किसी भी व्रत की पूजा मैं श्री भगवान की स्तुति भी एक महत्वपूर्ण भाग होती है माना जाता है कि भगवान स्तुति वंदना करने से जल्दी प्रसन्न होते हैं जन्माष्टमी के पावन पर्व पर भगवान श्री कृष्ण के प्रकट प्रकटोत्सव के दौरान सबसे पहले स्तुति करनी चाहिए।
भगवान श्रीकृष्ण की स्तुति।
श्री कृष्ण चंद्र कृपालु भजमन, नंद नंदन सुंदरम,
अशरण शरण भव भय हरण, आनंदघन राधा वरम,
सिर मोर मुकुट विचित्र मणिमय, मकरधारिणमम्।
मुख चंद्र द्विति नख चंद्र द्विति, पुष्पित निकुंजविहरिणमम्।
मुस्कान मुनि मन मोहिनी, चितवन चपल वपु नटवरम्।
वन माल ललित कपोल मृदु, अधरन मधुर मुरली धरम्।
वृषभान नंदिनी वामदिशि, शोभित सुभग सिहासनम्
ललितादि सखी जिन सेवहि करि चवर छत्र उपासनम्।
No comments:
Post a Comment