वेद श्री तपोवन बनेगा धर्म संस्कृति के संरक्षण का केंद्र हरिद्वार 19 फरवरी (संजय वर्मा) महर्षि वेदव्यास प्रतिष्ठान की महत्वकांक्षी योजना वेद श्री तपोवन परम पूज्य स्वामी गोविंद देवगिरी जी महाराज का राष्ट्र को समर्पित एक प्रकल्प है । जो महाराष्ट्र में पुणे के निकट आलंदी में साकार हो रहा है। राष्ट्र देव की आराधना का माध्यम बनेगा यह संस्थान, देश में धर्म संस्कृति के
जागरण के साथ-साथ वेदों का अध्ययन वेदों का शिक्षण भी इस वेद श्री तपोवन में होगा । जहां से विश्व भर में वेदों का प्रचार प्रसार करने के लिए प्रचारक तैयार किए जाएंगे ।यह जानकारी परम पूज्य गोविंद गिरी देव जी के महाराज के शिष्य एवं उनके मीडिया प्रभारी एडवोकेट विजय उपाध्याय ने देते हुए बताया कि गोविंद गिरी देव जी महाराज भारत माता मंदिर के संस्थापक ब्रह्मलीन स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी जी महाराज के परम शिष्य है । जिन्होंने अपने गुरुदेव के मार्ग का अनुसरण करते हुए भारत को पुनः विश्वगुरु बनाने के उनके सपनों को साकार करने के लिए वेद श्री तपोवन का निर्माण कर रहे हैं। और शीध्र ही यह प्रकल्प राष्ट्र को समर्पित करने जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि वेदों के प्रकांड विद्वान पूज्य गोविंद गिरी देव जी महाराज धर्म संस्कृति के संरक्षक है उनका यह प्रकल्प हमारी वैदिक संस्कृति के आधार वेदों को संरक्षित करते हुए उनके उन्नयन के लिए कार्य करेगा।
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