रुड़की में भाजपाइयों के मध्य खींचतान चिंता का विषय( अनिल लोहानी वरिष्ठ संवाददाता गोविंद कृपा रुड़की)


 पिछले कुछ दिनों से भारतीय जनता पार्टी आगामी चुनाव हेतु पूरी जोर-शोर से लगी हुई हैl इसलिए कुछ दिनों पहले जन आशीर्वाद यात्रा के माध्यम से जहां एक और अजय भट्ट जी का केंद्रीय मंत्री पद मिलने के पश्चात प्रदेश भारतीय जनता पार्टी द्वारा स्वागत कार्यक्रम किया गया, वही दूसरी ओर जनता से जो दूरियां निरंतर बनती जा रही थी, उसको समेटने का भी कार्य किया गयाl

यद्यपि कोविड-19 की विषम परिस्थितियों में राज्य सरकार द्वारा काफी प्रशंसनीय कार्य किया गया ,परंतु इसका श्रेय मुख्यतः प्रदेश में कार्यरत विभिन्न सामाजिक संगठनों को प्रदेश की जनता द्वारा दिया जा रहा हैl क्योंकि इन संस्थाओं से जुड़े हुए कुछ गणमान्य व्यक्ति आगामी चुनाव में अपना भाग्य आजमाने का प्रयास करना चाह रहे हैंl

जहां तक विधानसभा रुड़की क्षेत्र का सवाल है, यहां के विधायक माननीय प्रदीप बत्रा जी व मेयर गौरव गोयल जी द्वारा कोविड-19 के इस दौर में काफी प्रशंसनीय कार्य किया गया l जिसको इस क्षेत्र की जनता द्वारा काफी सराहा भी गया l

परंतु विधान सभा रुड़की में भारतीय जनता पार्टी के माननीय विधायक, मेयर एवं नगर पार्षदों के मध्य आपसी मनमुटाव व उचित दिशानिर्देशों के अभाव के कारण , उनके द्वारा किए जा रहे विभिन्न विकास कार्यों को भूलकर जनता उनके इस प्रकार के आचरण के कारण उनसे दूरी बनाने का मन बनाए बैठी हैl

इसे जानकार लोगों द्वारा प्रदेश संगठन को विधायकों एवं संगठन के कार्यकर्ताओं व पार्षदों के मध्य उचित समन्वय बनाने मैं असफल माना जा रहा हैl

आए दिन भारतीय जनता पार्टी के विभिन्न पदाधिकारियों के मध्य आपसी मनमुटाव व आरोप-प्रत्यारोप को यदि समय रहते सुधारा नहीं गया ,तो भारतीय जनता पार्टी को आगामी चुनाव में काफी नुकसान झेलना पड़ेगाl

जानकारों की राय के अनुसार चुनाव आने से पूर्व इस तरह की घटनाएं प्राय होती रहती हैं ,परंतु भारतीय जनता पार्टी जैसी संगठन वाली पार्टी कठोरता से अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुए उचित जवाब देती हैl जो अभी धरातल पर कहीं भी नजर नहीं आ रहा हैl

दूसरी तरफ महंगाई की मार से जनता त्रस्त हैl वास्तविकता यह है कि अगर प्रदेश सरकार चाहे तो इस महंगाई को नियंत्रित किया जा सकता है जिसे जनता राज्य सरकार की अकर्मण्यता समझती हैl जो एक नकारात्मक संदेश दे रही है और विपक्ष इस मुद्दे को उठाने में काफी हद तक सफल भी रहा हैl

आज प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेश द्वारा बीजेपी की राह पर चलते हुए अपने संगठन को मजबूत करने के साथ-साथ जनता के साथ संबंध दोबारा स्थापित करने का बढ़-चढ़कर प्रयास किया जा रहा है lउन्हें भारतीय जनता पार्टी से आक्रोशित जनता का सहयोग भी मिल रहा है दूसरी बात उनके पास खोने के लिए कुछ नहीं है जबकि भारतीय जनता पार्टी को पाने के लिए काफी कड़ी मशक्कत करनी पड़ेगीl

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