🚩🙏 *जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र देहरादून-संचालक मुनीशाभा सेवा सदन पुनर्वास संस्थान एवं यूपीईएस के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित नेत्रदान पखवाड़ा जागरूकता कार्यक्रम संपन्न* 🚩🙏
देहरादून 16 सितंबर( आनंत प्रकाश मेहरा )
यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्टडीज तथा जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र संचालक मुनीशाभा सेवा सदन पुनर्वास संस्थान देहरादून के संयुक्त तत्वाधान में नेत्रदान जागरूकता पकवाड़ा कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य संयोजक विश्वविद्यालय से निदेशक करियर सर्विसेज मनीष मदान एवं जिला दिव्यांग पुनर्वास नोडल अधिकारी एवं प्रांत प्रचार प्रमुख सक्षम उत्तराखंड अनंत प्रकाश मेहरा रहे।
कार्यक्रम का संचालन शिवानी यादव द्वारा किया गया एवं कार्यक्रम में मुख्य अतिथि आई सी ई वी आई वेस्ट एशिया के चेयर पर्सन डॉक्टर भूषण पुनानी राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कृत के अतिरिक्त आरबीआई अहमदाबाद के मुख्य प्रबंधक श्री भूपेंद्र त्रिपाठी (पूर्णतः प्रज्ञा चक्षु)राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कृत, एवं पूर्व राज्यसभा सांसद तरुण विजय ने नेत्रदान को महत्वपूर्ण बताते हुए समाज में दिन प्रतिदिन इस प्रकार की जागरूकता को लाने हेतु महत्वपूर्ण कार्यक्रमों को आयोजित करना उचित बताया।
अति विशिष्ट अतिथि डॉक्टर संतोष क्रलेती राष्ट्रीय संयुक्त सचिव सक्षम तथा कार्नियल अंध मुक्त भारत अभियान के मुख्य संयोजक ने ऑनलाइन अपनी उपस्थिति देकर नेत्रदान पर जागरूकता फैलाई उन्होंने बताया उत्तराखंड राज्य में ज्यादा से ज्यादा कार्य किया जा सकता है और श्रीलंका के समान उत्तराखंड भी पूर्ण रूप से नेत्रदान करने वाला एक ऐसा राज्य बन सकता है जो भारत के लिए उदाहरण प्रस्तुत हो सके। उन्होंने सक्षम द्वारा चलाए जा रहे कार्निवल अंध मुक्त भारत अभियान तथा नेत्र कुंभ पर भी प्रकाश डाला और ज्यादा से ज्यादा इस और कार्य करने हेतु आह्वान भी किया उन्होंने सक्षम उत्तराखंड की समस्त टीम को ऐसे कार्य करने हेतु साधुवाद भी दिया।
इस दौरान विशिष्ट अतिथि जनों में सुनीता नंदा चीफ ऑफ ऑपरेटिंग ऑफिसर लतिका रॉय फाऊंडेशन, निरुपमा सूद फाउंडर चेयर पर्सन दून डिफरेंटली एबल ट्रस्ट, डी आई टी कॉलेज के प्राध्यापक डॉक्टर नवीन सिंघल, उत्तराखंड डैफ वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष उमेश ग्रोवर, सीनियर एडवोकेट अंजना साहनी सदस्य रोटरी क्लब देहरादून पछवा दून दिव्यांग अभिभावक एसोसिएशन के अध्यक्ष विनय सैनी
ने देहरादून में अपने-अपने दिव्यांगता के क्षेत्र में चल रहे कार्यों को विस्तार से रखते हुए सभी और नेत्रदान की उपयोगिता को आगे रखा उन्होंने बताया सभी व्यक्ति नेत्रदान अवश्य करें इसकी कोई आयु सीमा अथवा कोई भ्रम आदि नहीं होता।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता नेशनल फेडरेशन फॉर द ब्लाइंड उत्तराखंड के महासचिव पितांबर सिंह चौहान ने जो जन्म से ही दृष्टि बाधित है अपने अनुभवों के साथ नेत्रदान को जोड़ते हुए बताया कि दृष्टि के बिन किस प्रकार से जीवन सामान्य से भिन्न है इसका मतलब यह नहीं है की दृष्टिहीन अक्षम है कोई भी दृष्टिबाधित दृष्टिहीनता से अक्षम नहीं होता वह हमेशा सक्षम है जो कभी भी अपने हौसले नहीं छोड़ता।
इसी क्रम में राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान संस्थान की मेडिकल डायरेक्टर डॉ निधि गुप्ता ने संस्थान में चल रहे नेत्र बैंक की पूर्ण जानकारी दी तथा उसकी उपयोगिता बताते हुए नेत्रदान के लिए अपील की।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी देहरादून के प्रतिनिधित्व करने पहुंचे डॉ राजेश पांडे नेत्र सर्जन गांधी नेत्रालय देहरादून ने बताया कि नेत्रदान एक व्यक्ति से 8 लोगों को किया जा सकता है और इसको किए जाने की अवधि कार्निया को मृत व्यक्ति से 6 घंटे के अंदर लिया जा सकता है उन्होंने बहुत से लोगों के प्रश्नों के उत्तर देकर उनकी उत्कंठा को दूर किया और नेत्रदान को ज्यादा से ज्यादा देने के लिए आह्वान किया तथा एक कविता भी उन्होंने प्रस्तुत की
