देहरादून में हुआ बुद्धि बाधित सेवा प्रकल्प का शुभारंभ

👩🏿‍🦽 *उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में प्रारंभ हुआ बुद्धि बाधित सेवा प्रकल्प ।* 👨‍🦽



देहरादून 26 जून समदृष्टि  क्षमता विकास एवं अनुसंधान मंडल (सक्षम) द्वारा  उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में मानसिक दिव्यांगजनों के लिए बुद्धि बाधित सेवा प्रकल्प का शुभारंभ झाझरा स्थित विद्या माता राजरानी मार्ग आईटीआई टी आई के परिसर में किया गया। 
कार्यक्रम के शुभारंभ में देहरादून सक्षम के जिला अध्यक्ष वीरेंद्र मुंडेपी जी द्वारा संगठन सुक्तम का उद्बोधन किया गया।
 तत्पश्चात आईटी आईटी आई के अधिगम अक्षम बालकों के द्वारा गणेश वंदना, सरस्वती वंदना एवं गायत्री मंत्र से वातावरण मंत्र मुक्त हो गया।
 कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए सक्षम के दृष्टिकोण पर प्रकाश प्रांत की एडवोकेसी प्रमुख निशा गुप्ता जी द्वारा एवं सक्षम की परिकल्पना पर प्रकाश प्रांत सह कोषाध्यक्ष सुरेश कपिल जी द्वारा दिया गया। सक्षम गीत जिला महिला प्रमुख ममता रावत जी द्वारा किया गया।
सर्वप्रथम प्रांत अध्यक्ष ललित पंत जी द्वारा समदृष्टि क्षमताविकास एवं अनुसंधान मंडल (सक्षम) का पूर्ण परिचय देते हुए सक्षम द्वारा विगत लंबे समय में किए गए सेवाभावी कार्यों पर प्रकाश डाला गया। विगत लंबे समय से कार्यकर्ताओं के लगातार प्रयासों से आज मानसिक रूप से दिव्यांग जनों हेतु एक सेवा प्रकल्प की स्थापना की गई है। जिसके माध्यम से मानसिक रूप से ग्रसित दिव्यांग जनों को विशेष शिक्षा,व्यावसायिक पुनर्वास, कौशल विकास प्रशिक्षण, विशेष खेल कूद के अतिरिक्त विभिन्न प्रकार की व्यवहारिक चिकित्सा,भौतिक चिकित्सा, व्यावसायिक चिकित्सा आदि के माध्यम से लाभान्वित किया जाएगा।कार्यक्रम में पहुंचे मुख्य वक्ता श्रीमान तरुण विजय जी पूर्व राज्यसभा सांसद एवं सक्षम के उत्तराखंड प्रांत संरक्षक ने बुद्धि बाधित बालकों के सामाजिक विकास प्रकाश डालते हुए बताया बच्चों को दूसरों के साथ बातचीत करने और संबंध बनाने के अवसर प्रदान करना महत्वपूर्ण है। 
सामाजिक कौशल, जैसे कि सहानुभूति और सहयोग, बच्चों को दूसरों के साथ प्रभावी ढंग से बातचीत करने में मदद करते हैं। एक सकारात्मक सामाजिक वातावरण बच्चों को दूसरों के प्रति सम्मान और समझ विकसित करने में मदद करता है। 
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉक्टर अभय जी प्रांत सह संपर्क प्रमुख राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ उत्तराखंड ने महर्षि अष्टावक्र के जीवन परिचय पर प्रकाश डालते हुए बताया कि कोई भी व्यक्ति भले ही शारीरिक रूप से दिव्यांग क्यों ना हो परंतु उनका ज्ञान उनकी सफलता में कभी दिव्यांगता को बाधा नहीं बनने देता। उन्होंने बताया संगठन के 100 वर्ष पूर्ण होने जा रहे हैं और ऐसे में ज्यादा से ज्यादा सेवा कार्य समाज में पहुंचे उसके लिए हम सभी को एक साथ मिलकर सेवा कार्यों को विस्तार देना है।दिव्यांग सेवा नारायण सेवा है।
विशिष्ट अतिथि पूर्णतः प्रज्ञा चक्षु श्री राजपाल सिंह जी पूर्व सह प्राध्यापक राष्ट्रीय दृष्टिबाधित दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान ने सक्षम के कार्यों को सराहते हुए बताया कि
दिव्यांग बच्चों को अपनी भावनाओं को व्यक्त करने और समझने में मदद करना महत्वपूर्ण है। उन्हें अपनी भावनाओं को प्रबंधित करने और स्वस्थ तरीके से प्रतिक्रिया करने के तरीके सिखाना चाहिए। एक सहायक और स्वीकार्य वातावरण बच्चों को भावनात्मक रूप से स्वस्थ होने में मदद करता है। 
