केदारनाथ धाम को लेकर कांग्रेस फैला रही है भ्रम डॉ विशाल गर्ग

 बाबा केदारनाथ धाम को लेकर भ्रम फैला रही कांग्रेस-डा.विशाल गर्ग

भाजपा कार्यकर्ताओं ने किया कांग्रेस की बुद्धि शुद्धि के लिए यज्ञ




हरिद्वार, 25 जुलाई। वरिष्ठ भाजपा नेता डा.विशाल गर्ग के संयोजन में कार्यकर्ताओं ने प्रेमनगर आश्रम स्थित अग्रसेन घाट पर कांग्रेस की बुद्धि शुद्धि के लिए हवन यज्ञ किया। इस दौरान डा.विशाल गर्ग ने आरोप लगाया कि करोड़ों हिंदुओं की आस्था के प्रतीक बाबा केदारनाथ धाम को लेकर भ्रम फैला रही है। जबकि राज्य कैबिनेट में उत्तराखंड के चारों धाम के नाम पर अन्यंत्र कहीं भी मंदिर या ट्रस्ट आदि बनाए जाने के खिलाफ कड़ा कानून लाने का प्रस्ताव पारित हो चुका है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं भी इस संबंध में अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राजनीतिक लाभ के लिए इसे लेकर लोगों के बीच भ्रम और झूठ फैला रही है। लेकिन जनता सब समझती है और कांग्रेस के बहकावे में आने वाली नहीं है। विशाल गर्ग ने कहा कि कांग्रेस झूठ का सहारा लेकर राजनीतिक कर रही है। बाबा केदारनाथ कांग्रेस को सद्बुद्धि दे। प्रदीप मेहता, दीपक टंडन, शिवम बंधु गुप्ता ने कहा कि मुद्दा विहीन हो चुकी कांग्रेस बाबा केदारनाथ धाम के प्रति भ्रम और झूठ फैलाकर लोगों की भावनाओं को आहत करने का काम कर रही है। इस अवसर पर आदित्य बंसल, रामबाबू बंसल, विक्रम सिंह नाचीज, अनिल कुमार, परमेंद्र, उज्जवल ठाकुर, प्रदीप मेहता, दीपक टंडन, शिवम बंधु आदि ने यज्ञ में हिस्सा लिया।

विश्व धर्म संसद की सफलता की कामना के लिए उठाई कावड़


* पंच धातुओं से बने शिव परिवार को गंगा जल से स्नान कराकर उनसे सनातन धर्म के शत्रुओ के समूल विनाश की कामना की गई*

World Religious Convention (विश्व धर्म संसद)की सफलता,हिंदुओ के परिवारों की वृद्धि व मजबूती तथा जातिवाद व जातीय वैमनस्यता के विनाश के लिए उठी कांवड़*

*World Religious Convention (विश्व धर्म संसद) सम्पूर्ण मानवता की रक्षा की महत्वपूर्ण पहल _महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी*


*वर्तमान में महत्वपूर्ण है की महादेव सनातन धर्म सहित सम्पूर्ण मानवता की रक्षा करें_डॉ उदिता त्यागी*


*जूना अखाड़े के कोठरी स्वामी महाकाल गिरी तथा अन्य संतो ने कांवड़ यात्रियों का भव्य स्वागत किया*


हरिद्वार 25 जुलाई ( गोपाल रावत वरिष्ठ पत्रकार )



शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदसनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज के प्रतिनिधि के रूप में पूर्व मिसेज इंडिया वर्ल्ड वाइड डॉ उदिता त्यागी और यति संन्यासी यति सत्यदेवानंद जी व यति रणसिंहानंद जी ने अन्य भक्तगणों के साथ माया देवी मंदिर जूना अखाड़े के आनंद भैरव घाट से कांवड़ उठाई।उन्होंने यह कांवड़ World Religious Convention(विश्व धर्म संसद)की सफलता,हिंदुओ के परिवारों में वृद्धि व मजबूती और जातिवाद व जातीय वैमनस्यता के समूल विनाश के लिए उठाई है।इसके लिए इन कांवड़ यात्रियों ने आनंद भैरव घाट पर विधिवत पूजा अर्चना की।उनकी पूजा पंडित पवनकृष्ण शास्त्री जी ने संपन्न करवाई।

इससे पूर्व चंडी चौक पर शिवशक्ति धाम डासना में स्थापित होने वाले शिव परिवार को गंगा जल में स्नान करवा कर इन सभी ने सनातन धर्म के शत्रुओ के समूल विनाश की कामना की।

इस अवसर पर महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज स्वयं भी उपस्थित रहे और उन्होंने उनके संकल्प के लिए कांवड़ उठाने वाले अपने सभी शिष्यों को हृदय की गहराई से आशीर्वाद और साधुवाद दिया।

श्रीअखंड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक जी ने इन कांवड़ यात्रियों का सम्मान करते हुए कहा कि उनके जीवन में यह पहली कांवड़ है जो इस महान उद्देश्य के लिए उठाई जा रही है।इस यात्रा को करने वाले सभी भक्तगण साधुवाद के पात्र हैं।

इस अवसर पर महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने कहा कि आज जिस तरह इस्लामिक जिहाद से सम्पूर्ण मानवता को खतरा है,ऐसे में World Religious Convention(विश्व धर्म संसद) सम्पूर्ण मानवता की रक्षा के लिए एक अति महत्वपूर्ण पहल सिद्ध हो सकती है।परंतु इसके लिए सनातन धर्मगुरुओं के समाज सहित सम्पूर्ण हिंदू समाज को अपनी मानसिकता में थोड़ा परिवर्तन करके इसका समर्थन और सहयोग करना पड़ेगा।

