*समदृष्टि क्षमता विकास एवं अनुसंधान मंडल (सक्षम) भाग- 1 अल्मोड़ा, उत्तराखंड का कार्यकर्ता प्रशिक्षण वर्ग हुआ संपन्न*
*माननीय राष्ट्रीय संगठन मंत्री चंद्रशेखर भाई साहब जी एवं मातृ संगठन का मिला का सानिध्य*
*सेवाभावी अनुभवी चिकित्सकों का भी मिला मार्गदर्शन*
*अल्मोड़ा जिला कार्यकारिणी का हुआ गठन*
अल्मोड़ा( भुवन गुणवंत संवाददाता गोविंद कृपा कुमाऊं क्षेत्र ) सक्षम प्रांत उत्तराखंड का दो दिवसीय कार्यकर्ता प्रशिक्षण वर्ग प्रांतीय अध्यक्ष आदरणीय ललित पंत जी की अध्यक्षता में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस दो दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग में प्रथम दिवस के कार्यक्रम का शुभारंभ आदरणीय राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री चंद्रशेखर जी भाई साहब, वयोवृद्ध स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्रीमान आनंद सिंह बिष्ट जी, प्रांतीय अध्यक्ष एवं प्रांतीय संरक्षक जी के कर कमलों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर तथा सरस्वती वंदना एवं संघटना सुक्तम पढ़कर किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रथम दिवस पर संपन्न हुए दो सत्रों में वरिष्ठ नेत्र सर्जन डा.जे. सी. दुर्गापाल जी ने उपस्थित कार्यकर्ताओं को नेत्र रोग के लक्षण, उनसे उत्पन्न होने वाली समस्याओं एवं उनके निदान के बारे में विस्तार पूर्वक एक कृतिम नेत्र द्वारा आंख के संपूर्ण भागों के बारे में समझाया। द्वितीय सत्र की शुरुआत 91 वर्षीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आदरणीय आनंद सिंह बिष्ट जी के आशीर्वचनों से हुआ। इसी क्रम में मातृ संगठन से आए जिला सह संपर्क प्रमुख डॉ प्रवीण बिष्ट जी ने उपस्थित कार्यकर्ताओं को बताया कि हम शिक्षा एवं प्रशिक्षण देकर किस प्रकार से दिव्यांगों को आत्मनिर्भर बना सकते हैं। तत्पश्चात सभी कार्यकर्ताओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम कर प्रथम दिवस का समापन किया गया। द्वितीय दिवस के प्रथम सत्र में उपस्थित दायित्वधारीयों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर, संघटना सुक्तम, सक्षम दृष्टिकोण एवं परिकल्पना पढ़कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर आदरणीय संगठन मंत्री चंद्रशेखर जी भाई साहब जी द्वारा समदृष्टि, क्षमताविकास एवं अनुसंधान मंडल का शाब्दिक अर्थ बताते हुए सक्षम की पूरी व्याख्या का वर्णन किया। उन्होंने सक्षम के विभिन्न सात प्रकोष्ठों एवं सात आयामों में सम्मिलित विभिन्न 21 प्रकार की दिव्यांगताओं के बारे में विस्तृत रूप से समझाया। उन्होंने किस प्रकार से सक्षम दायित्वधारियों एवं कार्यकर्ताओं को दिव्यांगों का सहयोग करना चाहिए जिससे कि दिव्यांगजन विभिन्न क्षेत्रों में अपना प्रतिनिधित्व कर सके और स्वयं के साथ-साथ समाज के अन्य व्यक्तियों के लिए भी प्रेरणादायी बन सकें, आदि के बारे में विस्तृत रूप से भी बताया। उन्होंने सक्षम दायित्वधारीयों एवं कार्यकर्ताओं का आवहान किया कि आप सभी संगठन की मजबूती एवं सक्षम कोष को दृढ़ बनाने के लिए पूर्ण मनोयोग से कार्य करें,जिससे कि दिव्यांगों का सर्वांगीण विकास किया जा सके। उन्होंने सक्षम संगठन की संरचना किस प्रकार बनाई जाए इसको भी विस्तार पूर्वक उपस्थित लोगों को समझाया। इसी क्रम में चौथे सत्र में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर.सी.पंत जी द्वारा अल्मोड़ा में निवासरत दिव्यांगों के आंकड़े प्रस्तुत करते हुए भविष्य में भी दिव्यांगों के सहायतार्थ हर प्रकार से कार्य करने की अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की। तत्पश्चात डॉ. ललित मोहन उप्रेती जी एवं महेश पंत जी द्वारा बनाये गये (प्राणदा प्रकोष्ठ ) थैलिसिमिया जागरूकता अभियान 2024 के पोस्टर का विमोचन किया गया। डाॅ. उप्रेती जी ने रक्त विकार मुख्य रूप से थैलेसीमिया एवं हीमोफीलिया पर विस्तृत रूप से चर्चा करते हुए लोगों से अंगदान करवाने हेतु जन जागरण लाने आवाहन किया। पांचवे सत्र में मातृ संगठन से आए हुए विभाग प्रचारक प्रमुख श्रीमान चंद्र प्रकाश फुलोरिया जी ने सक्षम के सेवा कार्यों की प्रशंसा करते हुए इसके प्रचार प्रसार के लिए कार्यकर्ताओं को प्रेरित किया, जिससे कि समाज में जन जागरूकता आ सके।तत्पश्चात आरंभ संस्था के संस्थापक श्री भुवन चंद्र भट्ट जी द्वारा आँटिज्म रोग विषय पर विस्तृत जानकारी दी गई। आज के इस पावन अवसर पर अल्मोड़ा जिला कार्यकारिणी का भी गठन किया गया जिसमें प्रीति गोस्वामी को अध्यक्ष, श्री भुवन भट्ट को सचिव, श्री रमेश सिंह खनायत को कोषाध्यक्ष, श्री महेश उप्रेती एवं पनी राम जी को उपाध्यक्ष तथा श्री राजेंद्र सिंह नेगी जी को सहसचिव के दायित्व सौंप गए। इस कार्यकर्ता प्रशिक्षण वर्ग के आयोजन पर सरस्वती शिशु मंदिर की प्रधानाचार्य श्रीमती पूनम जोशी जी सहित उपस्थित सभी अतिथियों का अंगवस्त्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत भी किया गया। कार्यक्रम का संचालन प्रांत सचिव श्री कपिल रतूड़ी एवं सहयोग प्रांत सहसचिव श्री भुवन गुणवंत तथा अन्य कार्यकर्ताओं द्वारा किया गया। इस अवसर पर प्रांतीय उपाध्यक्ष पृथ्वी पाल रावत, सविता प्रकोष्ठ महिला सह प्रमुख नीरा तिवारी जी सहित जिलों से अपेक्षित दायित्वधारी एवं अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे। कार्यक्रम का समापन कल्याण मंत्र के साथ हुआ। सधन्यवाद
No comments:
Post a Comment