*सारे जगत को देने वाले*🙏🏻
*मैं क्या तुझको भेंट चढ़ाऊँ !*
*जिसके नाम से आए खुशबू*
*मै क्या उसको फूल चढ़ाऊँ !!.*
*वो तैरते तैरते डूब गये,*
*जिन्हे खुद पर गुमान था !*
*और वो डूबते डूबते भी तर गये..*
*जिन पर तू मेहरबान था !!*
*🙏🏼🌹 🌹🙏🏼
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