कांवड़ के लिए जल लेते हुए World Religious Convention(विश्व धर्म संसद) की मुख्य संयोजक डॉ उदिता त्यागी ने कहा कि आज सनातन धर्म और सम्पूर्ण मानवता अपने अस्तित्व के खतरे में है।हिंदुओ के घटते हुए जनसंख्या अनुपात ने हमारे सामने समूल विनाश के खतरे को लाकर खड़ा कर दिया है।हिंदू समाज के सबसे बड़े शत्रु जातिवाद और जातीय वैमनस्यता ने हमे बर्बादी के कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है।ऐसे में वर्तमान समय में सबसे महत्वपूर्ण यही है की देवाधिदेव भगवान महादेव शिव और जगदजननी मां जगदम्बा सनातन धर्म और सम्पूर्ण मानवता की रक्षा के लिए हम हिंदुओ को सद्बुद्धि प्रदान करें।

इन कांवड़ यात्रियों में पंडित सनोज शास्त्री,मोहित बजरंगी,बॉबी त्यागी, उदयवीर,विवेक नागर,अभिषेक, अंकित नागर,रेंचो तथा अन्य भक्तगण शामिल है।

भारत विकास परिषद पंचपुरी शाखा ने फलदार पौधे किये रोपित

 *भारत विकास परिषद की पंचपुरी शाखा ने पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया* 

 हरिद्वार 23 जुलाई भारत विकास परिषद की पंचपुरी शाखा ने हरेला पर्व सप्ताह के अंतर्गत हरिद्वार पब्लिक स्कूल, सुभाष नगर ज्वालापुर में अपने शाखा के दायित्वधारियों और स्कूल की टीचरों के साथ संयुक्त रूप से 20 फलदार पौधे लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया। भारत विकास परिषद के प्रांतीय वित्त सचिव ललित चंद्र पाण्डेय ने कहा की आज हम सब को ग्लोबल वार्मिंग से जूझना पड़ रहा है अगर हमने अब भी इस ओर ध्यान नहीं दिया भविष्य में स्थिति और भी विकट हो जायेगी। जिला सह समन्वयक अमित कुमार गुप्ता ने कहा कि सरकारें तो अपना काम पर्यावरण संरक्षण को लेकर कर ही रही हैं परंतु हम सब का भी कर्त्तव्य बनता हैं कि हम सभी अपने आस पास के पर्यावरण को सुधारने के लिए अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाए।पंचपुरी शाखा अध्यक्ष निखिल वर्मा ने कहा कि हरेला पर्व हमको प्राकृति से जोड़ने का संदेश देता हैं। इसीलिए हमारी शाखा ने पूरे सावन में एक पेड़ मां के नाम लगाने की शपथ ली है। पर्यावरण संयोजक सुमित सक्सेना ने कहा कि आज हमने पांच आम के, चार जामुन के, तीन आडू के, छह अमरूद के और दो लीची के पेड़ लगाने के साथ ही इनकी देखभाल करने का काम भी हम ही करेंगे। इस अवसर पर हरिद्वार पब्लिक स्कूल के डायरेक्टर अनिल श्रीवास्तव और बिपिन श्रीवास्तव ने सयुक्तं रूप से कहा कि हरेला पर्व ही हमको अपनी जिम्मेदारी का अहसास तो करा ही रहा है और साथ ही भविष्य को लेकर सतर्क भी कर रहा है कि पर्यावरण के बिना जीवन कितना मुश्किल होगा। स्कूल की प्रिंसिपल निधि राणा ने कहा कि आपकी शाखा ने पौधारोपण के लिए हमारे स्कूल का चयन किया और यहां पढ़ने वाले बच्चों को आज का पौधारोपण कार्यक्रम हमेशा याद रहेगा। पौधारोपण कार्यक्रम में शाखा के उपाध्यक्ष सम्पर्क कुशल श्रीवास्तव, आभा वर्मा,संजय



नैथानी के साथ ही स्कूल की टीचरों महिमा, कविता, ऋचा, पारुल, नेहा, सृष्टि, भावना, मीनू, शिखा, अनशिखा और पायल ने भी पौधारोपण किया ।

महर्षि दयानंद शाखा एवं शिवगंगा समिति ने कांवड़ियों के लिए किया भंडारे का आयोजन

 *महर्षि दयानंद शाखा एवं शिवगंगा समिति ने किया भंडारे का आयोजनl 



बहादराबाद 23 जुलाई ( सुखदेव सिंह निर्भय ) सावन के पवित्र महीने में ग्राम अतमलपुर बौगला की महर्षि दयानंद शाखा के द्वारा शिवगंगा समिति के बैनर तले कावड़ियों के लिये विश्राम, जलपान दोपहर के भोजन ओर रात्रि के भोजन के लिए  एक भंडारे का आयोजन किया गया है। भंडारे का शुभारंभ आज विधि विधान से पूजा अर्चना के बाद प्रारंभ किया गया। जिसमें हजारों की संख्या में नित्य प्रति शिव भक्त कावड़िया भोजन ग्रहण करेंगे। और अपने गंतव्य की तरफ प्रस्थान करेंगे। भंडारे में सभी गांव वासियों का सहयोग  प्राप्त हो रहा है।  भंडारे में मुख्य रूप से  रानीपुर विधायक आदेश चौहान भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा प्रदेश महामंत्री योगेश चौहान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह विभाग सेवा प्रमुख वीर प्रताप के कर कमलों के द्वारा किया गया। उद्घाटन के अवसर पर दीपक चौहान, सत्येंद्र चौहान, मोनू चौहान, शरद चौहान, रजनीश चौहान, पुष्पेंद्र चौहान, अर्जुन सिंह, अमित चौहान, नीरज चेयरमैन, विशाल चौहान, नारायण पंडित आदि अनेक गांव वासी उपस्थित रहे।

