शांतिकुंज के साधकों ने किया नव वर्ष का स्वागत

 शांतिकुुंज में लोगों ने ध्यान, हवन के साथ किया वर्ष २०२२ की प्रथम किरण का स्वागत

नये संकल्प के साथ २०२२ करें स्वागत ः डॉ. पण्ड्या

अधूरे सपनों को पूरा करने हेतु दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ें ः शैलदीदी




हरिद्वार १ जनवरी। गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में देशभर से आये हजारों परिजनों ने शनिवार को आत्मिक प्रगति के लिए ध्यान साधना के साथ पवित्र हवनकुण्डों में विशेष आहुति डालकर कैलेण्डर नववर्ष का अभिनंदन किया। 

इस अवसर पर गायत्री परिवार प्रमुख श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या ने कहा कि बीते वर्ष की समीक्षा करते हुए वर्ष २०२२ में नये संकल्प के साथ काम करें। विगत वर्ष आई कोरोना महामारी की याद को भूलकर आगे बढ़ें। इससे हमारा जीवर उच्चतर स्थान पर पहुंचेगा और अनेकानेक सफलताएँ भी प्राप्त होंगे। युगऋषि पूज्य गुरुदेव ने कहा है कि इक्कीसवी सदी उज्ज्वल भविष्य। इस दिशा में हम सभी अपना-अपना एक कदम आगे बढ़ाये। संस्था की अधिष्ठात्री श्रद्धेया शैलदीदी ने कहा कि यह वर्ष अच्छे विचारों को क्रियान्वित करने और अधूरे सपनों को पूरा करने हेतु दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करने आया है। श्रद्धेया शैलदीदी ने कहा कि इस वर्ष नवसृजन, आध्यात्मिक उन्नति जैसे अनेक स्वर्णिम कोष का उद्गम होगा।

वहीं कैलेण्डर नववर्ष के प्रथम किरण का स्वागत के अवसर पर वसुधैव कुटुम्बकम् की भावना के साथ २४ कुण्डीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन हुआ, जिसमें कई पारियों में साधकों ने गायत्री महामंत्र व महामृत्युंजय मंत्र से विशेष यज्ञाहुतियाँ डाली। देवसंस्कृति विश्वविद्यालय परिवार, ब्रह्मवर्चस शोध संस्थान एवं शांतिकुंज परिवार ने गायत्री पविार प्रमुखद्वय से भेंटकर नववर्ष के लिए विशेष मार्गदर्शन प्राप्त किया। साथ ही विभिन्न संस्कार बड़ी संख्या में सम्पन्न कराये गये।

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