हरिद्वार 12 नवंबर (धर्मेन्द्र चौहान संवाददाता गोविंद कृपा हरिद्वार ग्रामीण) नेहरू युवा केन्द्र के जिला युवा समन्वयक हिमांशु सिंह व एन०एन०एस० के जिला समन्वयक एस०पी के द्वारा सयुंक्त रूप से गंगा घाट में स्वच्छता अभियान व आने वाले महाकुंभ मेले के पर्व को देखते हुए गंगा स्वछता की शपथ भी स्वयंसेवको को दिलवाई।। स्वच्छता अभियान के दौरान हिमांशु सिंह ने कहा कि सभी जानते है कि मनुष्यमात्र, जीवों एवं वृक्ष वनस्पतियों के लिए जल का महत्व कितना अधिक हैं. हमारी काया भी जल से बनी हैं और जल की पूर्ति निरंतर होती रहे, हम बराबर इसका ध्यान रखते हैं. भारत बड़ा गौरवशाली देश हैं कि यहाँ पूरब से पश्चिम एवं पश्चिम से पूर्व, उत्तर से दक्षिण निरंतर सरिताएं प्रवाहित होती रहती हैं. पर इन सब में गंगा को भारत वर्ष की जीवनधारा कहा जाता हैं. इसके प्रवाह के पीछे संस्कृति हैं, एक विशिष्ट सभ्यता हैं एवं आध्यात्म दर्शन हैं. इसे पवित्रतम नदी माना जाता हैं. गोमुख से निकलकर हिमालय से उतरकर यह 2525 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर गंगासागर में जा मिलती हैं. आर्यावृत्त या आधा भारत इसके द्वारा सींचा जाता हैं. पूरी मात्रा में अनगिनत नदियाँ, नाले जल स्रोत इसमें मिल जाते हैं. अपने तीव्र अविरल प्रवाह के कारण सभी को अपने मार्ग में समाती चली जाती हैं. प्रवाहमान अविरल गंगा में कभी अनगिनत गुण थे, पर मानवी सभ्यता के तथाकथित विकास ने मोक्षदायिनी इस पावन नदी को आज न पीने, न नहाने लायक छोड़ा हैं. जिस नदी के सम्मान में अनगिनत गरिमामय गान गाये जाते हैं, उसमें कस्बों, नगरों का मैला, उद्योगों का कचरा, नालों का पानी, शव इत्यादि हम नित्य बहा रहे हैं जो इसकी निर्लमता पर प्रश्न चिन्ह लगाने का कार्य करती हैं, अभियान में उपस्थित एस०पी सिंह ने कहा कि अगले वर्ष हरिद्वार माँ गंगा की गोद मे महाकुंभ मेले का आयोजन होना है और यदि गंगा में गन्दगी होगी तो वैश्विक स्तर पर देश की एक नकारात्मक छवि बनेगी, ऐसा ना हो इसी निमित्त आज हम सबको गंगा को एकदम स्वच्छ करने का संकल्प लेकर इस दिशा में जागरूकता अभियान व स्वच्छता के कार्यक्रम आयोजित करने की आवश्यकता है। इस अवसर पर डॉ जोशी, मनु काजला ,तरुन कुमार समेत अन्य स्वयंसेवक उपस्थित रहे।


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