श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के प्रयासों और कार्यशैली से बदलाव की बह रही है बयार

श्री बद्री नाथ -केदार नाथ मंदिर समिति 
              बदलाव की बायार, विरोध दरकिनार

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व और अजेंद्र अजय के दृढ संकल्प के कारण आर्थिक रूप से मजबूत होकर उभरी है बीकेटीसी 




केदारनाथ मंदिर का गर्भ ग्रह हुआ स्वर्ण मंडित

विकास कार्यों के लिए सरकार पर निर्भर रहने वाली बीकेटीसी ने  यात्री सुविधाओं के विस्तार केलिए सरकार को दिए 10 करोड रुपए

उत्तराखंड। साल 2020 में कोरोना नामक वैश्विक महामारी ने पूरी दुनिया की गति अनायास रोक दी थी। उत्तराखंड भी इससे बुरी तरह प्रभावित हुआ। पहले लॉकडाउन और उसके बाद महामारी से जूझने के लिए अमल में लाई गई उपायों की लंबी श्रृंखला ने चारधाम यात्रा को लगभग ठप्प कर दिया था। इससे श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) की वित्तीय स्थिति भी डगमगा गयी थी।

महामारी के भय से उबरी दुनिया ने जब दोबारा गति पकड़ी तो प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के प्रयासों से यात्रा मार्गों पर भी हलचल नज़र आने लगी। वर्ष 2022 प्रदेश सरकार ने भाजपा के वरिष्ठ नेता अजेंद्र अजय को बीकेटीसी के अध्यक्ष का दायित्व सौंपा। अजेंद्र के नेतृत्व में बीकेटीसी ने नई ऊर्जा के साथ काम शुरू किया और शासन के सहयोग से यात्रा के लिए आवश्यक अवस्थापना विकास से लेकर परिवेश निर्माण तक के कार्यों को गतिमान किया।

पूर्व में कार्मिकों के वेतन, दैनिक क्रियाकलापों के संचालन और विभिन्न अवस्थापना सुविधाओं के विकास के लिए बीकेटीसी को आर्थिक कठिनाइयों से जूझना पड़ता था। अजेंद्र के कार्यकाल में आय के नए स्रोतों के समुचित नियोजन से बीकेटीसी का वित्तीय तलपट आशातीत लाभ दर्शाने लगा है। विगत ढाई वर्षों में बीकेटीसी की परिधि में आने वाले अनेक पौराणिक मंदिरों के जीर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण की सराहनीय पहल की गई। इसके साथ ही यात्रा मार्गों पर स्थित विभिन्न विश्राम गृहों के उच्चीकरण के भी अभूतपूर्व कार्य किये गए।

बाबा केदार की शीतकालीन गद्दी स्थल ऊखीमठ स्थित श्री ओंकारेश्वर मंदिर परिसर में कोठा भवन के जीर्णोद्वार और मंदिर परिसर के विस्तारीकरण व सौंदर्यीकरण की मांग स्थानीय जनता द्वारा तीन दशकों से मांग उठायी जाती रही है। राजनीतिक लाभ के लिए पूर्व में करीब आधा दर्जन से अधिक बार यहां पर भूमि पूजन भी किये गए। मगर अजेंद्र ने इस परियोजना को अपनी प्राथमिकताओं में शामिल किया और वर्तमान में न्यू इंडियन एक्सप्रेस ग्रुप के सहयोग से पांच करोड़ रूपये की लागत से प्रथम चरण के कार्य तेजी से गतिमान हैं।

वर्ष 2013 की आपदा में केदारनाथ धाम में पूरी तरह से ध्वस्त हो चुके श्री ईशानेश्वर मंदिर का निर्माण गत वर्ष एक दानीदाता के सहयोग से एक वर्ष के रिकॉर्ड समय में कराया गया। गुप्तकाशी स्थित विश्वनाथ मंदिर परिसर में ध्वस्त हो चुके भैरव मंदिर के पुनर्निर्माण की मांग क्षेत्रीय जनता करीब एक दशक से उठाती रही है। मगर अजेंद्र के प्रयासों से कुछ माह पूर्व शुरू हुआ मंदिर निर्माण का कार्य शीघ्र ही पूरा होने को है। इसके अलावा तुंगनाथ व विश्वनाथ मंदिर की जर्जर हो चुकी छतरियों का पुनर्निर्माण कार्य भी सम्पन्न कराये गए हैं।

अजेंद्र के कार्यकाल का सबसे चर्चित कार्य केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह को स्वर्ण मंडित कराना रहा है। सोमनाथ, काशी विश्वनाथ, सिद्धि विनायक, राम मंदिर अयोध्या जैसे तमाम प्रमुख मंदिरों में स्वर्ण मंडित विभिन्न कार्य कराने वाले मुंबई के लाखी परिवार ने केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह को पूरी तरह से स्वर्ण मंडित किया। हालांकि, राजनीतिक कारणों से कुछ लोगों ने इस पर विवाद खड़ा करने की कोशिश की। मगर कुछ लोगों के दुष्प्रचार को नजरअंदाज कर दिया जाए तो वास्तव में बाबा केदार के गर्भगृह की स्वर्णमयी आभा देश-विदेश के श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बनी हुयी है।