प्रांत संरक्षक एवं प्रांत प्राणदा प्रकोष्ठ प्रमुख डॉ ललित उप्रेती पूर्व निदेशक स्वास्थ्य विभाग उत्तराखंड ने बताया कि मानसिक रूप से अस्वस्थ बच्चों का चौमुखी विकास (सभी दिशाओं में विकास) महत्वपूर्ण है। इसमें शारीरिक, मानसिक, सामाजिक, भावनात्मक और नैतिक विकास शामिल हैं। एक स्वस्थ मानसिक स्थिति बच्चों को बेहतर ढंग से सीखने, समस्याओं का समाधान करने और सकारात्मक संबंध बनाने में मदद करती है। 
विशिष्ट अतिथि स्वयं बचपन से अस्थि बाधिता/सेरेब्रल पाल्सी में संघर्षरत श्री अपूर्व नौटियाल जी ने कहा अच्छा भोजन, पर्याप्त नींद और नियमित व्यायाम बच्चों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए आवश्यक हैं। 
बच्चों को रचनात्मक गतिविधियों, खेल और सीखने के अवसरों में शामिल करना उनके मानसिक विकास को बढ़ावा देता है। 
उन्हें नई चीजें सीखने और समस्याओं को हल करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। 
सकारात्मक और सहायक वातावरण बच्चों को आत्मविश्वास और आत्म-सम्मान विकसित करने में मदद करता है। 
कार्यक्रम का संचालन कर रहे अनंत प्रकाश मेहरा प्रांत सह सचिव ने कार्यक्रम की भूमिका को सबके समक्ष रखते हुए बताया कि बुद्धि बाधित सेवा प्रकल्प का मुख्य उद्देश्य मानसिक रूप से दिव्यांग जन एवं उनके शिक्षकों माता-पिता तथा सेवाभावी कार्यकर्ताओं के लिए सक्षम द्वारा निरंतर प्रशिक्षण दिया जाएगा जिससे ऐसे मां-बाप अपने बच्चों का कुशलता पूर्वक पालन पोषण कर सकें। उनकी विभिन्न आवश्यकताओं की पूर्ति करने में सक्षम अहम भूमिका निभाएगा। 
अंत में जिला देहरादून एवं प्रांत में कुछ दायित्वों की घोषणा भी की गई जिनमें प्रांत सह एडवोकेसी प्रमुख एडवोकेट विकल्प गुप्ता जी, प्रांत सह प्रचार प्रमुख पत्रकार प्रमोद कुमार डोभाल जी,प्रांत कार्यकारिणी सदस्य श्री विनोद कुमार जी, प्रांत कार्यकारिणी सदस्य श्री विजय पंचवाल जी,प्रांत कार्यकारिणी सदस्य चरणजीत सिंह जी तथा जिला देहरादून सक्षम में जिला उपाध्यक्ष देहरादून ऋत्विक विजय जी, जिला प्रचार प्रमुख आकाश रावत जी, मानसिक रुग्णता प्रकोष्ठ प्रमुख मोनालिशा जी, सह जिला महिला प्रमुख ज्योति सजवान जी
 एवं राजेश कुमार जी को जिला अस्थि बाधित प्रकोष्ठ प्रमुख का दायित्व दिया गया।
 कार्यक्रम का संचालन प्रांत सह सचिव अनंत प्रकाश मेहरा द्वारा किया गया। 
कार्यक्रम में 150 से अधिक बन्धुजनों ने प्रतिभाग किया वहीं सक्षम के सभी जिलों एवं प्रांत के दायित्वधारिजन प्रांत संरक्षक ललित उप्रेती जी, प्रांत अध्यक्ष ललित पंत जी,प्रांत उपाध्यक्ष डाo अतुल कुमार गुप्ता जी,प्रांत उपाध्यक्ष पृथ्वी पाल जी,प्रांत सह सचिव अनंत प्रकाश मेहरा जी, प्रांत कोषाध्यक्ष सत्येंद्र जी प्रांत सह कोषाध्य सुरेश कपिल जी,प्रांत महिला प्रमुख निरुपमा रावत जी, एडवोकेसी प्रमुख निशा गुप्ता जी, प्रांत रोजगार प्रमुख जगदीश लखेड़ा जी, प्रांत सविता प्रकोष्ठ प्रमुख जया भंडारी जी,प्रांत सह सविता प्रकोष्ठ प्रमुख कृष्णा भंडारी जी ,प्रणव प्रकोष्ठ प्रमुख उमेश ग्रोवर जिले से जिला अध्यक्ष बिरेंद्र मुण्डेपी जी,जिला सचिव प्रकाश चंद्र,जिला सविता प्रकोष्ठ प्रमुख विष्णु भंडारी जी, जिले की महिला प्रमुख ममता रावत जी,  जिले से शैलेश डबराल जी, कमल पंत जी, जिला एडवोकेसी प्रमुख यशपाल सिंह जी,युवा प्रमुख राहुल जी, चरणजीत जी, डाo ललिता प्रसाद जी,श्री विनोद सिंह जिला अध्यक्ष पिथौरागढ़,श्रीमती संगीता तिवारी सविता प्रकोष्ठ सह प्रमुख हल्द्वानी, काविंदर कार्की जी सदस्य राज्य दिव्यांग सलाहकार बोर्ड, ज्योति जी सदस्य राज्य दिव्यांग सलाहकार बोर्ड ने प्रतिभाग किया ।

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