मुख्य मंत्री राहत कोष में हरिद्वार के संत समाज की ओर से एक बड़ा योगदान

उत्तराखंड के गौरव
श्रीमहत_रविन्द्र_पुरी
***श्रीमहंत रवींद्र पुरी मुख्यमंत्री राहत कोष में देंगे 51 लाख रुपए


***शहरी विकास मंत्री श्री मदन कौशिक को कल देंगे 51 लाख रुपए का चेक
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श्री महंत ने राज्य के सभी निवासियों ,कर्मचारियों ,छात्र-छात्राओं, सामाजिक संस्थाओं ,धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों से अधिक से अधिक धनराशि मुख्यमंत्री राहत कोष में देने की अपील की।


 


 


हरिद्वार  12 अप्रैल  (गगन नामदेव संवाददाता गोविंद कृपा हरिद्वार) में लॉकडाउन घोषित होने के बाद से मदद के लिए हरिद्वार में मंशादेवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष , पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के सचिव, एसएम जेएन पीजी कॉलेज की प्रबंधन समिति के सचिव एवं रामानंद इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड फार्मेसी के चेयरमैन श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कोरोनावायरस से प्रभावी रूप से आपदा पर नियंत्रण करने हेतु  मुख्यमंत्री राहत कोष में 51 लाख रुपए की धनराशि का एक चैक शहरी विकास मंत्री  श्री मदन कौशिक कैबिनेट मंत्री उत्तराखंड राज्य को कल सुपुर्द करेंगे।
श्री महंत रवींद्र पुरी ने बताया की इस धनराशि में  मनसा देवी ट्रस्ट द्वारा 25 लाख रुपए की सहयोग राशि तथा 26 लाख रुपए की सहयोग राशि का योगदान पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के माध्यम से किया गया है। 
यहां यह उल्लेखनीय है की श्रीमहंत  रविंद्र पुरी जी ने धार्मिक संस्था के रुप में सबसे पहले मदद देने के लिए अपने हाथ आगे बढाए।संस्था हरिद्वार में प्रशासन के साथ शुरू से ही आमजनों व यहां फंसे हुए यात्रियों की सेवा,सुश्रुषा में लगातार जुटी हुई है।प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री की आर्थिक सहयोग की अपील से पूर्व ही श्रीमहंत रवींद्रपुरी महाराज ने आगे बढकर डीएम राहत कोष में 11 लाख रुपए संस्था की ओर दिये उसके बाद मुख्यमंत्री फंड के लिए नगर विकास मंत्री के माध्यम से 5 लाख रुपये का चैक दिया।अचानक लॉकडाउन बढ जाने से उत्तराखंड में फंस गए यात्रियों को हरिद्वार में रहने के लिए उचित स्थान उपलब्ध कराना भी प्रशासन के लिए चुनौती थी। श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने इसके लिए भी आगे बढ़कर एक नयी पहल की व हरिद्वार में फंसे हुए यात्रियों के लिए मंशादेवी ट्रस्ट व पंचायती अखाड़ा श्रीनिरंजनी  की धर्मशालाओं के दरवाजे खोल दिये। जिनके खाने पीने का प्रबंधन भी संस्था कर रही है।हरिद्वार में फंसे गुजरात के यात्रियों को उनके गंतव्यों तक पहुंचाने में भी श्री महंत रवींद्र पुरी ने 2 लाख रूपये का योगदान दिया।इसके अतिरिक्त लॉक डाउन अवधि के दौरान प्रतिदिन 1200 पैकेट भोजन के तैयार करा कर प्रशासन की मदद से व्यक्तियों तक पहुंचाए जिनकी इस अवधि में अत्यंत आवश्यकता थी। महंत श्री रविंद्र पुरी ने कहा कि शीघ्र ही हरिद्वार व शिवालिक नगर के 73 वार्डों में लॉकडाउन प्रभावितों के लिए एक हजार क्विंटल अनाज का भी वितरण करने जा रहा है।शासन ने पंचायती  अखाडा श्री निरंजनी व मंशादेवी ट्रस्ट के लॉकडाउन में सहयोग व समर्पण को देखने के बाद ही श्री महंत रविंद्रपुरी महाराज को शासन के सहयोग के लिए गठित सिविल सोसायटी के प्रमुख के तौर पर नामित किया है।इन संस्थाओं के प्रतिनिधि के तौर पर स्वामी रविंद्रपुरी महाराज द्वारा दिये गए सहयोग से पूरा हरिद्वार एवं उत्तराखंड राज्य गौरवान्वित हैं।
श्री महंत रवींद्र पुरी ने  राज्य के निवासियों ,छात्र-छात्राओं, कर्मचारियों,सभी सामाजिक, धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों से आवाह्न/अपील की है कि संकट की इस घड़ी में आगे बढ़कर मुख्यमंत्री राहत कोष में अधिक से अधिक धनराशि दान में दें ताकि इस विपदा से हमारा उत्तराखंड राज्य जल्द से जल्द मुक्त हो सके। इस अवसर पर महंत श्री राम रतन गिरी, श्रीमहंत लखन गिरी, महंत श्री डोंगर गिरी, महंतश्री राधे गिरी ,महंत श्री नरेश गिरी, महंत श्री मुनेश भारतीएसएन जेएन पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ सुनील बत्रा, मां मनसा देवी मंदिर के टृर्स्टी प्रदीप शर्मा, अनिल शर्मा ,डॉक्टर संजय माहेश्वरी, डॉक्टर सरस्वती पाठक , वैभव शर्मा,एमसी पांडे ,अश्वनी जगता, डॉक्टर एनके गर्ग ,आदि ने श्री महंत रविंद्र पुरी द्वारा मुख्यमंत्री राहत कोष में 51 लाख रुपए की धनराशि देने का निर्णय लेने पर बहुत-बहुत आभार एवं स्वागत किया है।


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