बीकेटीसी में वित्तीय नियोजन एक चुनौतीपूर्ण कार्य था। आश्चर्यजनक रूप से पूर्व में यहां इसके नियंत्रण की कोई सटीक व्यवस्था नहीं थी। अजेंद्र ने पदभार ग्रहण करते ही सबसे पहले वित्तीय पारदर्शिता के लिए वित्त अधिकारी का पद सृजित करने की पहल की और इस पर शासन से प्रदेश वित्त सेवा के अधिकारी की तैनाती करवाई। इससे आर्थिक गतिविधियों का नियामन त्रुटिहीन हो गया है। कुशल वित्तीय प्रबंधन का परिणाम है कि बीकेटीसी आधारभूत ढांचे के विकास के लिए विभिन्न निर्माण कार्यों को सम्पादित करने के बावजूद आर्थिक दृष्टि से मजबूत स्थिति में आ गयी है। बीकेटीसी ने वर्तमान यात्राकाल में केदारनाथ व बदरीनाथ धाम में यात्रा सुविधाओं के विकास के लिए प्रदेश सरकार को दस करोड़ रूपये की धनराशि प्रदान की। प्रदेश के इतिहास में यह पहला अवसर होगा कि जब किसी निगम अथवा बोर्ड ने प्रदेश सरकार को सहयोग के रूप में धनराशि दी होगी।

वर्ष 1939 में अंग्रेजों के समय में गठित बीकेटीसी में कर्मचारियों की नियुक्ति, पदोन्नति आदि के लिए कोई पारदर्शी व्यवस्था नहीं थी और ना ही कार्मिकों के लिए कोई सेवा नियमावली थी। बीकेटीसी के इतिहास में पहली बार अजेंद्र ने इसके लिए पहल की और तमाम गतिरोधों के बावजूद सेवा नियमावली बनायीं। धार्मिक संस्थाओं के लिए इस तरह की नियमावली का निर्माण करना दरअसल एक संवेदनशील विषय रहा है। प्रचलित परंपराओं के साथ आवश्यक वैधानिक शर्तों का संयोजन एक चुनौतीपूर्ण टास्क होता है। लिहाजा, इससे पूर्व किसी ने भी इस संवेदनशील विषय को छूने का साहस नहीं किया।

प्रशासनिक व्यवस्था के निर्बाध प्रचालन और कार्य संस्कृति में बदलाव लाने के लिए भी कई प्रयास किये गए। इसमें सबसे प्रमुख निर्णय कार्मिकों का स्थानांतरण था। मंदिर समिति के इतिहास में पहली बार कार्मिकों के स्थानांतरण किये गए। स्थानांतरण प्रक्रिया ने मंदिर समिति में भूचाल ला दिया था। मगर अध्यक्ष ने कुशल प्रशासनिक क्षमता का परिचय देते हुए स्थानांतरण आदेशों को लागू करा कर छोड़ा। कर्मचारियों की लंबित पदोन्नति का मार्ग प्रशस्त कर उनके मनोबल को बढ़ाने के साथ कार्मिकों को गोल्डन कार्ड सुविधा प्रदान करने जैसे अनेक निर्णय लिए गए।

सुधारों के क्रम में धामों में दर्शन व्यवस्था को अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए बीकेटीसी ने अपना सुरक्षा संवर्ग बनाने का प्रस्ताव प्रदेश सरकार को भेजा है। इसको सरकार ने स्वीकृति दे दी है। उम्मीद है कि शीघ्र ही बदरीनाथ व केदारनाथ मंदिरों में दर्शन व सुरक्षा की कमान बीकेटीसी के सुरक्षाकर्मियों के पास होगी।

हालांकि, सुधारों की राह कभी भी आसान नहीं होती है। बीकेटीसी में भी सुधार की बयार कुछ लोगों को पसंद नहीं आयी और वे अध्यक्ष अजेंद्र के विरुद्ध लगातार बात-बेबात के मुद्दों को लेकर विवाद खड़ा करने का प्रयास करते रहते हैं। मगर अजेंद्र ने सारे विरोधों को दरकिनार करते हुए अपना अभियान जारी रखा है।

आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने कवित्री, लेखिका डॉ मीरा भारद्वाज की पुस्तक का किया विमोचन

आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने किया डॉ0 मीरा   भारद्वाज की पुस्तक का विमोचन

हरिद्वार 22 जुलाई दीपशिखा साहित्यिक एवं सांस्कृतिक मंच की अध्यक्ष प्रसिद्ध कवित्री लेखिका शिक्षाविद डॉ० मीरा भारद्वाज द्वारा लिखित पुस्तक *ध्वनि सिद्धांत के आलोक में निराला काव्य का अध्ययन* का लोकार्पण हरिहर आश्रम कनखल के परमाध्यक्ष आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि जी महाराज के कर-कमलों  द्वारा आश्रम के सभागार में किया गया और आशीर्वाद प्रदान किया गया कि*ध्वनि सिद्धांत*  का  काव्य में अनूठा स्थान है इस पर छायावाद के प्रवर्तक निराला जी पर कार्य करना प्रशंसनीय है। यह पुस्तक शोधकर्ताओं के लिए उपयोगी सिद्ध होगी।इस शुभ अवसर पर मीरा भारद्वाज जी ने अपने गुरुजनों  डॉ०ज्ञानचंद रावल जी पूर्व विभागाध्यक्ष  हिंदी, गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय हरिद्वार,  प्रो०(डॉ०)अशोकमिश्र पूर्व प्राचार्य व हिंदी विभाग अध्यक्ष एस०एम०जे०एन०पी०जी०कॉलेज हरिद्वार, डॉ० दयाशंकर दीक्षित जी देहरादून, डॉ०नरेशमोहन के प्रति कृतज्ञता प्रकट की। दीपशिखा साहित्यिक एवं सांस्कृतिक मंच हरिद्वार की अध्यक्ष डॉ मीरा भारद्वाज की इससे पूर्व दो काव्य संग्रह -*बुलबुला* और *कोंपल*नाम से प्रकाशित हो चुके हैं।संजय भारद्वाज, अनिरुद्ध शर्मा और डॉ०सुशील कुमार त्यागी विमोचन के अवसर पर उपस्थित रहे। चेतना पथ पत्रिका के सम्पादक श्री अरूण कुमार पाठक ने मीरा भारद्वाज को शुभकामनाएं दी। डॉ०सुशील कुमार त्यागी ने अपनी पुस्तक ( सुभाष शतक) भेंटकर स्वामीजी से आशीर्वाद लिया।

