शायरों की महफिल

 चार मिसरे


खबर कर दो रकीबों को तमाशा आम हो जाए।

तुम्हारा नाम हो जाए हमारा काम हो जाए।।



उसे देना दिलासा तुम नहीं दिल को दुखाना तुम।

मुहब्बत में अगर कोई कभी नाकाम हो जाए।।


दर्द गढ़वाली, देहरादून 

09455485094

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