हाबुर पत्थर के बर्तन में दही खुद जम जाती है

यह जो आप #पत्थर के बर्तन देख रहे हैं यह पत्थर पूरे #विश्व में सिर्फ #जैसलमेर के पास हाबुर गांव में पाया जाता है इसलिए इसे #हाबुर का पत्थर कहते हैं


 इस पत्थर की सबसे #खासियत यह है कि इस पत्थर में यदि आप #गर्म दूध डाल देंगे तब यह कुछ समय बाद #दही जम जाएगा 


दरअसल #राजस्थान के प्राचीन काल में जैन लोग दूध में जामन डालकर दही नहीं बनाते थे क्योंकि #जैन धर्म में यह माना जाता है कि #जामन में जीव होता है इसलिए राजस्थान के जैन लोग इसी #पत्थर में दूध रख देते थे और वह दूध रात भर में दही जम जाता था


 #वैज्ञानिक जांच में यह पाया गया कि इस पत्थर में ऐसे सारे तत्व होते हैं यानी #लेक्टो एसिड  होते हैं जो दूध  को दही  में बदल देते हैं🙏🌷🌷


No comments:

Post a Comment

Featured Post

श्री सीताराम धाम आश्रम में प्रारंभ हुआ गुरुदेव स्मृति समारोह

साकेतवासी श्रीमहंत मोहनदास रामायणी जी महाराज को संत समाज देगा श्रद्धांजलि हरिद्वार 30 जनवरी वैष्णव संप्रदाय के प्रतिष्ठित संत साकेत वासी श्र...