शांतिकुंज में श्रद्धा भाव के साथ मनाया गया गुरु पूर्णिमा पर्व

 गुरु शिष्य को पारसमणि की तरह बहुमूल्य बनाता है ः डॉ पण्ड्या

गुरुपूर्णिमा श्रद्धा के आत्म निरीक्षण का दिन ः शैलदीदी

पंचांग 2025, आडियो बुक, दिशाबोध डॉक्यूमेंट्री आदि का विमोचन, बड़ी संख्या में गुरुदीक्षा व विभिन्न संस्कार निःशुल्क सम्पन्न

हरिद्वार 21 जुलाई।

अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख श्रद्धेय डॉ प्रणव पण्ड्या ने कहा कि सद्गुरु ही शिष्य के जीवन का कायाकल्प करते हैं। गुरु शिष्य के जीवन को संवारते हैं, पारसमणि की तरह बहुमूल्य बनाते हैं। सद्गुरु के चरणों में बैठकर ही शिष्य की उन्नति होती है। सद्गुरु शिष्य के अंतर्मन को स्वच्छ व निर्मल बनाते हंै और शिष्यत्व के सच्चे गुण को विकसित करते हैं। गुरु शिष्य के जीवन में शिक्षक, गुरु व सद्गुरु के रूप में आते हैं।

युवाओं के प्रेरणास्रोत श्रद्धेय डॉ. पण्ड्या शांतिकुंज में गुरुपूर्णिमा पर्व मनाने देश-विदेश से आये गायत्री साधकों को संबोधित कर रहे थे। गुरुगीता का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि सद्गुरु अपने का शिष्य को सद्ज्ञान देकर कायाकल्प करता है। युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य जी के रूप में एक महान सद्गुरु हमारे बीच आयें, करोड़ों लोगों को दीक्षा दी और उन्होंने उनके जीवन में आमूलचूल परिवर्तन किया। उन्होंने कहा कि गुुरुपूर्णिमा के अवसर पर गुरु का सदैव स्मरण व समर्पण के भाव निरंतर जीवित रखिये और श्रद्धा भाव को सतत बढ़ाने हेतु संकल्पित हो आगे बढ़े। श्रद्धेय डॉ पण्ड्या ने कहा कि आज का यह महापर्व त्याग और समर्पण का है। उन्होंने अपने सद्गुरु आराध्यदेव पूज्य पं. श्रीराम शर्मा आचार्यश्री के विचारों को जन जन तक पहुंचाने के लिए प्रेरित किया।

करुणामयी स्नेहसलिला श्रद्धेया शैलदीदी ने कहा कि गुरुपूर्णिमा शिष्य के श्रद्धा का आत्म निरीक्षण, आरोहण का दिन है। समर्थ गुरु रामदास, पं श्रीराम शर्मा आचार्य जैसे सामर्थ्यवान सद्गुरु सदैव अपने शिष्य का कायाकल्प करते हैं और अपने शिष्यों को जीवन के तमाम समस्याओं के समाधान सुझाता है। संस्था की अधिष्ठात्री श्रद्धेया शैलदीदी ने कहा कि प्राचीन काल में सद्गुुरुओं ने जिस तरह अपने शिष्यों को श्रद्धावान, ज्ञानवान बनाने के साथ चहुंमुखी विकास किया, परिणामतः उनके शिष्य राष्ट्र व संस्कृति के विकास के लिए प्राणवान, ऊर्जावान हो संकल्पित होकर समाज के विकास में जुटते थे। आज ऐसे शिष्यों की महती आवश्यकता है, जो अपनी प्रतिभा, ऊर्जा को समाज के हित में लगा सकें।  

इससे पूर्व श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या एवं श्रद्धेया शैलदीदी ने गुरुपूर्णिमा महापर्व का पर्व पूजन वैदिक पद्धति से किया। इस दौरान युगगायकों ने ‘जिनने अमर किया इतिहास आज हम उनकी जय गायें’ जैसे गुरुमहिमा-भक्तिगीत से सराबोर कर दिया। मुख्य कार्यक्रम का संचालन श्री श्याम बिहारी दुबे एवं डॉ गायत्री किशोर त्रिवेदी ने किया। सायं ब्रह्मवादिनी बहिनों ने दीपमहायज्ञ सम्पन्न कराया।


निःशुल्क हुए विभिन्न संस्कार

गुरुपूर्णिमा के अवसर पर युगऋषि पूज्य पं श्रीराम शर्मा आचार्य जी के प्रतिनिधि के रूप में श्रद्धेय डॉ पण्ड्या व श्रद्धेया शैलदीदी ने सैकड़ों साधकों को गायत्री महामंत्र की दीक्षा दी। साथ ही पुंसवन, नामकरण, उपनयन सहित विभिन्न संस्कार बड़ी संख्या में निःशुल्क सम्पन्न कराये गये।


