संस्कृत और साहित्य के क्षेत्र में डॉक्टर सुशील त्यागी और डॉक्टर विजय त्यागी को विभिन्न संस्थाओं ने किया सम्मानित

 विभिन्न संस्कृतनिष्ठ गतिविधियों के कारण संस्कृत शिक्षक संघ दिल्ली ने स्थापना दिवस पर हरिद्वार (उत्तराखण्ड) के डॉ. विजय कुमार त्यागी एवं डॉ. सुशील कुमार त्यागी को किया सम्मानित


हरिद्वार 7 सितंबर



संस्कृत भाषा संस्कारों को देने वाली श्रेष्ठ एवं देवभाषा है। संस्कृतभाषा के प्रचार प्रसार में अहर्निश कार्यरत बी. डी. इंटर कॉलेज भगवानपुर हरिद्वार के डॉ. विजय कुमार त्यागी एवं गुरुकुल महाविद्यालय ज्वालापुर हरिद्वार के सुशील कुमार त्यागी को संस्कृत शिक्षक संघ दिल्ली ने स्थापना दिवस पर संस्कृत शिक्षक रत्न सम्मान 2023 से विभूषित किया। गत वर्षों की भाँति वर्ष 2022-23 के परिषदीय परीक्षा परिणाम शत-प्रतिशत तथा उत्कृष्ट रहा।


डॉ. वाचस्पति मैठाणी स्मृति मंच देहरादून द्वारा आयोजित अखिल भारतीय संस्कृत प्रतियोगिताओं में गीता श्लोक, संस्कृत गीत एवं सामान्य ज्ञान प्रतियोगिताओं में 25 से अधिक छात्र-छात्राओं को प्रतिभाग हेतु प्रेरित एवं प्रशिक्षित किया।


राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान (मानित वि.वि.) नई दिल्ली द्वारा आयोजित संस्कृत ओलम्पियाड 2023 में 90 से अधिक प्रतिभागियों को प्रशिक्षित कर 56 का सफल पंजीकृत एवं प्रतिभाग कराया, जिनमें से 60 में 57 अंक प्राप्त करके वंशिका पुत्री श्री ओमकुमार ने प्रथम, 60 में से 56 अंक प्राप्त करके आयुष पुत्र श्री मधुकुमार ने द्वितीय तथा 60 में से 53-53 अंक प्राप्त करके नीरज पुत्र श्री सन्तोष कुमार तथा कशिश पुत्री श्री महक सिंह ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।


ध्यातव्य है  कि अखिल भारतीय संस्कृत गीत प्रतियोगिता में चार आयु वर्ग 9-14, 15-25, 26-60 तथा चतुर्थ आयुवर्ग में वरिष्ठ नागरिक 60 से ऊपर थे। यह प्रतियोगिता डॉ. वाचस्पति मैठाणी स्मृति मंच देहरादून उत्तराखण्ड द्वारा संचालित थी। डॉ. विजय कुमार त्यागी के संस्कृतनिष्ठ परिवार ने यथावर्ग तीनों में प्रतिभाग करके प्रथम आयुवर्ग में शिविजय त्यागी ने अपने प्रपितामह (पड़दादा) आचार्य पं. हरिसिंह त्यागी द्वारा लिखित संस्कृत भाषा में स्वागत गीत(देवभाषे प्रकाशेस्तु तुभ्यं नमो मानपुष्पांजलीयं मया दीयते) प्रस्तुत करके टॉपटेन में सातवाँ स्थान प्राप्त किया, द्वितीय आयु वर्ग में प्राची त्यागी ने अपने पितृव्य(चाचा) आचार्य संदीप कुमार त्यागी द्वारा लिखित संस्कृतगीत (हे विभो भवन्तु मे भारते सुनायकाः) प्रस्तुत करके टॉपटेन में सातवाँ स्थान प्राप्त किया तथा तृतीय आयुवर्ग 26-60 वर्ष में डॉ. विजय कुमार त्यागी ने संस्कृत में ईशप्रार्थना (भगवन् त्वदीय भक्तिं न कदापि विस्मरेयम्) प्रस्तुत करके टॉपटेन में तृतीय स्थान प्राप्त किया।


भावी संकल्पों के रूप में डॉ. विजय कुमार त्यागी द्वारा विद्यालय के परिषदीय परीक्षा 2023 के संस्कृत विषय के उत्कृष्ट प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को आचार्य पं. हरिसिंह त्यागी संस्कृत छात्रवृत्ति सम्मान 2023 हेतु धनराशि तथा प्रमाणपत्रों से अलंकृत करना रहेगा।

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