गजल(दर्द गढवाली का आह्वान)
जो जरूरी है वो बात लिख।
है अगर रात तो रात लिख।।
वो हसीं वो मुलाकात लिख।।
वो सुहाना सफर साथ लिख।।
थी हरे रंग की रोशनी।
इक हुए थे बदन रात लिख।।
मैं तेरा हूं रहूंगा तेरा।
साफ अपने भी जज्बात लिख।।
जो उठाया है कलम तो फिर।
जो गुजरती है वो बात लिख।।
दर्द गढ़वाली, देहरादून
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