विशेष डॉक्यूमेंट्री, आडियो बुक आदि का विमोचन

गायत्री परिवार प्रमुखद्वय ने शांतिकुंज द्वारा तैयार की गयी विशेष डाक्यूमेंट्री, चेतना की शिखर यात्रा पुस्तक की आडियो बुक, व्यसन मुक्ति मार्गदर्शिका, शांतिकुंज पंचांग २०२५ आदि का विमोचन किया।


चालीस दिवसीय चान्द्रायण व्रत, वृक्षारोपण का शुभारंभ


पावन गुरुपूर्णिमा से प्रारंभ हो रहे चालीस दिवसीय चान्द्रायण व्रत के लिए भारत सहित कनाडा, आस्ट्रेलिया, अमेरिका आदि देशों के कई हजार साधक जुटे। इन साधकों को श्रद्धेय डॉ प्रणव पण्ड्या जी ने संकल्पित कराया। वहीं शांतिकुंज के तत्वावधान में देश भर में वृहत स्तर पर वृक्षारोपण अभियान का शुभारंभ किया। यह अभियान पूर्व में चल रहे वृक्षारोपण अभियान के अतिरिक्त हैं।


देसंविवि का 44वाँ ज्ञानदीक्षा समारोह 22 जुलाई को

देव संस्कृति विश्वविद्यालय का 44वाँ ज्ञानदीक्षा समारोह 22 जुलाई को सम्पन्न होगा। इस समारोह में नवप्रवेशी छात्र-छात्राओं को दीक्षित किया जायेगा। समारोह के मुख्य अतिथि शिक्षा, स्वास्थ्य एवं सहकारिता मंत्री डॉ. धनसिंह रावत होंगे, तो वहीं अध्यक्षता विवि के कुलाधिपति श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या जी करेंगे।

आचार्य बालकृष्ण और श्री स्वामी हरि बल्लभ दास शास्त्री महाराज ने पौधे किए रोपित


 स्वामी हरि बल्लभ दास शास्त्री महाराज ने आचार्य बालकृष्ण के साथ मिलकर पौधे किए रोपित


हिमालय की गोद में बसे गट्टू घाट गांव में श्री स्वामीनारायण आश्रम के तत्वाधान में पौधे किए गए रोपित

ऋषिकेश / यमकेश्वर 21 जुलाई श्री स्वामीनारायण आश्रम भूपतवाला के परमाध्यक्ष श्री स्वामी हरि बल्लभ दास शास्त्री महाराज ने पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण के साथ मिलकर हिमालय की गोद में बसे यमकेश्वर विधानसभा के अंतर्गत आने वाले गट्टू घाट गांव में 500 पौधे संत जनों एवं स्वयंसेवकों के साथ मिलकर रोपित किए , एक पेड़ मां के नाम अभियान के अंतर्गत श्री स्वामीनारायण आश्रम भूपत वाला के परमाधयक्ष श्री स्वामी हरि बल्लभ दास शास्त्री जी महाराज एवं आचार्य बालकृष्ण ने भारत माता के आंचल को हरा भरा रखने के लिए विभिन्न प्रकार के पोस्ट फलदार, छायादार, औषधीय पौधे आरोपित किये ,इस अवसर पर श्री स्वामीनारायण आश्रम भूपत वाला हरिद्वार के संचालक श्री स्वामी आनंद स्वरुप शास्त्री महाराज एवं कोठारी जयेंद्र  स्वामी ने बताया कि गुरुदेव ने गट्टू घाट गांव में ध्यान साधना केंद्र की स्थापना की हुई है जहां पर ग्रामीणों की सेवा के विभिन्न प्रकल्प संचालित किए जाते हैं और जरूरतमंदों को राशन, भोजन ,दवाई ,स्वास्थ्य की सुविधा इत्यादि प्रदान की जाती है उत्तराखंड में चल रहे हरेला पर्व के अंतर्गत पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण का गट्टू घाट ध्यान केंद्र पर आगमन हुआ और उनके साथ गुरुदेव ने 500 पौधे रोपित किया ।उन्होंने कहा कि पौधो को रोपित करना ही महत्वपूर्ण नहीं है अपितु उसकी देखभाल करना भी अति आवश्यक है।



श्रद्धा भाव के साथ मनाई गई तीर्थ नगरी में गुरु पूर्णिमा

 तीर्थ नगरी हरिद्वार में श्रद्धापूर्वक मनाई गई गुरु पूर्णिमा


 भक्त जनों ने अपने गुरु जनों के चरणों में नतमस्तक होकर श्रद्धा

 भाव किया ज्ञापित

 हरिद्वार 21 जुलाई आषाढ़ मास की पूर्णमासी को व्यास पूर्णिमा, गुरु पूर्णिमा के रूप में जाना जाता है  इस पर्व पर जहां व्यास भगवान की पूजा की जाती है वही गुरुजनों के प्रति के प्रति श्रद्धाभाव ज्ञापित  करने के लिए लोग अपने गुरुजनों के आश्रमों पर पहुंचते हैं हरिद्वार में गुरु पूर्णिमा पर्व विभिन्न आश्रमों में श्रद्धापूर्वक मनाया गया। जगदगुरू आश्रम ,चेतन ज्योति आश्रम ,मानव कल्याण आश्रम, श्री स्वामीनारायण आश्रम, आनंद आश्रम







तीर्थकुटी ,वैष्णो देवी धर्मशाला मंदिर, ब्रह्म निवास ,भूमा निकेतन, भारत माता मंदिर ,माता सच्चिदानंद निर्मल कुटिया, लाल माता वैष्णो देवी मंदिर लाल माता वैष्णो देवी मंदिर, अजरधाम सहित उत्तरी हरिद्वार के विभिन्न मंदिरू व आश्रमों में गुरु पूर्णिमा पर्व  श्रृद्धा भाव के साथ मनाया गया

