गजल दर्द गढ़वाली

गजल हम भी सियासत करके  देखे गीत, गजल मे रखा क्या है। 
देखो भाई मसला क्या है।
इतना शोरशराबा क्या है।।


दुन्या है इक भूलभुलैया।
यूं चक्कर में पड़ता क्या है।।


इक दूजे के गम बांटें तो।
इसमें बोलो जाता क्या है।।


हम भी सियासत करके देखें।
गीत गजल में रक्खा क्या है।।


पिक्चर यार अभी बाकी है।
तुमने अब तक देखा क्या है।।
दर्द गढ़वाली, देहरादून


No comments:

Post a Comment