रामकथा के बिना अधूरी है भागवत कथा :- हिरेनभाई त्रिवेदी
प्राचीन अवधूत मंडल आश्रम में बह रही है कृष्ण कृपा की धारा
राजकोट से आए श्रीमद् भागवत कथा के मर्मज्ञ हिरेन भाई त्रिवेदी श्रवण करा रहे हैं श्रीमद् भागवत कथा
हरिद्वार 10 मई (संजय वर्मा
) श्री प्राचीन अवधूत मंडल आश्रम पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी रूपेन्द्र प्रकाश जी महाराज के पावन सानिध्य में गुजरात के राजकोट से आए कथा व्यास हिरेनभाई त्रिवेदी भागवत कथा की अमृत वर्षा कर रहे हैं , जिसके अंतर्गत चतुर्थ दिवस में भगवान श्री कृष्ण का"जन्म महोत्सव मनाया गया । इस अवसर पर कथा व्यास हिरेन भाई त्रिवेदी ने कहा कि रामकथा के बिना कृष्ण कथा अधूरी है उन्होंने कहा कि जब जीवन में शुचिता, पावनता ,निर्मलता आती है तभी राम कृपा की प्राप्ति होती है । कृष्ण जन्म से पूर्व राम कथा का वर्णन करते हुए कथा व्यास ने कहा कि राम कथा जीवन को मंगलमय बनाती हैऔर भागवत कथा मृत्यु को मोक्ष में परिवर्तित कर देती है । उन्होंने कहा कि जब हमारे पूर्व जन्म के पुण्य उदय होते हैं तब हमें इस प्रकार के आयोजनों में भाग लेने का अवसर मिलता है ,उन्होंने कहा कि गंगा तट पर श्री कृष्ण कथा, राम कथा शिव कथा श्रवण करना परम मंगलमय कृत्य है उन्होंने श्री कृष्ण जन्म की कथा श्रवण कराते हुए कहा कि धरती पर पाप अनाचार जब बढता है तब भगवान कृष्ण मनुष्य को बंधन मुक्त करने के लिए स्वयं कारागार में जन्म लेते हैं । वह स्वयं तो कारागार में जन्म लेते हैं लेकिन मनुष्य के समस्त बंधन काट देते हैं कथा के मध्य भागवताचार्य मितेश भाई पांड्या, सोनल बेन ,मुकेश भाई त्रिवेदी, मधुबन त्रिवेदी ,दिनेश भाई मेहता, माधवी त्रिवेदी सहित सूरत, वडोदरा ,जामनगर ,राजकोट से आए भक्तजन उपस्थित रहे।
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