डॉ विशाल गर्ग ने भागवत व्यास पीठ से लिया आशीर्वाद

 भागवत कथा के श्रवण से दूर होते हैं कष्ट-डा.विशाल गर्ग

हरिद्वार, 18 जुलाई। राष्ट्रीय भागवत परिवार के राष्ट्रीय संरक्षक डा.विशाल गर्ग ने सुभाष नगर में आयोजित भागवत कथा में मुख्य अतिथी के रूप में भाग लेते हुए कहा कि भागवत कथा के श्रवण मात्र से ही मनुष्य के कष्ट दूर होते हैं। भागवत कथा का श्रवण अवश्य करना चाहिए। विशाल गर्ग ने कहा कि भागवत कथा ज्ञान की गंगा एवं ज्ञान का भंडार है। कथा के श्रवण से ज्ञान प्राप्त होता है। जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। भक्तों के कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। डा.विशाल गर्ग ने सुभाष नगर वासियों से आह्वान किया कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में पहुंचकर कथा का श्रवण करें। नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करना है तो कथा के श्रवण में भाग लें।


भारत विकास परिषद पंचपुरी का हुआ शपथ ग्रहण समारोह

 सामाजिक दायित्वों का बखूबी निर्वहन कर रही हैं भारत विकास परिषद: बी पी गुप्ता 

हरिद्वार 18 जुलाई भारत विकास परिषद समाज में संपर्क , संस्कार, सहयोग, सेवा,समर्पण के संकल्प के साथ समाज के गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए सेवा प्रकल्प के रूप में कार्य कर रही है। यह विचार मुख्य अतिथि क्षेत्रीय सचिव सेवा एन सी आर -1 बृज प्रकाश गुप्ता ने 

बीती देर शाम भगतसिंह चौक के पास स्थित एक होटल में भारत विकास परिषद की पंचपुरी शाखा की नवनियुक्त कार्यकारिणी के शपथ ग्रहण समारोह में व्यक्त किए। श्री गुप्ता ने  कहा कि व्यक्ति संगठन के प्रति समर्पित रहकर ही मानव व समाज के लिए सेवा भाव को पूर्ण कर सकता है। परिषद के प्रांतीय उपाध्यक्ष एवं कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि ए के श्रीवास्तव  ने कहा कि  कार्यकर्ता अपने कार्य में व्यस्त रहने के बावजूद वंचित व गरीब लोगों की सहायता कर रहे हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे  जिला समन्वयक कुशलपाल सिंह चौहान ने कहा कि परिषद एक अराजनैतिक संगठन है। जो वर्ष 1963 से समाज के निम्न वर्ग के लिए कार्य करता आ रहा है । जिला सह समन्वयक अमित कुमार गुप्ता ने कहा कि पंचपुरी शाखा शीघ्र ही महिलाओं और लड़कियों को आत्म निर्भर बनाने की दिशा में एक कार्यशाला आयोजित करेंगी, जिसमें उनको सिलाई मशीन निशुल्क दी जायेगी। अमित गुप्ता ने नवनियुक्त अध्यक्ष निखिल  वर्मा को बधाई देते हुए कहा कि उनकी नई टीम सामाजिक समरसता की दिशा में एक जुटता से कार्य करेंगी। नवनिर्वाचित अध्यक्ष निखिल वर्मा ने कहा कि पंचपुरी शाखा के साथियों ने जो दायित्व उन्हें और उनकी टीम को सौंपा है, उसके लिए वह अपनी टीम की तरफ से सभी का आभार व्यक्त करते हैं । श्री वर्मा ने कहा कि वे पूरी निष्ठा, ईमानदारी से अपने दायित्व का निर्वाहन करते हुए संगठन की उन्नति के लिए कार्य करेंगे।

इससे पूर्व कार्यक्रम में अधिष्ठान अधिकारी व प्रांतीय वित्त सचिव ललित चंद्र पांडे ने अध्यक्ष पद पर निखिल वर्मा, 

सचिव पद पर- सौरभ सक्सेना, कोषाध्यक्ष पद पर विकास गिरी, महिला संयोजिका मिनी पुरी तथा उपाध्यक्ष पद पर विश्वास सक्सेना व कुशल श्रीवास्तव एवं विधा सागर शर्मा सहित नवनियुक्त कार्यकारिणी को शपथ दिलवाई। 

  इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि एनसीआर -एक के क्षेत्रीय सचिव सेवा बीपी गुप्ता, प्रांतीय उपाध्यक्ष अजय कुमार श्रीवास्तव, प्रांतीय वित्त सचिव ललित चंद पांडे, जिला समन्वयक कुशल पाल सिंह चौहान,  जिला सह समन्वयक अमित कुमार गुप्ता ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। कार्यक्रम का संचालन पूर्व सचिव संजीव लांभा व सचिव सौरभ सक्सेना संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम में विनोद चौधरी, द्विजेंद्र पंत , धर्मपाल सिंह,  बलराम सेठी,  सीमा चौहान,अनु शर्मा सुशील  शर्मा, मोनू, कवित्री पूजा अरोड़ा,सचिन नामदेव, ललित जोशी नवीन , भेल शाखा के अध्यक्ष अतुल वशिष्ठ,कोषाध्यक्ष के सी शर्मा, संस्कार शाखा की अध्यक्ष श्रीमती प्रोमिला दत्ता, अधिवक्ता रविंद्र दत्ता, अलकनंदा शाखा के अध्यक्ष हेमराज भट्ट, सचिव दिनेश कुमार,कोषाध्यक्ष महिपाल चौधरी आदि मौजूद सदस्यों का स्वागत किया।  नवनियुक्त अध्यक्ष निखिल कुमार वर्मा ने मंचासीन अतिथियों का स्वागत, माल्यापर्ण ,बुके एवं स्मृति चिन्ह देकर किया।


