने बताया कि चौदह मार्च को मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने विधिवत ऋषि कुल के सभागार में संतजनो की गरिमापूर्ण उपस्थित में नेत्र कुम्भ का शुभारंभ किया था जिसके बाद जगह जगह नेत्र कुम्भ के सात सेंटर संचालित किये गये ,जिनके माध्यम से कुम्भ मेले में आने वाले तीर्थ यात्रियो, संतजनो और स्थानीय लोगों को सक्षम के द्वारा उनके निकटवर्ती सेंटरो पर सेवाएं प्रदान की गई है

उन्होंने ने बताया कि हमारा पहला सेंटर दिव्य प्रेम सेवा मिशन के प्रांगण में शुरू हुआ और उसके बाद शांति कुंज, हंस आई केयर बहादराबाद, विवेकानंद हेल्थ मिशन के अवधूत मण्डल आश्रम, चौधरी चरण सिंह घाट हरिद्वार, सूरतगिरि बंगला कनखल, और बैरागी कैम्प में सेंटर खुला, जिसमें कोविड गाइड लाईन का पालन करते हुए सक्षम संस्था के माध्यम से सेवा कार्य किये जा रहे हैं।

अग्नि और आह्वान अखाडे ने भी की कुम्भ मेला विसर्जन की घोषणा

 श्रीपंच अग्नि एवं आवाहन अखाड़ा ने भी कुम्भ मेला समापन की घोषणा कर दी

हरिद्वार 17 अप्रैल ( विरेन्द्र शर्मा संवाददाता गोविंद कृपा हरिद्वार) 


श्रीपंच दशनाम अखाड़े द्वारा कुम्भ मेला 2021 के विसर्जन की घोषणा के बाद श्रीपंच दशनाम अग्नि अखाड़ा तथा श्रीपंचदशनाम आवाहन अखाडा ने भी कुम्भ मेला विसर्जन की विधिवत घोषणा कर दी है। शनिवार को श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा की महासभा की आपात बैठक में कुम्भ मेला 2021 के विसर्जन की घोषणा की गयी । जूना अखाड़ा की ओर से कुम्भ मेला विसर्जन के बाद श्रीपंचदशनाम अग्नि अखाड़ा ने भी बैठक कर कुम्भ मेला 2021 के विसर्जन की घोषणा कर दी। अखाड़ा के कुम्भ मेला प्रभारी एवं सचिव ब्रहमचारी साधनानंद ने कहा है कि प्रधानमंत्री की अपील एवं कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए कुम्भ मेला विसर्जन कर दी गई है। वही दूसरी ओर श्रीपंचदशनाम आवाहन अखाड़ा के राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमहंत सत्या गिरी ने भी अखाड़े की ओर से कुम्भ मेला के समापन की घोषणा करते हुए बताया कि प्रधानमंत्री एवं केन्द्रीय गृहमंत्री की अपील के बाद वैश्विक महामारी के कारण आकस्मिक तौर पर निर्णय लिया गया है। उन्होने कहा कि कोरोना संक्रमण का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है,खतरा सभी के लिए बढ़ने लगा है,ऐसे में मानव रक्षा को प्रथम मानते हुए कुम्भ मेला का विसर्जन करने का फेसला अखाड़े की ओर से लिया गया है। ज्ञात रहे कि जूना अखाड़ा के साथ ही श्रीपंचदशनाम अग्नि एवं आवाहन अखाड़ा भी शाही स्नान करते है,ऐसे में जूना अखाड़ा की ओर से कुम्भ विसर्जन करने की घोषणा के बाद इन दोनो अखाड़ो ने भी कुम्भ समापन की घोषणा कर दी है।

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