नेत्रहीन दिव्यांगो के लिए फुटबल कार्यशाला



*दो दिवसीय ब्लाइंड फुटबॉल ई-कार्यशाला संपन्न*

देहरादून 7 जून (1अनंत मेहरा)  जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र देहरादून के सौजन्य से उत्तराखंड ब्लाइंड स्पोर्ट्स एसोसिएशन के सानिध्य में आज दो दिवसीय आओ ब्लाइंड फुटबॉल जाने कार्यशाला का समापन हुआ। जिसमें *प्रथम सत्र के मुख्य वक्ता नरेश नयाल वर्तमान दृष्टिबाधित दिव्यांगजन खेल प्रशिक्षक राष्ट्रीय दृष्टिबाधित दिव्यांगजन संस्थान एवं गोल गाइड तथा सहायक कोच भारतीय दृष्टिबाधित फुटबॉल टीम* ने बताया विगत कई वर्षों से वे दृष्टिबाधित के लिए उनकी फिटनेस के लिए एवं खेल के लिए कार्य कर रहे हैं।ऐसे में पंकज जैसे दिग्गज खिलाड़ी तैयार किए गए हैं जो अपने प्रदेश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैला रहे हैं ऐसे में प्रशिक्षक की भूमिका अदा करते हुए मेरा प्रयास है कि ज्यादा से ज्यादा दृष्टि बाधित जन इस ओर अपना भविष्य तराशे और एक सही राह पकड़े।

कार्यक्रम के *प्रथम सत्र की अध्यक्षता कर रहे पूर्व प्रधानाचार्य आर्मी पब्लिक स्कूल लैंसडाउन एवं वर्तमान प्रधानाचार्य हिमालय इंटरनेशनल स्कूल हरबर्टपुर डॉ अशोक कुमार जी* ने बताया हमें प्रत्येक सामान्य स्कूलों में इस प्रकार के खेलों को कराया जाना चाहिए जिससे सभी जन जागरूक हो और ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार इस खेल को मिल सके।

इसी क्रम में दूसरे दिन कार्यशाला के *द्वितीय सत्र मुख्य वक्ता उत्तराखंड ब्लाइंड स्पोर्ट्स एसोसिएशन के दिग्गज खिलाड़ी पंकज राणा अंतरराष्ट्रीय दृष्टिबाधित फुटबॉल खिलाड़ी एवं कप्तान भारतीय दृष्टिबाधित फुटबॉल टीम* ने अपने वक्तव्य ने कहा दृष्टिबाधित खिलाड़ी भी समाज में अपना अग्रणी स्थान रखते हैं उन्होंने बताया बचपन से ही वह *पूर्णतः प्रज्ञा चक्षु* हैं परंतु उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और अपनी प्रतिभाओं को निखारने पर लगे रहे जिसके चलते आज उन्होंने शिखर पर स्थान प्राप्त किया है।उन्होंने दृष्टिबाधित फुटबॉल किस प्रकार खेली जाती पर पूरा विस्तार से चर्चा की।


*द्वितीय सत्र में अध्यक्षता कर रहे श्री विकास मिश्रा क्षेत्रीय पुनर्वास केंद्र लखनऊ मोबिलिटी एंड ओरियंटेशन इंस्ट्रक्टर-क्षेत्रीय पुनर्वास केंद्र लखनऊ* ने बताया दृष्टिबाधित जनों के लिए खेल एवं ओरियंटेशन-मोबिलिटी का बहुत जुड़ाव है उन्होंने विगत 15 सालों में बहुत से दृष्टिबाधित जनों को मोबिलिटी एवं ओरियंटेशन का ज्ञान देकर सही राह दिखाई है।

 मुख्य अतिथि डॉक्टर नवीन सिंघल प्रोफेसर डीआईटी विश्वविद्यालय ने कार्यशाला को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा आज इस खेल की दृष्टिबाधित जनों को बहुत आवश्यकता है उनके द्वारा दृष्टि बाधित बच्चों के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा उनको हर दिशा में दिशा निर्देश देने के लिए वह तत्पर रहेंगे ऐसे में उन्होंने जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र द्वारा किए जा रहे इन प्रयासों को सराहनीय बताया।

 कार्यक्रम का संचालन कर रहे 

*अनन्त प्रकाश मेहरा नोडल पदाधिकारी जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र* ने जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र के विभिन्न कार्यों को बताते हुए उत्तराखंड में दृष्टिबाधितों के लिए ब्लाइंड फुटबॉल जैसे खेल में दृष्टिबाधित महिलाओं को भी आगे आने के लिए आह्वान किया।उन्होंने बताया शीघ्र अति शीघ्र *15 दिवसीय ब्लाइंड फुटबाल प्रशिक्षण कार्यक्रम जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र द्वारा उत्तराखंड ब्लाईंड स्पोर्ट्स एसोसिएशन* की सहायता से आयोजित किया जाएगा, जिसमें दृष्टिबाधित दिव्यांग बालक एवं बालिकाओं को आधारीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिससे दृष्टिबाधित फुटबॉल के बारे में ज्यादा से ज्यादा जान सके। उन्होंने बताया हमारा पूर्ण प्रयास है दिव्यांग जनों के *सर्वांगीण विकास में डीडीआरसी देहरादून अपना पूर्ण योगदान* देने में सफल होगी।

कार्यक्रम के अंत में *उत्तराखंड ब्लाइंड स्पोर्ट्स एसोसिएशन की सचिव निरुपमा सूद द्वारा दिव्यांग जनों के लिए समर्पित एक कविता का गायन* किया गया।

 प्रतिभागी जनों में सोनम दयाल, (सोविंदर सिंह-पूर्णत: प्रज्ञा चक्षु अंतर्राष्ट्रीय दृष्टिबाधित खिलाड़ी) आलोक, सुमित कुमार, सुमित्रा नायक, सुप्रजा, विवेक कुमार,शिवम सिंह नेगी, सोहन दास, सोनम दयाल, साहिल, सौरभ शर्मा, सौरभ सिंह, शीतल, शिखा खत्री, सोहन दास, निखिल, प्रिया कुमार, राजेश सिंह, रितिक धीमान, साहिल,सौरव शर्मा, हिमांशु पाल, मधुर पवार, मीना भंडारी, नदीम असलम,सुजाता आदि शामिल रहे। 

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