स्वामी अविमुक्तेश्वरनंद के बयान पर संतो ने जताई नाराजगी




 *स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के बयान पर संतों ने जताई आपत्ति, कहा - अनर्गल राजनीतिक बयान देना एक सन्यासी के लिए नहीं देता शोभा*


देहरादून, 18 जुलाई । केदारनाथ धाम में सोना चोरी को लेकर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद महाराज के सनसनीखेज बयान पर तमाम साधु- संतों ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। संतो ने स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को सलाह दी है कि उन्हें अनर्गल बयानबाजी कर अनावश्यक विवाद पैदा नहीं करना चाहिए। संतों ने स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के बयान को गैर जिम्मेदाराना बताया है। 


*सोना चोरी होने का प्रमाण दें  :  श्री महंत रविंद्र पुरी*


अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष व श्री निरंजनी अखाड़ा के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने कहा कि केदारनाथ धाम सनातन धर्मावलंबियों की आस्था व विशवास का केंद्र है। वह अत्यंत पवित्र स्थल है। उसकी व्यवस्था व संचालन से जुड़े लोग समर्पित व निष्ठावान हैं। ऐसे में वहां से 230 किग्रा सोना चोरी होने का आरोप लगाना हर किसी को झकझोर रहा है। इसलिए अविमुक्तेश्वरानंद को सोना चोरी होने का प्रमाण देना चाहिए। अविमुक्तेश्वरानंद के पास सोना चोरी होने का कोई प्रमाण है तो उसे पुलिस अथवा कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत करें।  



*पवित्रतम स्थल के लिए सिर्फ अफवाह उड़ाना अनुचित : शंकराचार्य स्वामी अधोक्षजानंद*


पुरी पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अधोक्षजानंद देवतीर्थ ने कहा कि श्री बदरीनाथ-केदारनाथ समिति एक जिम्मेदार समिति है, जो यात्रा का विधिवत संचालन करती है। किसी श्रद्धालु या किसी संत को आपत्ति या शक है तो मीडिया में शोर मचाने के बजाय संवैधानिक प्रक्रिया अख्तियार कर सक्षम स्तर पर जांच के लिए मांग करनी चाहिए। शंकराचार्य स्वामी अधोक्षजानंद ने कहा कि मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय का बयान भी मैंने सुना है। अध्यक्ष ने सारे तथ्य सामने रखे हैं और आरोप लगाने वाले को चुनौती दी है कि यदि उनके पास कोई आधार है या तथ्य है तो वह अदालत में जाएं, जनहित याचिका लगाएं, जांच कराएं। बेवजह बात का बतंगड़ न बनाएं। उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम में  करोड़ों-करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था है। ऐसे महान पवित्रतम स्थल के लिए सिर्फ बातें और अफवाह उड़ाना अनुचित है। इससे श्रद्धालुओं की श्रद्धा को आघात लगता है। जिसने भी वहां सोना दिया है, वो भाव-भक्ति से दिया है। राजनैतिक टिप्पणी करना गैर जिम्मेदाराना कार्य है।  


*स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद पर जांच बैठाई जाए : स्वामी आनंद स्वरूप महाराज*


शांभवी पीठाधीश्वर और शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप महाराज ने कहा कि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का बयान कितना तथ्यपूर्ण है और कितना सत्यता है, यह मैं नहीं कह सकता। मगर अविमुक्तेश्वरानंद महाराज राखी सावंत की तरह हर सप्ताह कोई न कोई सनसनी फैला देते हैं। पिछली बार आरोप लगाया गया कि सोने की जगह पीतल लगा दिया गया। अब आरोप लगाया जा रहा है कि 228 किलो सोना गायब हो गया। इस प्रकार रोज-रोज अनर्गल राजनैतिक बयान देना एक सन्यासी के लिए शोभा नहीं देता है। उन्होंने कहा कि अभी शंकराचार्य का विवाद समाप्त नहीं हुआ। सुप्रीम कोर्ट में अभी मामला चल रहा है। उस पद पर स्टे है, फिर भी शंकराचार्य नाम का दुरुपयोग करके इस प्रकार का बयान देना निंदनीय और असहनीय है। उन्होंने उत्तराखंड सरकार से मांग की कि अविमुक्तेश्वरानंद महाराज पर जांच बैठाई जाए कि आखिर ये हर रोज इस प्रकार का बयान क्यों दे रहे हैं, अनर्गल प्रलाप क्यों कर रहे हैं। 


*श्रद्धालुओं को भटकाने और सरकार को बदनाम करने का षड्यंत्र : महामंडलेश्वर रूपेंद्र प्रकाश महाराज*


प्राचीन अवधूत मंडल के प्रमुख महामंडलेश्वर रूपेंद्र प्रकाश महाराज ने कहा कि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद कांग्रेस प्रवक्ता के रूप में जिस प्रकार बयान दे रहे हैं, उन्हें कोई बयान देने से पूर्व वो प्रत्यक्ष आकर देखें कि चोरी जैसी कोई घटना हुई अथवा नहीं। केवल एक पार्टी को खुश करने के लिए अविमुक्तेश्वरानंद ऐसा कर रहे हैं। ये उनको शोभा नहीं देती। यह केवल श्रद्धालुओं को भटकाने और उत्तराखंड सरकार को बदनाम करने के लिए षड्यंत्र है।

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