पंचतत्व में विलीन हुए ब्रह्मलीन
स्वामी सर्वेश्वर सिंह शास्त्री निर्मल जी महाराज
खड़खड़ी श्मशान घाट पर किया गया अंतिम संस्कार
हरिद्वार 8 जनवरी ( संजय वर्मा ) सप्त सरोवर क्षेत्र स्थित माता सच्चिदानंद निर्मल कुटिया के परमाध्क्ष स्वामी सर्वेश्वर सिंह शास्त्री निर्मल जी महाराज रविवर को सांयकाल ब्रह्मलीन हो गए हैं उनकी उत्तराधिकारी एवं माता सच्चिदानंद निर्मल कुटिया की संचालक बहन विमला निर्मल जी ने जानकारी देते हुए बताया कि महाराज जी विगत कई दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे रविवार सांयकाल महाराज श्री ब्रह्मलीन हो गए । उनके निधन से संत समाज में शोक व्याप्त है । सोमवार को उनकी अंतिम यात्रा माता सच्चिदानंद निर्मल कुटिया से चलकर खड़खड़ी श्मशान घाट पहुंची जहां पर उनका अंतिम संस्कार किया गया । निर्मल ऋषि भागहरी , माता सच्चिदानंद कुटिया ट्रस्ट की संचालक एवं ब्रह्मलीन स्वामी सर्वेश्वर सिंह शास्त्री निर्मल जी महाराज की उत्तराधिकारी और आश्रम की संचालक बहन विमला निर्मल के निर्देशन में अंतिम यात्रा आयोजित की गई , जिसमें निर्मल अखाड़े के परमाध्यक्ष श्री महंत ज्ञान देव सिंह महाराज, निर्मल आश्रम के महंत जोध सिंह ,निर्मल संतपुरा आश्रम के महंत जगजीत सिंह , महंत जमना दास , राजा जी महाराज ,लाल माता मंदिर के संचालक भक्त दुर्गा दास सहित तीर्थ नगरी हरिद्वार के विभिन्न अखाड़ों आश्रमों के संत महंत जनों ने ब्रह्मलीन स्वामी सर्वेश्वर सिंह शास्त्री निर्मल जी महाराज को श्रद्धा सुमन अर्पित कि पार्षद अनिल मिश्रा, पार्षद अनिरुद्ध भाटी और सैकड़ो की संख्या में भक्तजन अंतिम संस्कार में शामिल हुए।
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