इसी क्रम में राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश के नेत्र विभाग के हेड डॉक्टर संजीव मित्तल ने बताया कि देश को सवा करोड़ नेत्रदान की अति आवश्यकता होती है जबकि साल में मात्र यह संख्या हजारों में ही होती है हमें इस ओर ध्यान देना अति आवश्यक है जिससे उस नेत्र का उपयोग किया जा सके जो कि अनभिज्ञता अथवा भ्रम के कारण सबके साथ जला दी जाती है
विश्वविद्यालय के प्रतिनिधित्व करता निदेशक मनीष मदान तथा सहायक निदेशक ने विश्वविद्यालय की ओर से संस्थान को इस प्रकार के कार्य करने हेतु साधुवाद किया एवं निरंतर इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए बात रखी।
निरुपमा शोध द्वारा नेत्रदान के संबंधित एक दिव्यांग बालिका के अभिभावक की वेदना को पंक्तियों में प्रकट किया गया तथा उन्होंने कहा संस्थान द्वारा दिव्यांग महिलाओं के लिए निरंतर पुनर्वास हेतु कार्य किए जा रहे हैं जिसमें आम जनमानस की अहम भूमिका होती है आओ हम सभी नेत्रदान की ओर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें।
राष्ट्रीय दृष्टि बाधित दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान भारत सरकार से पहुंचे जगदीश लखेरा दिव्यांग पुनर्वास एवं व्यवसायिक प्रशिक्षण अधिकारी ने दृष्टिबाधित जनों के लिए उनके विशेष योजनाओं के बारे में बताया तथा अपने विगत 30 वर्षों के अनुभवों को बताते हुए नेत्रदान को विभिन्न माध्यमों से रोकथाम पर भी प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में जिला समाजार्यक्रम में जिला समाज कल्याण अधिकारी हेमलता पांडे नहीं पहुंच सकी परंतु समाज कल्याण की ओर से जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र देहरादून के नोडल अधिकारी तथा सम दृष्टि क्षमता विकास एवं अनुसंधान मंडल उत्तराखंड के प्रांत प्रचार प्रमुख अनंत प्रकाश मेहरा ने सक्षम के द्वारा नेत्रदान के क्षेत्र में विभिन्न किए जा रहे कार्यों को वर्णित किया एवं जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र देहरादून द्वारा सक्षम के साथ मिलकर इस ओर विभिन्न कार्यक्रमों को यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्टडीज के साथ करने हेतु संकल्प लिया । उन्होंने कहा सभी विश्वविद्यालयों में जा जा कर नेत्रदान संकल्प पत्र भरवाए जाएंगे तथा उन को जागरूक किया जाएगा कि नेत्रदान क्यों आवश्यक है एवं इससे किसको लाभ प्राप्त होगा।
उन्होंने बताया आगामी अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगता दिवसों पर सभी 21 दिव्यांगताओ के प्रति जागरूकता अभियान में जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र पूर्ण रूप से अपनी भूमिका निभाएगा एवं सभी विश्वविद्यालयों के साथ मिलकर अलग-अलग दिव्यांगता के ऊपर कार्यक्रम आयोजित करेगा इससे न केवल आम जनमानस को दिव्यांगता की जानकारी प्राप्त होगी अपितु दिव्यांग जनों को विभिन्न लाभ भी प्राप्त होंगे जिनसे वे हमेशा अछूते रह जाते हैं जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र देहरादून इस दिशा में देहरादून का शीघ्र अति शीघ्र एक ऐसा मॉडल प्रस्तुत करेगा जो कॉकलियर मुक्त उत्तराखंड अभियान मे श्रवण कुंभ आयोजित करके संपूर्ण उत्तराखंड में सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे ऐसे दिव्यांग जनों को चिन्हित करेगा जो सुनने में सक्षम नहीं है उनको निःशुल्क कान की मशीन के अतिरिक्त कोकलियर इंप्लांट की भी व्यवस्था कराएगा।
कार्यक्रम में विशेष सहायता भारतीय सांकेतिक भाषा अनुवादक रितु शर्मा कार्यरत नारी निकेतन देहरादून द्वारा की गई जिससे उपस्थित सभी श्रवण बाधित जनों को कार्यक्रम को समझने में पूर्ण सक्षमता महसूस हुई।
इस दौरान दृष्टिबाधित जनों ने अपनी विशेष संगीत में प्रस्तुति दी जिनमें बांसुरी वादक सरजू तबला वादक राजू तथा मधुर भजन राजकीय नारी निकेतन की बालिका सारिका ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया ।
कार्यक्रम के अंत में सभी का हार्दिक आभार प्रकट किया गया तथा जलपान कर सभी को अपने अपने गंतव्य के लिए विदा किया गया।
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